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27 जून 2011

छत्तीसगढ़ का पीएमटी लीक कांड : एक ही फोन से होता था पूरा खेल

पीएमटी का पर्चा लीक करने वाला गिरोह पूरी तरह प्रोफेशनल है। पकड़े जाने से बचने के लिए कड़ी सावधानी थे। वे छोटी सी चूक नहीं करना चाहते थे। यहां तक कि स्टूडेंट्स से संपर्क के लिए एक ही मोबाइल का इस्तेमाल करते थे, भले ही मोबाइल फोन को रायपुर से बिलासपुर भी भेजना क्यों न पड़े।

पुलिस के हाथ आए मोबाइल के कॉल डिटेल में पता चला कि ज्यादातर कॉल्स 99074-61714 से किए गए थे। यह नंबर बैजनाथ के नाम पर अलॉट है। बैजनाथ डेंटल कॉलेज, रायपुर में थर्ड ईयर का स्टूडेंट था।

आरोपी कहां-कहां गए थे, यह पता करने के लिए जब इस फोन की लोकेशन का ब्योरा निकाला गया, तो पता चला कि फोन रायपुर, बिलासपुर, तखतपुर के साथ आसपास के कई इलाकों से ऑपरेट हुआ है। बैजनाथ से पूछताछ में उसने केवल रायपुर और बिलासपुर आने की बात कही।

जब पुलिस ने सख्ती बरती तो आरोपियों ने बताया कि वे पूरी कोशिश करते थे कि किसी भी स्टूडेंट से बात इसी फोन के जरिए हो। ज्यादा नंबर मार्केट में फैलने से खतरा था। गिरोह के सरगना संजय समेत बाकी सारे सदस्य इसी फोन का उपयोग करते थे।

कई बार ऐसी भी नौबत आई जब किसी स्टूडेंट का फोन आया और गिरोह के जिस सदस्य से पहले उसकी बात हुई थी, वह बाहर गया था। ऐसे में किसी दूसरे सदस्य के जरिए फोन को ही उसके पास भेजा जाता था। एक-दो बार तो केवल बात कराने के लिए फोन रायपुर से बिलासपुर भी भेजा गया।


बेहद जरूरी होने पर ही वे किसी ‘ग्राहक’ से बात करने के लिए दूसरे नंबरों का इस्तेमाल करते थे।
सारे ग्राहकों से एक ही फोन के जरिए कांटेक्ट करने के आरोपियों ने दो कारण बताए हैं। एक तो वे अपने कम से कम नंबर सार्वजनिक करना चाहते थे। दूसरा यह कि अगर कभी उनका फोन ट्रेस करने की कोशिश हो, तो लोकेशन रायपुर, बिलासपुर समेत अलग-अलग जगहों का मिले। इस तरीके से पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश थी(दैनिक भास्कर,बिलासपुर,27.6.11)।

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