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09 जुलाई 2011

डीयू में सेमेस्टर पाठ्यक्रमों को हरी झंडी

डीयू में 21 जुलाई से शुरू हो नए सेशन के लिए सेमेस्टर पाठ्यक्रमों को शुक्रवार रात अकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दे दी। करीब 10 घंटे तक चली काउंसिल की मैराथन बैठक में सदस्यों ने विभागों की ओर से पेश आधे-अधूरे पाठ्यक्रमों पर ऐतराज जताया, लेकिन प्रशासन की कोशिश रही कि जैसे-तैसे नए सत्र में सेमेस्टर सिस्टम को लागू करने का मार्ग प्रशस्त हो जाए।

अकेडमिक काउंसिल ने आधे-अधूरे इतिहास, इकोनॉमिक्स, सोशलॉजी व अंग्रेजी के अगले संपूर्ण पाठ्यक्रमों को आगामी 30 सितंबर तक तैयार करने का निर्देश विभागों को दिया है ताकि नए सत्र मंे बच्चों की पढ़ाई बिना किसी रुकावट के जारी रहे।

अकेडमिक काउंसिल के सदस्य डॉ.संजय कुमार ने बताया कि शून्यकाल के दौरान अनुसूचित जाति/ जनजाति (एससी-एसटी) के फर्जी दाखिलों को लेकर जब उन्होंने सवाल खड़े किए तो प्रशासन बचाव की मुद्रा में नजर आया और सदस्यों की मांग पर इस बात के लिए सहमति बनी कि इन दाखिलों को भी कॉलेज स्तर पर अंजाम दिए जाने की राह तलाशी जाए।

डॉ.संजय कुमार ने बताया कि इसके अलावा इंटरनल असेसमेंट के मामले पर भी कुलपति व काउंसिल का रवैया बेहतर सकारात्मक रहा और उन्होंने इसके रिव्यू के लिए जल्द एक कमेटी के गठन का भरोसा दिया। कोटे के दाखिलों के साथ-साथ शिक्षकों के स्तर पर भी प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर स्तर पर 2008 में एग्जीक्यूटिव काउंसिल की ओर से मंजूर भारत सरकार की गाइडलाइंस को तुरंत लागू करने पर भी जोर दिया गया।


काउंसिल सदस्य डॉ.राकेश कुमार ने बताया कि सेमेस्टर सिस्टम लागू करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने बैठक में आधे-अधूरे पाठ्यक्रम पास कराए और उन 13 साइंस पाठच्यक्रमों को भी मंजूरी दिलाई, जो पूर्व कुलपति प्रो.दीपक पेंटल के समय में जबरन मंजूर किए गए थे। 

डॉ. राकेश ने बताया कि बैठक में फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेस, डिपार्टमेंट ऑफ जर्मेनिक एंड रोमांस स्टडीज, पंजाबी ऑनर्स, अंग्रेजी ऑनर्स के साथ-साथ बी.एससी होम साइंस (पास/ ऑनर्स) पाठ्यक्रमों को भी मंजूरी दे दी गई। 

डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि उनके साथ-साथ काउंसिल सदस्य डॉ.रेनू बाला व शियोदत्त ने इस बात को गंभीर बताया कि कई पाठच्यक्रम सिर्फ एक ही सेमेस्टर के हैं यानी अगले सेमेस्टर में क्या पढ़ाया जाएगा, पता नहीं है। सो ऐसे पाठच्यक्रमों को लागू करना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। 

इसके अलावा पाठ्यक्रमों के बंटवारे पर भी सदस्यों ने विरोध जताया। उनका कहना था कि सेमेस्टर सिस्टम में एकरूपता का अभाव है। प्रशासन की बात करें तो नए सत्र में ग्रेजुएशन के स्तर पर सेमेस्टर सिस्टम की शुरुआत करने जा रहे दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी पाठ्यक्रम अकेडमिक काउंसिल से मंजूर करा लिए है और शनिवार को इन्हें एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मंजूरी के लिए पेश कर दिया जाएगा।

एसके टंडन बने प्रोफेसर एमिरेट्स

डीयू के पूर्व समकुलपति प्रो.एसके टंडन को शुक्रवार को अकेडमिक काउंसिल ने प्रोफेसर एमिरेट्स का ओहदा देने का फैसला किया। काउंसिल में एजेंडे से अलग आए इस प्रस्ताव को सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया।

आरएलए कॉलेज का उठा मुद्दा 

रामलाल आनंद कॉलेज में प्रिंसिपल व शिक्षकों के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर जारी खींचतान का मामला अकेडमिक काउंसिल में भी शून्यकाल के दौरान उठा। इस दौरान कुलपति ने कॉलेज शिक्षक व एकेडमिक काउंसिल सदस्य डॉ.राकेश कुमार को भरोसा दिलाया कि वह कॉलेज की खराब सेहत को सुधारने के लिए जल्द ही प्रयास तेज करेंगे(दैनिक भास्कर,दिल्ली,9.7.11)।

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