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19 जून 2011

डीयूःनामी के बाद ऑफ कैंपस की ओर बढ़े कदम

कैंपस के नामी कॉलेजों में दाखिला लेना कई छात्रों का सपना बनकर रह गया है। दाखिला न मिलने से मायूस छात्र डीयू के बाकी कॉलेजों की ओर रूख कर रहे हैं। एडमिशन की मारामारी के कारण बाकी कॉलेजों की सीटें भी तेजी से भरती जा रहीं हैं।

एआरएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल डा. राकेश ने बताया कि उनके यहां शनिवार तक 600 से ज्यादा सीटें भर चुकी हैं। छात्र ज्यादा से ज्यादा संख्या में आ रहे हैं। दूसरी कटऑफ के बारे में उनका कहना हैं कि वह फिलहाल कुछ नहीं कह सकते कि छात्रों को कितनी राहत मिलेगी। वहीं सांध्य कॉलेजों में भी छात्रों का क्रेज बढ़ने लगा है।

मोतीलाल सांध्य के प्राचार्य बी.के.शर्मा कहते हैं कि कॉलेज में सामान्य वर्ग के लिए बीकॉम ऑनर्स में तीस सीटें है और सभी तीस सीटें भर चुकी है। कैंपस के बाहर के कॉलेजों की और भी छात्रों का रूझान दिख रहा हैं। पीजीडीएवी सांध्य कॉलेज के प्राचार्य रामजी नारायण ने बताया कि इस बार दाखिले में छात्रों की काफी भीड़ दिख रही है। बीकॉम ऑनर्स की सामान्य वर्ग की 39 सीटें है और बारह सीटों में दाखिला हो चुका है और दाखिले का एक दिन बाकी है।

आत्माराम में लिया दाखिला
दक्षिणी परिसर में सबसे ज्यादा इकोनोमिक्स, कॉमर्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री और गणित कोर्सेस को लेकर मांग बढ़ने लगी है। बारहवीं में 92 प्रतिशत अंक पाने वाली नेहा बताती हैं कि वह केएमसी में इकोनोमिक्स में दाखिला लेनी चाहती थी। कटऑफ के कारण आत्मा राम में दाखिला लेना पड़ा।


विकल्प की तलाश
वेंकटेशवर कॉलेज के बी.कॉम में महज एक प्रतिशत से पीछे रह गए अमित कुमार कहते हैं कि वह शुरू से ही वेंकटेशवर में पढ़ना चाहते थे। लेकिन वह अब बाकी कॉलेजों में विकल्प तलाश रहे हैं। सौ प्रतिशत तक पहुंची कटऑफ से छात्रों के अभिभावक भी परेशान है। जहां शनिवार को नॉर्थ कैंपस सुनसान रहा वहीं साउथ कैंपस में दाखिले के लिए काफी भीड़ देखने को मिली।
(रोहित पंवार,हिंदुस्तान,दिल्ली,19.6.11)

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