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16 जून 2011

उत्तराखंडःनया पैटर्न बढ़ा सकता है अभ्यर्थियों की दुश्वारियां !

समूह ‘ग’ के अन्तर्गत अधीनस्थ रिक्त पदों पर परीक्षा को लेकर उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद रुड़की द्वारा लिया गया नए पैटर्न का निर्णय अभ्यर्थियों की दुश्वारियां बढ़ा सकता है। यदि तय निर्णय के तहत ही परीक्षा संपन्न कराई गई तो काफी संभावना है कि एक से ज्यादा ग्रुप भरने वाले अभ्यर्थी किसी एक ग्रुप की परीक्षा दे ही न पाएं। इसके अलावा नए पैटर्न के तहत यदि पूर्व की तरह रविवार को ही परीक्षा तिथि तय की गई तो सभी ग्रुप के लिए परीक्षा करवाने में महीनों का समय लगना भी तय है। उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद रुड़की के उपसचिव मुकेश पाण्डे ने कहा कि परिषद ने सभी ग्रुप के अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग परीक्षा करवाने का निर्णय लिया है। मई के प्रथम सप्ताह में समूह ‘ग’ के अन्तर्गत दो हजार से अधिक पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई। विभिन्न पदों के लिए कुल 27 ग्रुप तय किए गए। एक ग्रुप में अधिकतम दो या तीन पद रखे गए हैं। इस तरह यदि अभ्यर्थी अलग-अलग ग्रुप के पदों के लिए आवेदन करना चाहे तो उसे सभी ग्रुप के लिए अलग-अलग आवेदन फार्म भरने होंगे। यहां तक तो फिर भी ठीक था परंतु अब सभी ग्रुप के लिए अलग-अलग परीक्षा हो तो अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ जाएगी। मान लें की किसी अभ्यर्थी ने अलग-अलग तीन ग्रुप के तहत आवेदन किया है और दो ग्रुप की परीक्षा एक ही दिन और समय पर हों तो अभ्यर्थी की एक परीक्षा छूटनी तय है। दूसरी ओर यदि पूर्व की भांति रविवार को ही परीक्षा की तिथि तय की गई और हर रविवार को एक ग्रुप की परीक्षा संपन्न कराई गई तो कुल 27 रविवारों तक परीक्षा का आयोजन करना होगा। इस हिसाब से सभी परीक्षाएं सम्पन्न कराने में करीब सात माह का समय लग जाएगा। बहरहाल अलग-अलग परीक्षा करवाने के लिए अभी अन्य विषयों पर भी निर्णय लिया जाना बाकी है। मसलन परीक्षा ग्रुप के आधार पर होगी, पदों के आधार पर होगी या फिर कोई अन्य रास्ता निकाला जाएगा। स्थिति चाहे जो हो वर्तमान में तो समूह ‘ग’ की परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में संशय ही बना हुआ है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 जून है। उपसचिव मुकेश पाण्डे ने कहा कि इस तिथि के बाद ही बताया जा सकता है कि दो हजार से अधिक पदों के लिए कुल कितने अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,16.6.11)।

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