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12 जुलाई 2011

जम्मू यूनिवर्सिटी में पीजी एडमिशन की पहली कट ऑफ लिस्ट जारी

जम्मू यूनिवर्सिटी के पोस्ट ग्रेजुएट विभागों ने सोमवार को एडमिशन की पहली कट ऑफ सूची जारी कर दी है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि यूनिवर्सिटी में दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से लिया जा रहा है। इसका प्रभाव कट ऑफ मेरिट सूचियों में देखने को मिला। आम तौर पर जिन विषयों का मेरिट ऊंचा रहता था, वह इस बार लुढ़के हैं।

अमूमन गणित विभाग और फैकल्टी ऑफ साइंसेज में सबसे अधिक मेरिट दर्ज किया जाता रहा है, जबकि आर्ट्स का मेरिट हमेशा कम रहा है। लेकिन इस बार उल्टा हुआ है। अंग्रेजी का ओपनिंग मेरिट सबसे अधिक 88.17 रहा और उसका कट ऑफ मेरिट 72.02 दर्ज किया गया, जबकि सबसे ऊंचा है। आर्ट्स के अन्य विषयों में भी मेरिट ऊंचा दर्ज किया गया है, जबकि साइंस का मेरिट डाउन हुआ है।

प्रवेश परीक्षा व अंकों को मिलाकर बना मेरिट


इस बार केवल वे छात्र एडमिशन के लिए आवेदन कर सके, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा को पास किया था। प्रवेश परीक्षा में हासिल किए गए अंकों और ग्रेजुएशन के अंकों को मिलाकर ओवरऑल मेरिट बनाया गया। उर्दू का ओपनिंग मेरिट 85.98 और कट ऑफ 58.19 रहा। 
पॉलिटिकल साइंस, हिंदी, डोगरी, सोशियोलॉजी, एमएड, एम लिब आदि विषयों में भी ठीक ठाक मेरिट रहा है। मजे की बात यह रही कि इलेक्ट्रानिक का कट ऑफ मेरिट मात्र 43.73 रहा, जबकि बायो कैमिस्ट्री का 45.07 रहा। यह वो विषय रहे हैं जहां मेरिट कभी 75 फीसदी से नीचे नहीं गिरा है। 

दूध का दूध पानी का पानी 

पहली कट ऑफ मेरिट सूची में जिन स्टूडेंट्स का नाम आया है, उनमें से ज्यादातर ने ग्रेजुएशन में औसत अंक लिए हैं। प्रवेश परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिली है। कुछ ऐस छात्र भी दिखे, जिन्होंने ग्रेजुएशन में तो 70 प्रतिशत से अधिक अंक तो लिए लेकिन प्रवेश परीक्षा में सफल नहीं हो पाए।

एडमिशन पाने वाले छात्रों का कहना था कि प्रवेश परीक्षा ने तो सारा परिदृश्य ही बदल डाला। ग्रेजुएशन के अंक के हिसाब से तो दाखिला पाना उनके लिए नामुमकिन था, परंतु नए एडमिशन सिस्टम ने दूध का दूध पानी का पानी कर दिया(देवेंद्र पाधा,दैनिक भास्कर,जम्मू,12.7.11)।

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