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22 जून 2011

यूपीःशॉर्ट टर्म कोर्स देंगे लांग टर्म फायदा

इंटर कइलें हर से गइलें, बीए कइलें घर से गइलें। यह कहावत जनमानस की इस भावना को सामने लाती है कि बीए और बीएससी ऐसे कोर्स नहीं हैं जिनके आधार पर किसी को नौकरी मिल सके। इंटर के बाद विद्यार्थी खेती के लायक नहीं रहता और बीए करने के बाद नौकरी न मिलने से घर के लायक नहीं रहता। अब इन पाठ्यक्रमों के प्रति लोगों के नजरिए को बदलने का बीड़ा राजधानी के महाविद्यालयों ने उठाया है। कई कॉलेजों ने सत्र 2011-12 से स्नातक स्तर पर विद्यार्थियों के लिए कई रोजगारपरक शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू करने की तैयारी की है। उद्देश्य स्पष्ट है, रेगुलर कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को बाजार की जरूरतों के हिसाब से तैयार करना। लखनऊ विश्र्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में बीए और बीएससी बायो के आवेदनों में भारी कमी आई है। इसका सीधा सा कारण इन पाठ्यक्रमों का रोजगारपरक न होना है। ह्यूमैनिटीज के विषयों की तरफ विद्यार्थियों का रुझान बनाए रखने के लिए महाविद्यालयों ने इन्हें रोजगार से जोड़ने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया है। इस वर्ष से कई कॉलेज बीए और बीएससी के विद्यार्थियों के लिए उनके व्यक्तित्व विकास समेत कई शार्ट टर्म कोर्स शुरू कर रहे हैं। सबसे उल्लेखनीय प्रयास श्रीजयनारायण पीजी कॉलेज ने किया है। महाविद्यालय में इस वर्ष छह महीने से एक वर्ष तक के कई शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू किए हैं। इसके लिए उन्हें एक हजार रुपया अतिरिक्त शुल्क देना होगा। प्राचार्य डॉ.एसडी शर्मा ने कहते हैं कि रेगुलर पाठ्यक्रमों को रोजगारपरक बनाने की जरूरत है। इस योजना के दूरगामी परिणाम होंगे। शिया पीजी कॉलेज ने भी इस वर्ष से अपने स्नातक विद्यार्थियों के लिए कम्युनिकेशन एंड इंग्लिश स्पीकिंग का शार्ट टर्म कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। प्राचार्य डॉ.एमएस नकवी बताते हैं कि अंग्रेजी और कम्प्यूटर की जानकारी होने से बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में आसानी से नौकरी मिल जाती है। इसके लिए विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय और कालीचरण पीजी कॉलेज में भी हर विद्यार्थी के लिए कम्प्यूटर की जानकारी के पाठ्यक्रम के अतिरिक्त कक्षाएं चलाने की योजना है। इसके अलावा इन महाविद्यालयों ने इस वर्ष से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कक्षाएं चलाने की योजना भी बनाई है(रणविजय सिंह,दैनिक जागरण,लखनऊ,22.6.11)।

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