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30 जून 2011

यूपीः27 इंजीनियरिंग कालेजों पर गिरी गाज

प्रदेश के 27 इंजीनियरिंग कालेजों ने मनमाने तरीके से बीटेक छात्रों की द्वितीय वर्ष में ब्रांच ही बदल डाली। इसको गंभीरता से लेते हुए गौतमबुद्ध प्राविधिक विविद्यालय ने सभी संस्थानों के निदेशकों को तलब कर फटकार लगायी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की है। कुछ संस्थानों से नियमों में बदलाव के जवाब पर कुलपति ने उन्हें दण्डित करने के बजाय हिदायत देकर छोड़ दिया। करीब 50 छात्रों के ब्रांच परिवर्तन पर विविद्यालय से संस्थानों की शैक्षिक सत्र 2011-12 की उन ब्रांच की सीटें काट दी गयी हैं और आर्थिक दण्ड भी लगाया गया है। संस्थानों को प्रति छात्र 25 हजार रुपये भुगतान के निर्देश दिये गये हैं। विविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. वीके सिंह ने बताया कि राजधानी के कुछ संस्थानों को मिलाकर पूरे प्रदेश के 27 संस्थानों में ब्रांच बदलने की शिकायतें आयीं। इनकी जांच करने पर मिला कि छात्रों ने विविद्यालय से नोटीफिकेशन के पहले ही छात्रों की ब्रांच बदल दी है। ज्यादातर बीटेक छात्रों को बेसिक साइंस की ब्रांच से कम्प्यूटर साइंस, ईसी व आईटी दे दी गयी। इन संस्थानों को जीबीटीयू के कुलपति प्रो. कृपाशंकर के निर्देश पर जवाब-तलब किया गया। संस्थानों के जवाब संतोषजनक न होने पर उनके निदेशकों की विविद्यालय में बुलाकर पेशी की गयी। इस दौरान उनकी मनमानी पर विविद्यालय प्रशासन ने सख्त ऐतराज जताया और निर्णय भी सुना दिया। विविद्यालय के कुलसचिव यूएस तोमर ने कहा कि सम्बद्धता वाले किसी भी संस्थान को जीबीटीयू के नियमों को तोड़ने की छूट नहीं दी जा सकती है। संस्थानों पर दोहरी कार्रवाई की गयी है। उनकी सीटें कम की जाएंगी। इसके साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसको जमा करने के लिए संस्थानों को 15 दिनों की मोहलत दी गयी है। विविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान जुर्माना न जमा करने वाले संस्थानों के छात्र-छात्राओं को अगले सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने से भी रोका जा सकता है। उल्लेखनीय है कि अभी तक संस्थानों को बीटेक प्रथम वर्ष में पूरी तरह उत्तीर्ण छात्रों की ही ब्रांच बदल सकती थी। इसके लिए संस्थान के निदेशक से प्रस्ताव विविद्यालय को भेजा जाता था। यहां परीक्षा नियंत्रक की संस्तुति पर कुलपति की मंजूरी लेकर नोटीफिकेशन किया जाता था, लेकिन इन संस्थानों ने विविद्यालय की अनदेखी कर अपने स्तर से ही सभी निर्णय ले लिये। विविद्यालय ने ब्रांच बदलने में अब ग्रेस के साथ उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को भी ब्रांच बदलने की सहूलियत दे दी है। मनमाने तरीके से ब्रांच बदलने में शामिल संस्थानों में पास विद ग्रेस वाले छात्रों के संस्थानों को सिर्फ हिदायत देकर छोड़ दिया गया है। विविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. वीके सिंह ने कहा कि भविष्य में मनमानी करने वाले संस्थानों को बख्शा नहीं जाएगा, निदेशकों को आगाह भी कर दिया गया है(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,30.6.11)।

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