आईएससी और सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाओं के नतीजे आ चुके हैं और अब सबकी नजरें अंडरग्रैजुएट कोर्सों में ऐडमिशन पर लगी हैं, हालांकि कॉलेज हर साल एक बड़ी समस्या का सामना करते हैं। कॉलेजों में अंडर ग्रैजुएट कोर्सों में एडमिशन लेनेवाले बहुत से बच्चे जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE)की काउंसलिंग के बाद चले जाते हैं। इसी के चलते कलकत्ता यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों से कहा है कि इस साल 21 जून से पहले ऐडमिशन न करें।
यूनिवर्सिटी को उम्मीद है कि 21 जून से पहले जेईई की पहले दौर की काउंसिलिंग पूरी हो चुकी होगी और टेक्नॉलजी कोर्सों में ऐडमिशन चाहनेवाले बच्चों की बड़ी तादाद उधर जा चुकी होगी। इसलिए ज्यादातर कॉलेज हायर सेकेंडरी का रिजल्ट आने के बाद ही ऐडमिशन फॉर्म्स देना शुरू करेंगे।
इस साल कॉलेजों को उम्मीद है कि मैथ्स, केमिस्ट्री, फिजिक्स, बायो-साइंस, इंगलिश, इकनॉमिक्स, सोशॉलजी और स्टैटिसटिक्स जैसे सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट्स की ज्यादा भीड़ होगी। इसी हिसाब से इन सब्जेक्ट्स के कट-ऑफ मार्क्स भी ज्यादा रहेंगे।
ज्यादातर बड़े कॉलेज इस बार ऑनलाइन फॉर्म्स बेचेंगे, जबकि लेडी बारबोर्न कॉलेज जैसे कुछ कॉलेजों में फॉर्म ऑनलाइन जमा भी कराए जा सकेंगे।
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