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13 जुलाई 2011

झारखंडः2000 शिक्षकों को 17 साल से नहीं मिली प्रोन्नति

राज्य के लगभग 2000 माध्यमिक शिक्षकों को 1994 से प्रवरण वेतनमान (सुपर सलेक्शन ग्रेड) और प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति नहीं मिली है। इस वजह से उन्हें हर माह लगभग 5 से 8 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है। प्रोन्नति के लिए पदों को चिह्न्ति कर सिर्फ वित्त विभाग से सहमति लेना है। मामला माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में बहुत दिनों से लंबित है।

इस कारण माध्यमिक शिक्षकों में रोष है। माध्यमिक शिक्षक संघ एक बार फिर इसके विरोध में आंदोलन की तैयारी में जुटा है। गौरतलब है कि प्रोन्नति के इंतजार में लगभग 700 शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, वहीं लगभग 100 शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है।

क्या है मामला


राज्य भर में माध्यमिक शिक्षकों का कुल 7,099 पद स्वीकृत है। इनमें से 20 प्रतिशत पदों पर निदेशालय को वरीयता के हिसाब से प्रवरण वेतनमान और प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति देना है। इस हिसाब से करीब 1,500 शिक्षकों को प्रवरण वेतनमान और 300 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति देनी है। 

1983 की सेवा शर्त नियमावली के अनुसार राज्य के माध्यमिक शिक्षकों को 12 वर्ष के उपरांत वरीय वेतनमान और 18 वर्ष सेवा के पश्चात प्रवरण वेतनमान मिलता है, लेकिन 1994 से ही राज्य के माध्यमिक शिक्षकों को प्रवरण वेतनमान नहीं मिला है।

तीन बार हुआ है आंदोलन

माध्यमिक शिक्षक संघ के संगठन मंत्री गंगा प्रसाद यादव ने कहा कि प्रवरण वेतनमान और प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति की मांग को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ 2006, 2007 और 2008 में आंदोलन कर चुका है। 

इसमें अब तक सिर्फ लिखित आश्वासन ही मिला है। यदि अभी भी निदेशालय इसके प्रति गंभीर नहीं हुआ तो संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इसकी पूरी जिम्मेवारी शिक्षा निदेशालय विभाग की होगी।

मामला यहां अटका है

प्रवरण वेतनमान और प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति का मामला माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में अटका है। इस संबंध में वर्ष 2008 में माध्यमिक शिक्षक संघ के साथ तत्कालीन शिक्षा मंत्री की वार्ता हुई थी। वार्ता में मंत्री ने कहा था कि शिक्षकों को प्रवरण वेतनमान और प्रधानाध्यापक पद पर अविलंब प्रोन्नति दी जाएगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

मामले में विभाग गंभीर

मामले को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय गंभीर है। हर दृष्टिकोण से इसका अध्ययन किया जा रहा है। विभाग इस मुद्दे पर आवश्यक कार्रवाई करेगा।"" आभा कुसुम तिर्की, कार्यकारी निदेशक, माध्यमिक शिक्षा(राजीव गोस्वामी,दैनिक भास्कर,रांची,13.7.11)

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