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21 जुलाई 2011

हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयःएलएलबी की सीटें हुईं फुल,एलएलएम के लिए कवायद

हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में पहली बार एलएलबी की सीटें फुल हुई हैं। इस वर्ष बीए एलएलबी की सभी 165 सीटों पर एडमिशन हुआ है। एनआरआई के साथ ही फॉरेन स्टूडेंट्स की सीटें भी फुल हो गई हैं। बुधवार को एडमिशन की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया। प्रत्येक साल लगभग 15 सीटें खाली रह जाती थीं। इससे विवि को लगभग 50 लाख रुपए का नुकसान होता था।

लेकिन इस बार एनआरआई की सभी 11 और फॉरेन स्टूडेंट्स की चार सीटों पर भी एडमिशन दे दिया गया है। इसके साथ ही नया शैक्षणिक सत्र भी शुरू हो गया है। नए छात्रों को विवि केहॉस्टल में शिफ्ट कर दिया गया है। बीए एलएलबी (ऑनर्स) का पाठ्यक्रम पांच वर्ष का होता है।

अब एलएलएम सीटों के लिए कवायद :


विवि को एलएलएम की सीटों को भरना मुश्किल हो गया है। विवि ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है। क्लैट ने विवि को 47 छात्रों की लिस्ट भेज दी थी, लेकिन अंतिम तिथि तक मात्र 12 छात्रों ने ही एडमिशन लिया है। विवि प्रशासन ने सीटों को भरने के लिए दूसरी बार 20 जुलाई तक का समय छात्रों को एडमिशन कराने के लिए दिया था। इसमें बुधवार को अंतिम दिन मात्र 18 आवेदन ही आए। 
गुरुवार को मेरिट के आधार पर सूची तैयार कर ली जाएगी। 24-25 जुलाई को प्रवेश की प्रक्रिया होगी। बची सीटों पर ऑल इंडिया रैंक के छात्रों को भी प्रवेश में शामिल किया जाएगा। इसके बाद भी सीटें फुल नहीं होती हैं तो 30 से वेटिंग वालों का एडमिशन शुरू होगा। 

एक सीट दो लाख रुपए की

एलएलएम पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए एक छात्र से दो साल के लिए लगभग 2 लाख रुपए फीस के तौर पर लिया जाता है। पिछले कई सालों से सीट खाली रहने से विवि को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। इसी बात को ध्यान में रखकर एडमिशन की तिथि बढ़ा दी गई है। 

विवि ने क्लैट(कॉमन एडमिशन लॉ टेस्ट) से बाकी बचे छात्रों की वेटिंग लिस्ट भी मांगी है, ताकि समय आने पर उन्हें भी कॉल किया जा सके। विवि की वेबसाइट पर एलएलएम की एडमिशन संबंधी सभी जानकारियां दी गई हैं।

"विवि प्रशासन की ओर से दोनों पाठ्यक्रमों की सीटों को भरने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। सभी सीटों पर एडमिशन से विवि को कई तरह के फायदे हैं।"

प्रो. सुखपाल सिंह, कुलपति, विधि विवि(अमनेश दुबे,दैनिक भास्कर,रायपुर,21.7.11)

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