मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

20 जून 2011

राजस्थानःसीपीटी परीक्षा में गणित ने डाला परेशानी में

सीए कोर्स के लिए कॉमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट रविवार को हुआ। भारतीय सीए संस्थान की ओर से आयोजित इस परीक्षा में जयपुर सेंटर पर करीब 6173 स्टूडेंट्स बैठे। नौ सेंटरों पर यह परीक्षा सुबह 10:30 से 12:30 और दोपहर 2 से 4 बजे तक हुई।

अच्छे मार्क्‍स को लेकर उनमें उत्साह था। हर स्टूडेंट को उम्मीद थी, वह 100 से ज्यादा मार्क्‍स आसानी से स्कोर कर पाएगा। हालांकि, फस्र्ट सेशन का पेपर उन्हें सैकंड सेशन की तुलना में ज्यादा आसान लगा। इकोनॉमिक्स के सवाल हल करने में उन्हें कैलकुलेटर का उपयोग बिल्कुल नहीं करना पड़ा। कुछ सवाल ही रिपीट हुए। ज्यादा से ज्यादा सवाल हल कर पाने के कारण वे इसी प्रयास में सफल हो पाएंगे।स्टूडेंट्स का कहना है कि पेपर आसान होने के कारण अच्छा हुआ है।

रिजल्ट भी अच्छा आने की संभावना है। स्टूडेंट सुबोध सोनी ने बताया कि स्टेटिस्टिक्स और मैथ्स का पेपर उन्हें थोड़ा टफ लगा। इसमें सेक्शन डी मुश्किल था। थ्योरी का पार्ट कम था। शैलजा कहती हैं, पेपर सिंपल था। उनके 100 से ज्यादा नंबर आएंगे। मैथ्स ने जरूर निराश किया। दिव्यांश सोनी को पेपर ट्रिकी लगा। उन्होंने बताया कि इकोनॉमिक्स में साधारण और ट्रिकी सवाल थे।


बिना कैलकुलेटर के: अकाउंटेंसी में थ्योरी के 75 परसेंट सवाल पूछे गए। करीब 45 सवाल थ्योरी के थे। यह कहना है गुरुशिखर प्रोफेशनल स्टडीज के डायरेक्टर अरुण गर्ग का। इकोनॉमिक्स के सवाल आसान होने से स्टूडेंट्स को कैलकुलेटर की जरूरत नहीं पड़ी। मर्केंटाइल लॉ में लीक से हटकर सवाल पूछे गए। दस से बारह सवाल ट्रिकी थे। इकोनॉमिक्स में कुछ सवाल कोर्स के बाहर से पूछे गए। पेपर आसान होने की वजह से स्टूडेंट्स 90 परसेंट से ज्यादा स्कोर कर पाएंगे। स्टूडेंट्स के मुताबिक, इकोनॉमिक्स में एक सवाल में ए, एफ, सी निकालने के लिए दिया गया सवाल गलत था। 

अकाउंटेंसी में थ्योरी के सवाल ज्यादा थे। करीब 60 में से 45 सवाल थ्योरी से थे। बाकी प्रैक्टिकल थे। मर्केंटाइल लॉ में सेक्शन और केस लॉ बेस्ड सवाल नहीं थे। सीधे सवाल आने की वजह से गलती होने की संभावना कम हो गई। पार्ट2 एवरेज और मैथ्स टफ थी। - सुमित धूत, डायरेक्टर, पेस इंस्टीट्यूट
(दैनिक भास्कर,जयपुर,20.6.11)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।