छत्तीसगढ़ पी.एम.टी.-2011 दो बार रद्द हो चुकी है और व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्या.प.मं.) इसे अब जैसे-तैसे 17 जुलाई को करवाने की तैयारी में है। डीबी स्टार टीम लगातार पी.एम.टी. में जारी फर्जीवाड़े का खुलासा करती आ रही है।
इसकी शुरुआत 13 जून को थंब इम्प्रेशन से फोटो तक में की गई है छेड़छाड़ शीर्षक से प्रकाशित खबर से हुई। बताया गया था कि सी.आई.डी. ने वर्ष 2007 से 2010 के बीच फर्जीवाड़ा कर एडमिशन लेने वाले पांच छात्रों के खिलाफ जांच में पुष्टि होने के बाद कार्रवाई की।
इनमें से तीन गिरफ्तार हुए तो दो, चंद्रशेखर सेन और निखिल राज फरार है। टीम लगातार इनका सुराग ढूंढ़ रही थी। इसी बीच खबर मिली कि 30 जून को चंद्रशेखर सेन उर्फ चंदन रायपुर में है। टीम ने एक शख्स के माध्यम से पी.एम.टी. में पास करवाने के लिए चंदन से संपर्क और फिर मुलाकात की। इस दौरान उसने फर्जीवाड़े के कई प्रकरणों का खुलासा किया जो चौंकाने वाले हैं।
चंदन का दावा है कि वह अब तक 12 लोगों को पी.एम.टी. में बैठा चुका है और इस बार के लिए भी योजना बना ली है। वह परीक्षा में बैठाने के लिए पहले 25 हजार और पास हो जाने पर आठ लाख देने की बात कह रहा है। उसके अनुसार म.प्र. पी.एम.टी. में बैठना आसान है लेकिन यहां दो बार हुई गड़बड़ के कारण सावधानी बरतनी होगी।
सी.आई.डी. द्वारा उसके और निखिल राज के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने पर उसका कहना था कि निखिल रोजाना कॉलेज जा रहा है और मैं घूम रहा हूं, फिर पुलिस क्यों नहीं पकड़ती। करीब तीन घंटे चंदन के साथ रही टीम ने देखा कि वह रायपुर, बोलेरो (सी.जी. 17 डी 2972) से आया था। जाते समय उसने बताया कि 1 जुलाई को एम.बी.बी.एस. फस्र्ट ईयर का एक पेपर है, इसलिए जल्दी निकल रहा है। उधर सी.आई.डी. के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पी.एम.टी. फर्जीवाड़े से जुड़े कई मामलों में चंद्रशेखर की तलाश है।
30 जून/ दोपहर- 3.00 बजे
डीबी स्टार टीम ने खुलासे के लिए उस शख्स की मदद ली जो चंदन को जानता था। रिपोर्टर, चंदन और तीसरे शख्स पंकज के बीच हुई बातचीत के रिकॉर्डेड अंश.. (यहां तीसरे शख्स के लिए पंकज नाम का उपयोग किया जा रहा है। ऐसा उसकी पहचान छिपाने के लिए किया गया है।)
पंकज- ये प्रशांत हैं, भोपाल से आए हैं दो साल से पी.एम.टी. में ट्राई कर रहे हैं?
चंदन- एग्जाम हो गया क्या
रिपोर्टर- अभी नहीं हुआ.. हम यहां की तैयारी में थे, एक बार का चल जाए पर दोबारा फिर पर्चा लीक हो गया..
चंदन- आपके यहां तो ब्लैक एंड व्हाइट फोटो चलती है, वहां तो एकदम आसानी से हो जाएगा.. आसानी से।
रिपोर्टर- क्या आप पी.एम.टी. पास कर चुके हैं?
चंदन- मैं एम.बी.बी.एस. कर रहा हूं, 2007 से। कल मेरा एग्जाम है।
पंकज- पेपर लीक कहां से हुआ होगा..
चंदन- जहां छपता है वहां से..
पंकज- बस, पेपर लीक हुआ था कि मुन्नाभाई भी बैठे थे?
चंदन- मुन्नाभाई भी बैठे थे..
