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29 जून 2011

डीयू के सिख कॉलेज में पंजाबी पढ़ने वालों को छूट

दिल्ली विविद्यालय के कॉलेजों में जहां एक तरफ .1 फीसद कम होने पर भी विद्यार्थियों को दाखिला नहीं मिल रहा है, वहीं डीयू के सिख कॉलेजों में सिख समुदाय के लोगों को 5 फीसद तक की छूट का लाभ मिल रहा है। विविद्यालय से सम्बद्ध सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कॉलेजों में सिख समुदाय के लोगों को दाखिले में अलग-अलग छूट दी जा रही है। हालांकि कमेटी से जुड़े एक कॉलेज में पंजाबी भाषा पढ़ने वालों को छूट दी जा रही है। दरअसल, इन कॉलेजों के अल्पसंख्यक कॉलेज का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस कारण डीयू भी इस संबंध में फिलहाल दखल नहीं दे रही है। हालांकि यहां खास बात यह भी है कि तीन कॉलेजों में तो सिख समुदाय के लोगों को अलग-अलग छूट दी जा रही, वहीं एक कॉलेज ने पंजाबी पढ़ने वालों को छूट देने की घोषणा की हुई है दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के डीयू से संबद्ध चार कॉलेज हैं। इनमें एसजीटीबी खालसा कॉलेज, एसजीएनडी खालसा कॉलेज, एसजीजीएस कॉलेज ऑफ कॉमर्स और माता सुंदरी कॉलेज शामिल हैं। गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में अलग-अलग कोर्स में अलग-अलग छूट दी जा रही है। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जसविंदर सिंह ने बताया कि कॉलेज द्वारा सिख समुदाय के बच्चों को 3 से 5 फीसद तक की छूट दी जा रही है। वहीं, एसजीएनडी खालसा कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मनमोहन कौर ने कहा कि कॉलेज में पंजाबी पढ़ने के इच्छुक सभी सिख समुदाय के छात्र- छात्राओं को 3 प्रतिशत कटऑफ में छूट दी जा रही है। डॉ. कौर ने बताया कि जिन विद्यार्थियों ने स्कूल में पंजाबी नहीं पढ़ी है और यदि वे पंजाबी लिखकर और पढ़कर दिखाते हैं, तो उन्हें भी 3 फीसद तक की छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह राहत सिर्फ पंजाबी में हीं नहीं, बल्कि संस्कृत व गणित विषयों की पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों को भी दी जा रही है। इसके अलावा छात्राओं को 3 प्रतिशत की छूट कॉलेज दे रहा है। इस संबंध में डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. जेएम खुराना ने कहा कि दाखिला प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व विविद्यालय ने सभी कॉलेजों से दाखिला क्राइटेरिया मांगी थी। सिख कॉलेजों ने अपनी क्राइटेरिया में सिख विद्यार्थियों को राहत देने की बात कही थी(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,29.6.11)।

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