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20 जून 2011

डीयूःबोर्ड के टॉपर्स को भी नहीं मिला रहा डीयू में ऐडमिशन

दिल्ली के टॉपर्स को अपने मनचाहे ऐडमिशन नहीं मिल पा रहा है। मजबूरन उन्हें दूसरे कॉलेजों में ऐडमिशन लेना पड़ रहा है।

ये स्टूडेंट्स दिल्ली में कॉमर्स के टॉपर हैं और इनका एग्रीगेट स्कोर 97.6 है और बेस्ट ऑफ फोर 98 पर्सेंट तक है, बावजूद इसके इन स्टूडेंट्स के लिए एसआरसीसी में इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में एंट्री के रास्ते बंद हैं। ऐसे में दो टॉपर्स ने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) में ऐडमिशन लिया और एक टॉपर ने लेडी श्रीराम कॉलेज (एलएसआर) में इको ऑनर्स में ऐडमिशन लिया।

टॉपर्स का कहना है कि इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में साइंस व ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम के स्टूडेंट्स का कम पर्सेंटेज पर ऐडमिशन होता है जबकि दिल्ली में टॉप करने के बाद भी एसआरसीसी में उनके लिए इस कोर्स में एंट्री नहीं है। दरअसल, इको ऑनर्स कोर्स के लिए एसआरसीसी ने जो कट ऑफ तय की है, उसके मुताबिक ह्यूमैनिटीज ग्रुप के स्टूडेंट्स को 95.25 पर ऐडमिशन मिल रहा है जबकि साइंस स्टूडेंट्स को 96.25 और कॉमर्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को 98.25 पर्सेंट पर ऐडमिशन मिल रहा है।


कॉमर्स स्ट्रीम के टॉपर विशाल दीवान का बेस्ट ऑफ फोर 98 पर्सेंट है और उन्होंने एसआरसीसी में बीकॉम ऑनर्स कोर्स में ऐडमिशन लिया है, इको ऑनर्स कोर्स के लिए उनके नंबर 0.25 पर्सेंट कम हैं। विशाल का कहना है कि अगर इको ऑनर्स कोर्स में भी ऑप्शन होता तो वह सोचते कि दोनों कोर्स में से कौन सा चुनना है लेकिन अब वह बीकॉम ऑनर्स ही पढ़ेंगे। उनका कहना है कि एसआरसीसी ही उनकी पहली पसंद था और पहले दिन ही उन्होंने ऐडमिशन ले लिया है। हाई कट के सवाल पर वह कहते हैं कि जब इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में साइंस स्टूडेंट्स को कॉमर्स स्टूडेंट्स से ज्यादा वेटेज मिल रही है तो बीकॉम ऑनर्स में अगर कॉमर्स स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जा रही है तो इसमें गलत कुछ नहीं है। 
विशाल का कहना है कि साइंस स्टूडेंट्स के पास तो ऑप्शन की कोई कमी नहीं है और वे कॉमर्स में भी शिफ्ट कर जाते हैं लेकिन कॉमर्स के स्टूडेंट्स के पास तो बीकॉम ऑनर्स कोर्स ही बचता है और उन्हें तो इको ऑनर्स कोर्स में भी फायदा नहीं मिलता। बीकॉम ऑनर्स में एसआरसीसी की 96-100 पर्सेंट कट ऑफ का समर्थन करते हुए विशाल कहते हैं कि कम से कम बीकॉम ऑनर्स कोर्स में तो कॉमर्स स्टूडेंट्स को वेटेज मिलनी ही चाहिए। विशाल ने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में भी अप्लाई किया है लेकिन उनकी पहली पसंद एसआरसीसी ही है। विशाल ने इंग्लिश में 95, इकनॉमिक्स में 96, मैथ्स में 100, बिजनेस स्टडीज में 99 और अकाउंट्स में 98 मार्क्स हासिल किए हैं। 

कॉमर्स स्ट्रीम के दूसरे टॉपर चिन्मय गोयल के बेस्ट ऑफ फोर में 97.75 पर्सेंट मार्क्स हैं और उन्होंने भी एसआरसीसी में बीकॉम ऑनर्स कोर्स में ऐडमिशन ले लिया है। एसआरसीसी में इको ऑनर्स कोर्स के लिए उनके मार्क्स 0.50 पर्सेंट कम हैं। चिन्मय का कहना है कि उन्हें बीकॉम ऑनर्स और इको ऑनर्स कोर्स को लेकर कन्फ्यूजन था लेकिन अब उन्होंने बीकॉम ऑनर्स ही करने का फैसला लिया है क्योंकि एसआरसीसी में जनरल कैटिगरी के लिए इको ऑनर्स की सेकंड कट ऑफ आनी मुश्किल है। हाई कट ऑफ के सवाल पर वह कहते हैं कि एसआरसीसी ने स्टूडेंट्स के मार्क्स को देखकर ही यह कट ऑफ जारी की है और बीकॉम ऑनर्स कोर्स में अगर नॉन कॉमर्स स्टूडेंट्स की कट ऑफ ज्यादा है तो इसमें गलत क्या है क्योंकि इको ऑनर्स कोर्स में साइंस स्टूडेंट्स को वेटेज मिल रही है। चिन्मय ने इंग्लिश में 92, इकनॉमिक्स में 97, मैथ्स में 100, बिजनेस स्टडीज में 99 और अकाउंट्स में 100 मार्क्स हासिल किए हैं। 

कॉमर्स की टॉपर उर्मि उप्पल चाहती हैं कि उनका ऐडमिशन एसआरसीसी में इको ऑनर्स कोर्स में हो। वह दिल्ली की टॉपर हैं लेकिन एसआरसीसी में इको ऑनर्स कोर्स में ऐडमिशन नहीं हो पा रहा है क्योंकि उनका बेस्ट ऑफ फोर 97.75 है और कॉमर्स के स्टूडेंट्स को यहां पर इको ऑनर्स में 98.25 पर ऐडमिशन मिल रहा है। उर्मि ने अब एलएसआर में इको ऑनर्स कोर्स में ऐडमिशन ले लिया है और उनका सेंट स्टीफंस कॉलेज में इंटरव्यू है। अगर सेंट स्टीफंस में मौका मिलता है तो वह इस कॉलेज में ऐडमिशन लेने के बारे में भी सोच रही हैं। वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि कॉलेजों का क्राइटेरिया ही ऐसा है कि टॉपर्स को भी ऑप्शन नहीं मिल पा रहे हैं। एक्सपर्ट यह भी सवाल उठा रहे हैं कि इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में साइंस स्टूडेंट्स को कॉमर्स स्टूडेंट्स से ज्यादा वेटेज क्यों दी जा रही है। उर्मि ने इंग्लिश में 95, इकनॉमिक्स में 97, मैथ्स में 100, बिजनस स्टडीज में 98 और अकाउंटस में 98 मार्क्स हासिल किए हैं(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,18.6.11)।

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