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16 जून 2011

लखनऊ विविःसत्र भी गया, फीस भी हाथ नहीं आयी

लखनऊ विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों सहित राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के हजारों बीएड अभ्यर्थियों की फीस वापसी का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इन अभ्यर्थियों ने सीट अलॉट करने के बाद कॉलेजों में एडमिशन नहीं लिया था। काफी माथापच्ची के बाद लविवि ने रिपोर्टिंंग न करने वाले छात्र-छात्राओं की फीस वापसी का फैसला लिया था, लेकिन निर्णय के तीन महीने बाद भी फीस वापसी की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। वहीं, परेशान अभ्यर्थी आए दिन लविवि के प्रशासनिक भवन का चक्कर लगा रहे हैं। इनके हाथ में न तो बीएड सत्र ही रहा और न ही अब तक फीस वापस मिल पाई है।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने बीएड अभ्यर्थियों से पूरा शुल्क दो चरणों में काउंसलिंग स्थल पर ही जमा करा लिया था। अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग के समय ५००० रुपए का एडवांस फीस ड्राफ्ट तथा सीट लॉक होने के बाद सेल्फ फाइनेंस कॉलेज होने की दशा में २५,३५९ रुपए शेष फीस के रूप जमा कराए थे। तीसरी काउंसलिंग के बाद भी जब बीएड कॉलेजों की सीटें नहीं भरीं तो शासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आधार बनाकर कॉलेजों को बची सीटें सीधे भरने की छूट दे दी। इसमें कॉलेजों को ऐसी सीटें भी भरने की इजाजत दे दी गई थी, जिनको किसी अभ्यर्थी ने लॉक तो किया, लेकिन कॉलेज में रिपोर्ट नहीं की। सूत्रों की माने तो कॉलेजों ने इसमें कई ऐसे अभ्यर्थियों की सीटें भी भर ली, जिन्होंने कॉलेजों की अवैध फीस की मांग पूरी नहीं की थी। ऐसे अभ्यर्थियों पर दोहरी मार यह पड़ी कि कॉलेज से उनकी सीट भी गई और फीस के रूप में जमा किए गए ३०,३५९ रुपए भी डूब गए। बाद में लविवि प्रशासन ने ऐसे अभ्यर्थी, जिनकी कॉलेज में रिपोर्टिंग नहीं हो सकी उन्हें एडवांस फीस काटकर २५,३५९ रुपए वापस करने का फैसला लिया। आधार यह बनाया गया कि जिन अभ्यर्थियों को कॉलेज द्वारा अनुपस्थित दिखाया गया है एनआईसी एवं कॉलेज की सूची में उनके नाम के मिलान के बाद डाक द्वारा उनके पते पर लविवि में जमा की गई फीस ड्राफ्ट के रूप में भेज दी जाएगी। यह फैसला हुए तीन महीने से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन फीस वापसी की दिशा में लविवि एक कदम नहीं बढ़ सका है। कुछ छात्रों ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। हाईकोर्ट ने भी उनकी फीस वापस करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, वित्त विभाग से जुड़े कर्मचारियों की माने तो अभी कॉलेजों की ही फीस वापसी की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। वहीं, किन छात्रों की फीस वापस की जानी है इसकी सूची भी अब तक फाइनल नहीं हो सकी है। ऐसे में छात्रों का इंतजार और लंबा खिंचने की उम्मीद है। वहीं, लविवि के प्रवक्ता प्रो. एसके द्विवेदी का कहना है कि छात्रों की सूची तैयार की जा रही है। जल्दी ही फीस वापसी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी(अमर उजाला,लखनऊ,15.6.11)।

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