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29 जून 2011

उत्तराखंडःकम्बाइंड पीजी इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की विवि से सम्बद्धता बरकरार

कम्बाइंड पीजी इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइन्सेज की गढ़वाल केन्द्रीय विविद्यालय से सम्बद्धता बरकरार है। इंस्टीटय़ूट में डिप्लोमा, स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर के विभिन्न पाठय़क्रमों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इंस्टीटय़ूट द्वारा छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान देने के लिए करीब पांच बड़े अस्पतालों से अनुबंध किया गया है। कुंआवाला स्थित कम्बाइंड पीजी इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइन्सेज में बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी (बीपीटी), बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी, एमएससी माइक्रोबायोलॉजी, बीएससी-एमएससी नर्सिग समेत अनेक पाठय़क्रमों में एडमिशन प्रक्रिया की शुरू हो चुकी है। शुरूआती दौर में कुलाधिपति व राज्यपाल ने जुलाई 09 तक के लिए इंस्टीटय़ूट को मान्यता दी थी। इसी दौरान जनवरी09 में गढ़वाल विविद्यालय को केन्द्रीय दर्जा मिल गया जिसके बाद सम्बद्धता आदि मामले में प्रदेश सरकार की कोई भूमिका नहीं रह गई है। विविद्यालय पहले ही साफ कर चुका है कि 15 जनवरी 09 तक जो संस्थान सम्बद्ध थे उनकी सम्बद्धता विविद्यालय के साथ बनी रहेगी। निदेशक व प्राचार्य डा. जीएस जादौन ने बताया कि उत्तराखण्ड में नर्सिग पाठय़क्रम सबसे पहले कम्बाइंड पीजी इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइन्सेज ने शुरू किया था। पाठय़क्रम शुरू करने से पहले ही निर्धारित मानकों को पूरा करने के साथ ही विविद्यालय के साथ सम्बद्धता व नर्सिग काउंसिल से मान्यता ले गई थी। केन्द्रीय विविद्यालय से सम्बद्धता होने कारण प्रदेश सरकार अब कोई लेना-देना नहीं रह गया है(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,29.6.11)।

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