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15 जून 2011

डीयूःएडमिशन के दौरान पुलिस की रहेगी कड़ी नज़र

डीयू की पहली कट ऑफ आने के बाद आज कॉलेजों में स्टूडेंटस की भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में साउथ कैंपस में आने वाले स्टूडेंट्स को नई बनी साउथ कैंपस पुलिस चौकी से सुरक्षा का अहसास होगा। इस इलाके में कुछ अरसे से लड़कियों के प्रति क्राइम काफी बढ़ रहा है, फिर चाहे वह रोजमर्रा की छेड़छाड़ हो या राधिका तंवर जैसा बड़ा कांड।

स्टूडेंट्स ने दिल्ली पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि पुलिस पोस्ट खुलने से वे कुछ सेफ महसूस कर रही है, अब उम्मीद है कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा।

साउथ कैंपस में डीयू के वेंकटेश्वर, आत्माराम, मोतीलाल और रामलाल कॉलेज हैं। ऐसे में सुबह से शाम तक स्टूडेंट्स का यहां आना-जाना लगा रहता है। यहां लड़कियां हमेशा से ही अपनी सेफ्टी के लिए परेशान रही हैं। वेंकटेश्वर कॉलेज की लीना अरोड़ा कहती हैं कि कैंपस और इस इलाके में छोटी-बड़ी छेड़छाड़ आम है।

एडमिशन टाइम के दौरान तो और भी ज्यादा भीड़भाड़ु होती है जिसका छेड़छाड़ करने वाले लड़के खूब फायदा उठाते हैं। लड़कियों को इस पोस्ट के खुलने से काफी मदद मिलेगी। हमें पता चला है कि इस पोस्ट पर ज्यादातर महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं, इससे हमें अपनी शिकायतें करने में और भी आसानी होगी।


वहीं आत्माराम कॉलेज की शिप्रा सूद कहती हैं, छेड़छाड़ तो यहां आम हो चुकी है, ऊपर से राधिका तंवर केस ने सभी को डरा दिया था। ऐसे में, पुलिस का यह कदम तारीफ के काबिल है। कैंपस के आसपास रहने वालीं स्टूडेंट्स को भी पोस्ट खुलने से सुकून मिला है। पेइंग गेस्ट के तौर पर सत्य निकेतन इलाके में रह रही स्नेहा शर्मा का कहना है कि यहां शाम को अकेले निकलने में डर लगा रहता है। अगर शाम को काम हो भी तो टालना पड़ता है। 
वैसे, पुलिस गश्त लगाती तो है पर उनसे शिकायत करने का माहौल नहीं बन पाता और न ही वे ढंग से एक्शन ले पाते हैं। लेकिन पता चला है इन पोस्ट में लेडीज हैं, ऐसे में बात कुछ आसान हो जाएगी(महक शर्मा,नभाटा,15.6.11)

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