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22 जुलाई 2011

डीयूःकूल सीनियर्स के कायल हुए फ्रेशर्स

डीयू में नए छात्रों के आने से कॉलेज कैम्पस फिर गुलजार हो गया। स्कूल की पाबंदियां नहीं, साथ ही कॉलेज पहुंचने का उत्साह उनके चेहरों पर साफ झलक रहा था। माहौल खुशनुमा हो तो फिर उमस भरी गर्मी का भी कहां ख्याल रहता है। पहले दिन छात्र-छात्राएं कॉलेज कॉरिडोर से लेकर कैंटीन और लॉन में चारों ओर टहलते नजर आए। ऐसा लग रहा था मानो पहले दिन ही कॉलेज परिसर के हरेक कोने से वाकिफ हो जाना चाहते हों। हालांकि नो रैगिंग कैम्पेन के कारण छात्र तनावमुक्त दिख रहे थे। यही नहीं सीनियर छात्रों व शिक्षकों के साथ हुए इंट्रोडक्शन में भी वे काफी संतुष्ट दिखे। कई कॉलेजों में छात्र संगठनों ने फ्रेशर्स के स्वागत के लिए खास व्यवस्था की हुई थी। गेट पर पहुंचते ही फ्रेशर्स का स्वागत फूल और चॉकलेट से किया गया। भारतीय परंपरा के अनुसार कई कॉलेजों में माथे पर तिलक लगाकर और मुंह मीठा कराकर भी उनका स्वागत किया गया। सिर्फ फ्रेशर्स ही नहीं, उनके स्वागत के लिए सीनियर्स भी काफी उत्साहित नजर आ रहे थे। कई छात्र कॉलेज के पहले दिन अभिभावकों के साथ नजर आए। पहले नर्वस, फिर की मस्ती
हिन्दू कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स प्रथम वर्ष के प्रनिल ने कहा कि मैं थोड़ा नर्वस हूं, यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा। यहां के सीनियर्स भी काफी फ्रेंडली हैं। रैगिंग के नाम पर हेल्दी इंट्रोडक्शन हुआ, जो काफी मजेदार था।
एंटी रैगिंग कैम्पेन ने दी राहत
किरोड़ीमल कॉलेज में स्टेटिक्स ऑनर्स प्रथम वर्ष की जयंती ने कहा कि रैगिंग को लेकर मन में डर था, लेकिन एंटी रैगिंग कैम्पेन का माहौल देखकर राहत मिली। इस दिन का इंतजार काफी दिनों से कर रही थी।
एल्यूमिनाई पर फिदा फ्रेशर्स
केएमसी कॉलेज की दिव्या ने कहा कि अमिताभ बच्चन हमारे सीनियर हैं, यह जानकार काफी एक्साइटमेंट हो रहा है। मैं चाहती हूं कि अपने कॉलेज के एल्यूमिनाई टॉप लिस्ट में मेरा नाम भी हो।
सीनियर्स निकले मददगार

हिन्दू कॉलेज में इकोनॉमिक्स ऑनर्स प्रथम वर्ष की छात्रा वृंदा का कहना है कि रैगिंग को लेकर थोड़ी डरी थी, पर कॉलेज फैकल्टी और सीनियर तो बहुत ही अच्छे हैं। उन्होंने हमारी काफी मदद की और बेहद शालीनता से पेश आए।(प्रणति तिवारी,दैनिक भास्कर,दिल्ली,22.7.11)

नवभारत टाइम्स की रिपोर्टः
फ्रेशर्स अपने साथ कैंपस में फ्रेश फैशन भी लेकर आए। कोई स्टाइलिश शॉर्ट्स में दिखा तो कोई हैरम पैंट में। हर कोई एक से बढ़कर एक लग रहा था और ऐसा लग रहा 

था मानो फैशन डिजाइनरों के डिजाइन की यहां होड़ लग गई हो। फच्चों ने सिर्फ ड्रेस पर ही नहीं बल्कि उसके साथ एसेसरीज पर भी पूरा ध्यान दिया। फच्चों के फर्स्ट डे के लुक के बारे में बता रही हैं पूनम पाण्डे : 

