मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

22 जून 2011

डीयू में दाखिले की होड़ःकॉलेज चाहिए मनचाहा, भले कोर्स हो अनचाहा

दिल्ली विविद्यालय के टॉप कॉलेजों में दाखिला लेने की चाह में विद्यार्थी उन कोसरे में दाखिले लेने को भी तैयार हैं, जिन विषयों को उन्होंने पढ़ा तक नहीं। विद्यार्थी ने स्कूल में क्या पढ़ा और अब क्या पढ़ेंगे इसकी चिंता विद्यार्थियों को नहीं है। बस उन्हें टॉप कॉलेज में दाखिला चाहिए। दाखिला प्रक्रिया में कट ऑफ कम होने की स्थिति में कई विद्यार्थी ऐसे फैसले ले रहे हैं। ये स्थिति कॉमर्स के विद्यार्थियों में देखने को मिल रही है। वे कम अंक होने के चलते या फिर कला या फिर साइंस पाठय़क्रमों में दाखिला लेने की सोच रहे हैं। कॉलेज प्राचायरे का कहना है कि विद्यार्थी किसी भी स्थिति में डीयू कॉलेज से स्नातक कोर्स करना चाहते हैं, उस पर वे मनचाहे कॉलेज में भी दाखिला लेने चाहते हैं। ऐसे में मनचाहा कॉलेज तो विद्यार्थियों को मिल रहा है, लेकिन कोर्स नहीं मिल पा रहा है। डीयू के हंसराज कॉलेज में कट ऑफ देखने पहुंचे छात्र विनय आनंद ने कहा कि वे कॉमर्स हंसराज में बीकॉम ऑनर्स की कट ऑफ काफी ज्यादा है और उनकी कट ऑफ 73 फीसद है, ऐसे में वे हिन्दी ऑनर्स कोर्स में ही दाखिला ले सकते हैं। इसी प्रकार किरोड़ीमल कॉलेज में सेकेंड कट ऑफ सूची देखने पहुंचे छात्र रोहन जुनेजा ने कहा कि वे कॉमर्स स्ट्रीम से हैं, लेकिन कॉमर्स की कट ऑफ सभी कोर्सेज में सबसे अधिक है और उनका 85 फीसद है, लेकिन पढ़ना वे किरोड़ीमल कॉलेज में चाहते हैं तो ऐसे में वे यहां राजनीति शास्त्र ऑनर्स में दाखिला लेंगे। यहां इस कोर्स में कट ऑफ 85-94.75 फीसद निकाली गई है। दौलतराम कॉलेज में आई शिवानी गुप्ता ने कहा कि वैसे तो वे कॉमर्स स्ट्रीम की हैं और कॉमर्स ही करना चाहती हैं लेकिन पढ़ाई करने का मन नॉर्थ कैम्पस के दौलतराम कॉलेज में है। उनका 77 फीसद है, ऐसे में वे फिलॉस्फी ऑनर्स में भी दाखिला ले सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोर्स करने में आने वाली दिक्कत पूछे जाने पर वह कहती हैं कि जब कॉमर्स जैसे मुश्किल विषय कर लिया तो वे फिलॉस्फी भी कर लूंगी। हिन्दू कॉलेज में दूसरी कट ऑफ देखने पहुंचीं छात्रा ेता खुराना ने कहा कि कॉलेज में वे बीकॉम ऑनर्स व ईको ऑनर्स में दाखिले की आस लगाए बैठीं थीं लेकिन कॉलेज ने दोनों पाठय़क्रमों में दाखिला बंद कर दिया है, ऐसे में 87 फीसद में यहां फिलॉसफी ऑनर्स में दाखिला मिल सकेगा। उनका कहना है कि वे नार्थ कैम्पस के कॉलेज में ही दाखिला चाहती हैं, इस कारण उन्होंने कोर्स बदलने तक का फैसला लिया है। मिरांडा हाउस में दूसरी कट ऑफ देखने पहुंचीं शमिता ने कहा कि वे कॉमर्स स्ट्रीम की हैं लेकिन कॉमर्स में नो एंट्री का बोर्ड लग गया है। उनकी इच्छा मिरांडा हाउस में ही पढ़ने की है, ऐसे में इस कॉलेज में वे फिजिकल साइंस ऑनर्स में दाखिला लेंगी(राकेश नाथ,राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,22.6.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।