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24 जून 2011

डीयूःटॉप कॉलेजों से बीबीएस में शिफ्टिंग की तैयारी

डीयू के बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज (बीबीएस) कोर्स के लिए इंटरव्यू प्रोसेस चल रहा है और इंटरव्यू में वे स्टूडेंट्स भी शामिल हो रहे हैं, जिन्होंने यूनिवसिर्टी के टॉप कॉलेजों में एडमिशन ले लिया है। एसआरसीसी, हिंदू, रामजस, हंसराज कॉलेजों में बीकॉम ऑनर्स या इकनॉमिक्स ऑनर्स कोर्स में एडमिशन ले चुके स्टूडेंट्स बीबीएस का इंटरव्यू भी दे रहे हैं।

यानी इन स्टूडेंट्स का अगर बीबीएस में सिलेक्शन हो जाता है तो फिर से बीकॉम ऑनर्स कोर्स से प्रफेशनल कोर्स में शिफ्ट भी हो सकते हैं। इसके अलावा इस बार इंटरव्यू के दौरान आने वाले स्टूडेंट्स में बीटेक की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स की संख्या भी अधिक है।

शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज की प्रिंसिपल डॉ. पूनम वर्मा ने बताया कि यूनिवसिर्टी के पॉपुलर कोसेर्ज में एडमिशन ले चुके स्टूडेंट्स इंटरव्यू में शामिल हो रहे हैं। 95-96 पर्सेंट लाने वाले स्टूडेंट्स भी हैं, हालांकि बीबीएस के एडमिशन शुरू होने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि कितने स्टूडेंट्स बीकॉम ऑनर्स या इको ऑनर्स से शिफ्ट हुए हैं।

डॉ. वर्मा का कहना है कि वैसे तो हर साल ही बीकॉम ऑनर्स कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स बीबीएस में आते हैं। इस बार हिंदू, हंसराज, वेंकेटेश्वर, जीसस एंड मेरी जैसे पॉपुलर कॉलेजों में पहली लिस्ट में एडमिशन ले चुके स्टूडेंट्स इंटरव्यू के लिए आ रहे हैं। बीबीएस के इंटरव्यू 25 जून तक चलेंगे और 30 जून तक मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी।

उन्होंने बताया कि बीटेक की एक साल की पढ़ाई कर चुके स्टूडेंट्स भी बीबीएस में इस साल एडमिशन लेंगे और इंटरव्यू में ऐसे काफी स्टूडेंट्स आ रहे हैं। डॉ. वर्मा का कहना है कि बीबीएस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स की प्लेसमेंट काफी अच्छी होती है और बीबीएस के बाद स्टूडेंट्स एमबीए करके काफी बेहतर करियर बना सकते हैं।


डीडीयू कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस. के. गर्ग का कहना है कि ऐसे स्टूडेंट्स की कमी नहीं है, जिन्हें इंजीनियरिंग के पॉपुलर इंस्टिट्यूट में एडमिशन नहीं मिलता और वे दूसरी जगह बीटेक में एडमिशन लेते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में देखने में आया है कि ऐसे स्टूडेंट्स को बीटेक करने के बाद भी अच्छी प्लेसमेंट नहीं मिलती, ऐसे में स्टूडेंट्स बीबीएस कोर्स की ओर शिफ्ट करते हैं। 

अगर उन्हें बीबीएस में एडमिशन मिलता है तो वे बीटेक की एक साल की पढ़ाई भी छोड़ रहे हैं। बीबीएस के बाद अधिकतर स्टूडेंट्स एमबीए के लिए ट्राई करते हैं और एमबीए किस स्ट्रीम में किया जाए, इसका फैसला वे बीबीएस कोर्स में ही कर लेते हैं। 

खास बात यह है कि बीबीएस कोर्स में साइंस के स्टूडेंट्स के एडमिशन अधिक हो रहे हैं। इस कोर्स का क्रेज स्टूडेंट्स के बीच लगातार बढ़ रहा है। हालांकि इस कोर्स की सीटें अधिक नहीं हैं लेकिन अप्लाई करने वालों की तादाद हजारों में पहुंच चुकी है। इस साल करीब 13,500 स्टूडेंट्स ने एंट्रेंस टेस्ट दिया था। 

यह कोर्स डीयू के शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, केशव महाविद्यालय और डीडीयू कॉलेज में है। डीयू में कोर्स की कुल सीटें 275 हैं। डीडीयू और केशव महाविद्यालय में 45-45 सीटें हैं और शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज में 185 सीट हैं। बीबीएस का यह कोर्स 22 साल से भी पुराना कोर्स है। शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज में यह कोर्स 22 साल से भी अधिक समय से चल रहा है और डीडीयू कॉलेज और केशव महाविद्यालय इस कोर्स के दो बैच पूरा कर चुके हैं(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,24.6.11)।

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