मॉड लुक 

स्टाइलिश शॉर्ट्स के साथ लूज टॉप कैंपस में अलग-अलग रंग बिखेरता दिखा। अल्ट्रा शॉर्ट शॉर्ट्स के साथ ढीली ढाली टीशर्ट या टॉप और हाथ में झोला स्टाइल का बैग। इस मॉड लुक में कई फ्रेशर्स नजर आए। बड़ा बैग जहां इस गेटअप के साथ खासा जंच रहा है, वहीं यह आपके सामान का भी पूरा ख्याल रखेगा। किताबों से लेकर खाने-पीने का सारा सामान इस बैग में आराम से आ जाएगा। अगर गर्मी से बचने के लिए साथ में छाता लेकर चलना चाहते हैं तो बड़ा बैग उसके लिए भी मुफीद है। शॉर्ट्स के साथ फ्लैट स्लीपर बेहद कूल लगते हैं। 

कैजुअल लुक 

हैरम पैंट वैसे तो पिछले साल भी फैशन में थी लेकिन इस बार इसका लुक थोड़ा बदल गया है। यह ज्यादा स्लीक हो गई हैं और पटियाला सलवार को पूरी टक्कर दे रही है। पैरों के पास टाइट और ऊपर लूज हैरम पैंट्स गर्मी में बेहद कम्फर्टेबल तो हैं ही साथ ही कैजुअल लुक भी देती हैं। इसके साथ कुछ टाइट टीशर्ट हो तो लुक में चार चांद लग जाते हैं। साथ में झोला और हाथ में पतला सा कड़ा। यह सब मिलकर कंप्लीट कैजुअल लुक देते हैं। इसके साथ हील पहनने के बारे में सोचे भी नहीं क्योंकि जो मजा फ्लैट स्लीपर में है वह हील नहीं दे सकती। 

बिंदास लुक 

शॉर्ट्स पहने में अगर थोड़ा असहज महसूस करते हैं लेकिन फिर भी बिंदास दिखना चाहते हैं तो कैप्री सबसे अच्छा ऑप्शन है। टाइट फिटिंग कैप्री के साथ टीशर्ट खूब जंचती है। चाहे स्लीवलेस टॉप हो या विद स्लीव, कैंपरी को बिंदास लुक देता है। लेकिन फुल स्लीव का टॉप इसके साथ नहीं पहनें तो अच्छा है। इस लुक के साथ भी फ्लैट स्लीपर ही जंचती हैं। चाहे वह सिंपल फ्लैट हों या फिर स्ट्रेप में मोती के कुछ दाने लगें हो। 

वह इस लुक को निखारेगी ही। इसके साथ झोला स्टाइल का बैग नहीं चलेगा। थोड़ा छोटा बैग अच्छा लगेगा लेकिन इसमें आपकी किताबें नहीं आ पाएंगी। टेंशन की बात नहीं क्योंकि बैग में जरूरी सामान आ जाएगा और किताबें हाथ में लेकर चलने का तो फैशन है ही। 

रेट्रो लुक 

पेंसिल जींस और टैंक टॉप के जलवे भी कैंपस में खूब दिखे। रंग बिरंगे टैंक टॉप के साथ लाइट ब्लू कलर की जींस पहने फ्रेशर्स ने कैंपस को रेट्रो लुक भी दिया। साथ में फ्लोटर्स जहां आरामदेह हैं वहीं रेट्रो लुक को बखूबी उभारते हैं। फ्लोर्ट्स नहीं पहनना चाहते तो फ्लैट स्लीपर पहन सकते हैं लेकिन इनमें बैक स्ट्रेप होगा तो यह ज्यादा कूल लगेगा। साइड बैग इसके साथ अच्छा लगेगा। बैग छोड़ा बड़ा हो तो अच्छा है। ताकि हाथ में किताब रखने का झंझट न हो और इस रेट्रो लुक को आप एंजॉय कर सकें।

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