आईआईटी बॉम्बे एक बार फिर देश में अव्वल साबित हुआ है। जेईई पास करनेवाले देश के टॉप दस लोगों में से 8 ने बॉम्बे में ऐडमिशन लिया है। इसमें टॉप 5 कैंडिडेट्स शामिल हैं। यही नहीं, टॉप 100 में से 70 लोगों ने बॉम्बे आईआई के साथ अपना भविष्य सुरक्षित माना है।
आईआईटी-बी के मुताबिक, जेईई के टॉप रैंकर इम्मादि प्रधवि तेज ने पवई कैंपस को चुना है। तेज इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में बीटेक करेंगे। श्यामक रेड्डी (एआईआर रैंक 3), बुरले साईकिरण (एआईआर रैंक 4) ने भी पवई में इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में प्रवेश लिया है।
उधर शुभम मेहता (एआईआर रैंक 2) और निशीथ लाहोटी (एआईआर रैंक 5) ने कंप्यूटर साइंस को तरजीह दी है। वैसे आईआईटी-बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजिनियरिंग पढ़ने की इच्छा 3,352 लोगों की थी और इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग को पहली पसंद बतानेवाले 1,393 प्रत्याशी रहे। हालांकि बॉम्बे को कुल 873 सीटें ही अलॉट हुई हैं। इसमें 148 रिजर्व और 15 फिजिकली हैंडिकप्ड हैं।
अंग्रेजी का टेस्ट: बॉम्बे में चुने गए सभी लोगों को सत्र की शुरुआत में इंग्लिश प्रफिशिएंसी की परीक्षा देनी होगी। जिनके मार्क्स 20 प्रतिशत से कम हुए और जिनके फिजिक्स, केुमस्ट्री और मैथ्स में कुल मिलाकर 150 मार्क्स से भी कम हों, उन्हें इन विषयों के लिए एक सेमेस्टर का ब्रिज कोर्स करना होगा। इसमें पास होने के बाद ही उनके पहले सेमेस्टर की पढ़ाई होगी।
टॉप टेन में से
आईआईटी-बॉम्बे आईआईटी-दिल्ली आईआईटी-मद्रास
2011 8 2 0
2010 8 1 1
टॉप 100 में
आईआईटी - बी आईआईटी - दिल्ली आईआईटी - कानपुर आईआईटी - मद्रास
2011 70 24 4 2
2010 67 24 4 2
गर्ल्स की पसंद मुंबई - दिल्ली
टॉप 100 महिला प्रत्याशियों में से 27 ने मुंबई , 26 ने दिल्ली , 12 ने खड़कपुर , 11 ने कानपुर , 18 ने मद्रास और महज 6 ने रुड़की आईआईटी को चुना है। कुल 943 (10 प्रतिशत सीटें ) लड़कियों को मिली हैं। इसमें सामान्य वर्ग की 459 गर्ल्स हैं।
आईआईटी - बॉम्बे की हॉट चॉइस ( पहली पसंद )
कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजि -3,352
इलेक्ट्रिकल -1,393
मेकेनिकल -784
एयरोस्पेस -415
3,878 को नहीं मिली कोई सीट
आईआईटी - जेईई में चुने गए 13,197 स्टूडेंट्स में से 9,319 स्टूडेंट्स को आईआईटी में सीटें मिल गई हैं। 3,878 लोगों को अब तक कोई सीट नहीं मिली। 766 प्रत्याशी तो काउंसलिंग के लिए आए ही नहीं।
' जानकर अच्छा लगता है कि युवाओं की पहली पसंद हमारा संस्थान है। कंप्यूटर साइंस पिछले कई सालों से लोकप्रिय रहा है। विभाग में करीब 100 सीटें हैं , इसलिए सबको पहली पसंद का कोर्स मिलना असंभव है। '
प्रफेसर देवांग खखर , डायरेक्टर , आईआईटी - बॉम ्बे
(नवभारत टाइम्स,मुंबई,22.6.11)
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