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01 जुलाई 2011

पीएमटी मामला: व्यापमं ने अटकायी पर्चाकांड की जांच

पीएमटी पर्चा लीक कांड की तहकीकात व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के कारण अटक गई है। दरअसल क्राइम ब्रांच ने हफ्ता भर पहले व्यापमं से 33 बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी।

व्यापमं के नियंत्रक ने अब तक उसका जवाब नहीं भेजा है। इतने दिन इंतजार करने के बाद क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को नियंत्रक के पास दूसरी बार नोटिस भेजकर तत्काल जानकारी मांगी है।

क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सीधे नियंत्रक को नोटिस जारी किया है। नोटिस में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि व्यापमं की ओर से जानकारी नहीं देने से पीएमटी कांड की तफ्तीश प्रभावित हो रही है। व्यापमं से जितने बिंदुओं का ब्यौरा मांगा गया है, उनका जबाब मिलने के बाद ही जांच की आगे की दिशा तय की जाएगी।

इसके बिना फिलहाल पुलिस यही तय नहीं कर पा रही है कि किस तरह तहकीकात आगे बढ़ायी जाए। क्राइम ब्रांच ने पहला नोटिस भेजने के बाद तीन मर्तबा अन्य साधनों से सूचना भेजी थी। इसके बावजूद व्यापमं की ओर से नोटिस का जवाब नहीं भेजा गया।


गौरतलब है कि अब तक पर्चा लीक कांड में हाईटेक तहकीकात करने के अलावा क्राइम ब्रांच ने पूर्व नियंत्रक डॉ. बीपी त्रिपाठी से पूछताछ की है। श्री त्रिपाठी का बयान लेने के अलावा व्यापमं में किसी से पूछताछ नहीं हुई है। पुलिस को व्यापमं से डिटेल मिलने का इंतजार है।
इन बिंदुओं पर मांगी जानकारी

-व्यापमं किस तरह पीएमटी आयोजित करता है।

- पीएमटी के पर्चे कैसे सलेक्ट किए जाते हैं।

-पीएमटी में पर्चे छापने की जिम्मेदारी कैसे तय की जाती है।

-कितने कंपनी को पर्चे छापने के लिए आमंत्रित किया था।

-पर्चे छापने की जिम्मेदारी सौंपते समय किन बातों को वजन दिया जाता है।

-पर्चे सलेक्ट करने वाले शिक्षकों का चयन कैसे होता है।

-छपाई के बाद पर्चे सेंटरों में पहुंचाने का सिस्टम क्या है।

-पीएमटी के उम्मीदवारों से संबंधित जानकारी इंटरनेट पर कैसे उपलब्ध करायी जाती है।

-पर्चों को स्ट्रांग रूम में रखने का क्या सिस्टम है।

-पर्चों की छपायी और उसके सलेक्टरों के बारे में कौन-कौन जानकारी रखते हैं।

पर्चो की सेटिंग को लेकर दुविधा

व्यापमं ने पिछली परीक्षा में एक ही पर्चा सेट किया था। इस बार पर्चो की सेटिंग को लेकर अफसर दुविधा में हैं। पर्चा लीक कांड ने उनको जबर्दस्त दबाव में ला दिया है। अधिकारी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं। सुरक्षा को लेकर मजबूत किलेबंदी किए जाने के बावजूद अफसर इस बार कोई भी मौका नहीं देना चाहते।

यही वजह है कि वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि पर्चो के एक ही सेट छपवाए जाएं या दो सेट। पिछली बार एक ही सेट छपाया गया था, इस वजह से पर्चा लीक होने के बाद मजबूरी में उस पर्चे को निरस्त करना पड़ा था। यदि विकल्प के रूप में दूसरा पर्चा उपलब्ध रहता तो यह स्थिति नहीं होती। दूसरे सेट से पर्चे आयोजित किए जा सकते थे। इस बार अधिकारियों की यह मजबूरी है कि दो पर्चे छपाने के लिए वक्त काफी कम रह गया है।

पीएमटी की तारीख एक-दो दिनों में

व्यापमं को तीसरी बार पीएमटी की तारीख तय करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि जिस तारीख को पीएमटी आयोजित की जाए उस दिन देश के अन्य राज्यों में कोई प्रतियोगी परीक्षा न हो रही हो।अफसरों ने ऐसे संकेत दिए हैं कि एक-दो दिनों में नई तारीख घोषित हो जाएगी।

"व्यापमं में अभी सभी अधिकारी नए हैं। इस वजह से जानकारी तैयार करने में कुछ विलंब हो गया। गुरुवार की शाम को पूरी रिपोर्ट तैयार कर भिजवा दी गई है। शुक्रवार तक पुलिस को रिपोर्ट मिल जाएगी।"

प्रदीप चौबे, नियंत्रक, व्यापमं(दैनिक भास्कर,रायपुर,1.7.11)

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