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18 जून 2011

उत्तराखंडःचंदोला मेडिकल कालेज में प्रवेश पर रोक

मानक पूरे न करने पर चंदोला होम्योपैथिक मेडिकल कालेज पर ताले पड़ने की नौबत आ गई है। केंद्रीय होम्योपैथी चिकित्सा परिषद की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने प्रदेश सरकार को जांच के निर्देश दिए हैं। इसमें मानकों के साथ कालेज में अध्ययनरत छात्रों के विषय में भी विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही केंद्र ने शैक्षिक सत्र 2011-12 के लिए कालेज में प्रवेश देने पर रोक लगा दी है। सूत्रों के अनुसार शासन की ओर से जांच दल गठित किया जा रहा है। मेडिकल कालेज के लिए फैकल्टी से लेकर अवस्थापना सुविधाओं के लिए मानक तय किए गए हैं। मानकों में कमी के चलते गत वर्ष देहरादून स्थित नारायण स्वामी डेंटल कालेज को बंद किया जा चुका है। इस वर्ष रुद्रपुर स्थित प्रदेश का पहला चंदोला होम्योपैथी मेडिकल कालेज पर केंद्र सरकार ने शिंकजा कस दिया है। गत कुछ सालों से कालेज प्रशासन और छात्रों के बीच टकराव चल रहा है। छात्रों की ओर से कालेज प्रशासन पर कई बार अनियमितताओं के आरोप लग चुके हैं। शासन स्तर पर कालेज की जांच हो चुकी है। गत वर्ष छात्रों की डिग्री की मान्यता को लेकर विवाद हो चुका है। इस वर्ष छात्रों की ओर से फैकल्टी और अन्य मानक पूरे न किए जाने की शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कालेज की जांच के लिए एक दल भेजा गया। केंद्रीय जांच दल की रिपोर्ट में कहा गया है कि कालेज मानकों के अनुसार मूलभूत सुविधाओं को भी पूरा नहीं कर रहा है। मानकों के अनुसार कालेज में 36 नियमित और सात अस्थाई शिक्षक होने चाहिए, जबकि कालेज में मात्र 12 शिक्षक हैं। इसके अतिरिक्त आपरेशन थियेटर और लेबर रूम भी कार्य नहीं कर रहे हैं। नर्सिग व तकनीकी स्टाफ भी नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया कि मानकों के अनुसार होम्योपैथी कालेज में कम से कम 50 लोगों का स्टाफ होगा। यहां एक फार्मासिस्ट, एक डेंटल तकनीशियन, एक क्लर्क और एक डाटा एंट्री आपरेटर कार्य कर रहा है। इस आधार पर कालेज नान तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता को भी पूरा नहीं कर रहा है। इसको देखते हुए केंद्र ने कालेज को वर्ष 2011-12 में बीएचएमएस कोर्स में प्रवेश न लेने के निर्देश दिए है। साथ ही कालेज प्रशासन से जांच दल की रिपोर्ट पर जवाब देने को कहा है। शासन के सूत्रों के अनुसार केंद्र ने प्रदेश सरकार को 75 दिन में कालेज की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। साथ ही शैक्षिक सत्र वर्ष 2011-12 में कालेज में प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक आयुष डा. पूजा भारद्वाज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि चंदोला होम्योपैथी मेडिकल कालेज में प्रवेश पर रोक लगाने का केंद्र का पत्र उन्हें मिल चुका है। चंदोला होम्योपैथी मेडिकल कालेज में 50 सीटें है। इनमें से 25 सीट निजी और 25 सरकारी कोटे की है। कालेज के प्रबंधक दीप पंत ने कहा कि निजी सीटों पर कालेज प्रशासन की ओर से प्रवेश दे दिए गए हैं। इस संबंध में महानिदेशक ने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो निदेशक होम्योपैथी को इसकी जांच कराइ जाएगी और कालेज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से बीएएमएस की सीटों के लिए कराई जा रही यूएपीएमटी प्रवेश परीक्षा में कालेज के लिए काउंसिलिंग नहीं होगी(जितेंद्र नेगी,राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,18.6.11)।

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