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14 जुलाई 2011

यूपीःपचास फीसद से कम अंक पर नहीं होगा बीटेक व प्रबंधन में प्रवेश

गौतमबुद्ध प्राविधिक विविद्यालय में बुधवार को केन्द्रीय प्रवेश समिति की बैठक में इंजीनियरिंग व प्रबंधन पाठ्यक्रमों में 50 फीसद से कम अंक वालों को प्रवेश न देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ केन्द्रीय प्रवेश समिति ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए तिथियां तय कर दी हैं। केन्द्रीय प्रवेश समिति की बैठक बुधवार को जीबीटीयू के मालवीय हाल में महामाया प्राविधिक विवि के कुलपति प्रो. एसके काक की अध्यक्षता में हुई। इसमें जीबीटीयू के कुलपति प्रो. कृपाशंकर तथा विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा राम गणोश भी शामिल हुए। प्रवेश समिति में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद एआईसीटीई की ओर से इंजीनियरिंग व प्रबंधन में प्रवेश के लिए अंकों की अर्हता 50 फीसद से कम करके 45 फीसद रखने पर चर्चा की गयी, लेकिन एमटीयू ने इस वर्ष शैक्षिक अंकों की अर्हता में बदलाव करने से इनकार कर दिया। इसके पीछे जिम्मेदार अधिकारियों का कहना था कि प्रवेश के दौरान ही 50 फीसद अंक की अर्हता होने से 45 से 50 फीसद के बीच अंक पाने वाले आवेदन ही नहीं कर पाये। कुछ छात्रों ने आवेदन कर दिया था तो शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच के दौरान उन्हें लौटा दिया गया। इस वर्ष इंजीनियरिंग व एमबीए, एमसीए में 50 फीसद के अंकों वाले अभ्यर्थियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इसमें कोई भी फेरबदल नहीं किया जा सकता है। प्रवेश समिति ने एक अन्य फैसले में इंजीनियरिंग की ऑन लाइन काउंसलिंग की तिथियां भी तय कर दी हैं। प्रवेश समिति से पारितल सेडय़ूल के मुताबिक अनिवासी भारतीय कोटे की काउंसलिंग 17 जुलाई, कश्मीरी विस्थापित कोटे की काउंसलिंग 18 जुलाई को होगी। बीटेक की 20 फीसद सीटों के लिए राष्ट्रीय स्तर की एआईईईई कोटे की काउंसलिंग 21 जुलाई को होगी और 22 जुलाई से राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) कोटे की काउंसलिंग करायी जाएगी। इंजीनियरिंग व प्रबंधन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया 14 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी और 16 अगस्त से सभी संस्थाओं में कक्षाएं शुरू कराने पर सहमति बनी है। प्रवेश समिति की बैठक में जीबीटीयू के कुलसचिव यूएस तोमर, प्रतिकुलपति प्रो. वीके सिंह, डीन प्रो. मुकुल सिंह, एमटीयू के कुलसचिव, दोनों विविद्यालयों के वित्त अधिकारी व केन्द्रीय प्रवेश समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे। एसईई की काउंसलिंग के प्रथम चरण में अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया पहले ही पूरी की जा चुकी है और एक लाख 30 हजार सीटों को भरने के लिए सिर्फ 50 हजार अभ्यर्थियों ने ही पंजीकरण कराया है। इसी बीच शैक्षिक अंकों की अर्हता को लेकर बनी उहापोह की स्थिति ने भी छात्रों की बेरुखी को बढ़ा दिया है। पूर्व के वर्षो में एसईई की काउंसलिंग 10 जुलाई से शुरू होती रही है, लेकिन इस बार 22 जुलाई से काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। हालांकि इस बार काउंसलिंग सेंटरों का इजाफा होने से प्रवेश प्रक्रिया कम समय में पूरी होने की उम्मीद है(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,14.7.11)।

अमर उजाला,कानपुर संस्करण की रिपोर्टः
राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) 2011 से इंजीनियरिंग और प्रबंधन कालेजों में दाखिले के लिए आनलाइन काउंसिलिंग 20 जुलाई से 13 अगस्त तक होगी। रैंकवार काउंसिलिंग का कार्यक्रम जल्द जारी कर दिया जाएगा। एनआरआई की विशेष काउंसिलिंग 17 और कश्मीरी विस्थापितों की काउंसिलिंग 18 जुलाई को महामाया प्राविधिक विवि (एमटीयू) नोएडा में होगी। काउंसिलिंग के पहले दिन एआईईईई के सफल अभ्यर्थियों को बुलाया गया है। इनके कोटे की 20 फीसदी सीटें भरी जानी हैं। सीटें खाली रहने पर इन्हें एसईई के कोर्ट में शामिल कर लिया जाएगा।
वहीं, एसईई के समन्वयक प्रोफेसर ओंकार सिंह का कहना है कि जिन विद्यार्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो सका है, उन्हें एक और मौका दिया जाएगा। 19 जुलाई को सभी काउंसिलिंग केन्द्रों पर दोबारा शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि काउंसिलिंग प्रदेश के 35 केन्द्रों पर होगी। कानपुर नगर के एचबीटीआई, पीएसआईटी, नारायणा इंजीनियरिंग कालेज, महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कालेज और केआईटी में काउंसिलिंग होनी है।

45 फीसदी वालों को राहत नहीं
काउंसिलिंग से पहले ही इंटर में 45 फीसदी अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को झटका लगा है। केन्द्रीय प्रवेश समिति (कैब) ने ऐसे अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग में शामिल होने की छूट नहीं दी है। प्रवेश समिति का कहना है कि दाखिले की अर्हता अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने तय की थी। उसी हिसाब से प्रवेश परीक्षा कराकर परिणाम दिया गया। बाद में अर्हता कम करके 45 और 40 फीसदी कर दी गई। इसका क्रियान्वयन राज्य सरकार या प्रवेश परीक्षा का आयोजक विश्वविद्यालय नहीं कर सकता है।


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