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29 जुलाई 2011

बिहार फुटबॉलःस्टेट ग्रेड दो की लिखित परीक्षा में पास 19 रेफरी में चार महिलाएं

बिहार खेलों में पिछड़ा माना जाता है और जब महिलाओं की बात आती है तो इसमें और भी पिछड़ापन सामने आता है। इसके बावजूद फुटबॉल में हाल के दिनों में महिला खिलाड़ियों की संख्या बढ़ी है और कई ने तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है। खिलाड़ियों से थोड़ा अलग हटकर बात करें तो अब बिहार के मैदानों पर महिला रेफरियों को जोरदार सीटी बजाते हुए अगर देखा जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। बिहार की महिलाओं में रेफरी बनने की होड़ सी लग गयी है और आने वाले समय में यह संख्या एक दर्जन के पास पहुंच जाएगी। कुछ समय पहले बिहार फुटबॉल एसोसिएशन ने पटना में स्टेट ग्रेड दो के लिए लिखित परीक्षा ली थी जिसका परिणाम आ गया है। विभिन्न जिलों के 19 निर्णायकों ने इसमें सफलता हासिल की है जिसमें चार नाम महिलाओं के हैं। इन सफल रेफरियों को अब अपने जिले की स्थानीय लीग में प्रैक्टिल और फिटनेस टेस्ट में हिस्सा लेना होगा, जिसमें सफल हो जाने पर ये सभी स्टेट पैनल दो के रेफरी हो जाएंगे। ये चारों महिलाएं मुजफ्परपुर की हैं। ये हैं सुश्री मधु त्रिपाठी, सुश्री प्रीति कपूर, सुश्री शबाना आलमी, सुश्री संगीता कुमारी। इसके अलावा चार अन्य महिलाएं पहले से लिखित परीक्षा में सफल हो चुकी हैं जिनको प्रैक्टिल ओैर फिटनेस टेस्ट में शामिल होना होगा। इन चारों में मुजफ्फरपुर की वंदना कुमारी, शिखा कुमारी और प्रिया कपूर तथा सारण की श्रीमती दीपाली सिंह (बिहार राज्य खेल प्राधिकरण में कार्यरत) शामिल हैं। इस तरह ये आठों रेफरी स्टेट ग्रेड दो के लिए फाइनल पैनल में आने के करीब हैं। बिहार में इसके अलावा चार अन्य रेफरी पहले से स्टेट ग्रेड दो के पैनल में हैं। इनमें पश्चिम चम्पारण की शमीम आरा और कुमारी ेता, मुंगेर की रंजीता कुमारी और पटना की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मधु कुमारी के नाम हैं। ये चारों अब स्टेट ग्रेड एक के लिए तैयारी करेंगी। स्टेट ग्रेड एक में अब तक किसी महिला को आने का मौका नहीं मिला है। इन बारह महिला रेफरियों में एकमात्र शमीम आरा ऐसी हैं जिन्हें राज्य महिला अंतर जिला प्रतियोगिता में निर्णायक बनने का अनुभव हासिल है। वह पूर्णिया में हुई राज्य महिला प्रतियोगिता में यह भूमिका निभा चुकी हैं। हालांकि रंजीता कुमारी को भी पूर्णिया में मौका मिला था लेकिन वह नहीं जा सकी थीं। इसके अलावा पटना की मधु कुमारी स्थानीय मैचों में निर्णायक की भूमिका निभाती रही हैं। लिखित परीक्षा में सफल हुए 19 रेफरियों के नाम इस प्रकार हैं : मनीष राज (दरभंगा), संतोष कुमार पांडेय, जर्नाधन सिंह (दोनों बक्सर), मोहम्मद इबरार इस्माइल हाशमी (पूर्णिया), सुश्री मधु त्रिपाठी, सुश्री प्रीति कपूर, सुश्री शबाना आलमी, सुश्री संगीता कुमारी (सभी मुजफ्फरपुर), दिवाकर कुमार, निदेश कुमार सुमन, अनंत कुमार और कुमार विनय (सभी समस्तीपुर), मोहम्मद इसरायल, उपेन्द्र कुमार मंडल, संजय कुमार, संजीव कुमार राय, मोहम्मद फारुक पासवान (सभीर भागलपुर), दीपक कुमार पासवान (कटिहार) और उदय प्रकाश पांडेय (गया)(राष्ट्रीय सहारा,पटना,29.7.11)।

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