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04 जुलाई 2011

डीयूःबिना प्वाइंट्स के सैकड़ों लेक्चरर बनेंगे एसोसिएट प्रोफेसर

दिल्ली विविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों और विभागों में पढ़ा रहे सैकड़ों लेक्चरर, जो रीडर बनने की योग्यता पूरी कर रहे हैं, को साक्षात्कार के बाद पुरानी स्कीम के तहत रीडर में प्रमोशन दे दिया जाएगा। इसके तीन साल बाद प्रमोशन देकर उन्हें एसोसिएट प्रोफसर बना दिया जाएगा और पे बैंड-4 का लाभ मिलने लगेगा। इसके अलावा जिन रीडरों का 30 जून 2010 तक तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया है, उन्हें एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर सीधे पदोन्नत कर दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें कोई साक्षात्कार भी नहीं देना होगा और पे बैंड-3 की जगह पे बैंड-4 का वेतनमान मिलने लगेगा। दरअसल, विविद्यालय ने फैसला किया है कि कॉलेजों और विभागों में काम कर रहे लेक्चरर, जिनका कार्यकाल 30 जून 2010 तक पीएचडी के साथ 9 साल हो गया है, उन्हें रीडर में पदोन्नत कर दिया जाए और इसके तीन साल बाद एसोसिएट प्रोफेसर में पदोन्नति दे दी जाएगी। अभी तक इस प्रमोशन के लिए डेडलाइन 30 जून 2010 की जगह अगस्त 2009 रखी गई थी। इसकी अवधि बढ़ने से और ज्यादा लेक्चररों को लाभ मिलेगा। बता दें कि दिल्ली विविद्यालय में पदोन्नति की पुरानी योजना के तहत 9 साल लेक्चरर का कार्यकाल पूरा करने वाले पीएचडी शिक्षकों को रीडर में पदोन्नति मिलती थी। यूजीसी ने पुरानी योजना के तहत ऐसे लेक्चररों को रीडर बनाने के लिए अगस्त 2009 की समयसीमा तय कर दी थी। इसके तहत इस वक्त के लोगों को ही लेक्चरर से रीडर बनने का लाभ दिया जा रहा था। लेकिन अब विविद्यालय ने अपने स्तर पर इस अवधि को बढ़ाकर 30 जून 2010 कर दिया है। विविद्यालय द्वारा इस तिथि तक जो लेक्चरर पीएचडी के साथ 9 साल, एमफिल के साथ 10 और एमए के साथ 1। साल पूरा कर चुके हैं, उन्हें साक्षात्कार के बाद रीडर में पदोन्नत कर दिया जाएगा। ऐसे लेक्चररों की संख्या 2 हजार के करीब बताई जाती है। रीडर के तौर पर 3 साल काम करने के बाद उन्हें एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर पदोन्नत कर दिया जाएगा। इसी प्रकार, जो 30 जून 2010 तक रीडर के तौर पर 3 साल पूरे कर चुके हैं, उन्हें पे बैंड-4 37000-67000 का वेतनमान मिल जाएगा। डूटा उपाध्यक्ष संजय कुमार व पूर्व विद्वत परिषद सदस्य डॉ. श्रीप्रकाश सिंह ने कहा कि विविद्यालय के इस फैसले से सैकड़ों शिक्षकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब नई योजना के तहत एसोसिएट प्रोफेसर बनने के लिए न सिर्फ 12 साल का कार्यकाल पूरा करना होगा, बल्कि प्वाइंट्स भी जुटाने होंगे। गौरतलब है कि यूजीसी ने विविद्यालय में शिक्षकों की पदोन्नति के लिए 2010 से प्वाइंट्स सिस्टम लागू किया है। इसके तहत प्वाइंट्स जुटाने और साक्षात्कार देने के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर में पदोन्नति मिल सकेगी(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,4.7.11)।

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