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23 जुलाई 2011

उच्च शिक्षा में पिछड़ी हैं झारखंड की बेटियां

झारखंड की बेटियां अब भी स्कूल से कालेज की चौकठ तक नहीं पहुंच पा रहीं। उच्च शिक्षा में दाखिले के मामले में प्रदेश राष्ट्रीय स्तर की तालिका में नीचे से दूसरे और ऊपर से 34वें पायदान पर खड़ा है। विवि अनुदान आयोग द्वारा जारी ताजा आंकडे़ के अनुसार, 2009-10 में देश के विभिन्न विवि एवं कालेजों में कुल 1,46,24,990 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ। झारखंड में यह आंकड़ा 2,25,142 तक पहुंचा। इनमें मात्र 76,540 छात्राओं का प्रवेश हुआ। राज्य में हुए कुल नामांकन का यह 34 प्रतिशत है। वहीं, पड़ोसी राज्य बिहार में कुल 6,30,463 छात्र-छात्राओं का प्रवेश हुआ। इनमें मात्र 1,89,139 छात्राएं शामिल हैं। यह कुल विद्यार्थियों का 30 प्रतिशत है। कुल 59 प्रतिशत छात्राओं के नामांकन के साथ गोवा पहले, 57 प्रतिशत के साथ केरल दूसरे तथा 52 प्रतिशत के साथ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह तीसरे स्थान पर रहा। देश में हुए कुल नामांकन में छात्राओं का नामांकन 41.6 प्रतिशत रहा(ब्रजेश मिश्र,जमशेदपुर,दैनिक जागरण,23.7.11)।

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