पंकज- कितने लोगों को बैठा चुका है चंदन.. 10-12 तो होंगे ही?
चंदन- हूं..हूं..हूं..
पंकज- अभी कैसा करेगा.. बैठा लेगा इस बार भी?
चंदन- हां, बैठा लूंगा।
रिपोर्टर- अभी अखबार में खबर छपी थी कि जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के तीन छात्रों पर मामला दर्ज हुआ था, जिसमें एक की गिरफ्तारी और दो फरार थे?
चंदन- एक ही पकड़ा गया था..
पंकज- उसी केस में तेरा भी नाम था?
चंदन- फिर पुलिस पकड़ती क्यों नहीं..
पंकज- तेरा और निखिल राज का भी था। कहां है वह?
चंदन- जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में, अभी तो रोज कॉलेज जा रहा है। लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा आप अचानक इस तरह की बात क्यों कर रहे हैं..
पंकज- नहीं, सीरियसली, मुझे इनका काम करवाना है.. तुझे तो मजाक लग रहा है।
चंदन- बाद में बात करता हूं..
बहुत जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
सी.आई.डी. आई.जी. पी.एन. तिवारी से सीधी बात
पी.एम.टी. मामले में सी.आई.डी. की जांच कहां तक पहुंची?
-जांच जारी है.. अभी दस्तावेजों और सबूतों पर इन्वेस्टीगेशन किया जा रहा है।
चंद्रशेखर सेन के खिलाफ सबूत हैं फिर भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही, जबकि वह कॉलेज जा रहा है और राजधानी में भी घूम रहा है?
-सी.आई.डी. की टीम दो बार जगदलपुर कॉलेज गई लेकिन वह नहीं मिला। जिन छात्रों की पहले गिरफ्तारी हुई है उन्होंने उसका नाम उजागर किया है। उसके खिलाफ काफी सबूत हैं। कुछ लोगों की नामजद रिपोर्ट होती है और कुछ की नहीं.. हमारी तलाश जारी है, निखिल राज भी इनमें शामिल है।
चंद्रशेखर सेन 2007 बैच का है, लगातार फेल हो रहा है
जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. ए.के. बंसल से सीधी बात
चंद्रशेखर सेन उर्फ चंदन आपके कॉलेज का छात्र है?
-हां, वह जगदलपुर मेडिकल कॉलेज का छात्र है और लगातार फेल हो रहा है, जबकि वह 2007 बैच का है।
क्या आपको पता है कि उसके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज हुई है, निखिल राज भी फर्जीवाड़ा कर एडमिशन लेने वालों में शामिल है?
-मुझे चंद्रशेखर सेन के बारे में जानकारी है। पिछली बार परीक्षा देने आया था तो पुलिस भी साथ थी। आज जब परीक्षा देने आया तो पुलिस साथ में नहीं है। उसका एनाटॉमी का पेपर है। निखिल राज तो क्लास अटेंड कर रहा है।
पुलिस ने योगेंद्र साहू को गिरफ्तार किया था वह फिलहाल जेल में है। (इसके बाद डीबी स्टार टीम ने डीन से 6 जुलाई को बात की)
क्या सी.आई.डी. ने आपको कोई पत्र लिखा है जिसमें यह उल्लेख है कि अगर ये दो छात्र कॉलेज आते हैं तो इसकी जानकारी आप उन्हें दें?
-मेरी जानकारी के अनुसार सी.आई.डी. ने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है। फिलहाल मैं छुट्टी पर हूं इसलिए ज्यादा नहीं बता सकता।
टीम चंद्रशेखर सेन को विश्वास में लेकर उसके साथ शहीद वीर नारायण परिसर पहुंची क्योंकि होटल में हुई बातचीत के दौरान उसे शक हो गया था। चंद्रशेखर को यहां से कुछ दस्तावेज बनवाने थे। इस दौरान पी.एम.टी. में बैठाने के संबंध में हुई बातचीत के रिकॉर्डेड अंश..
पंकज- आप बताओ आपको कहां पी.एम.टी. की परीक्षा देनी है, मध्य प्रदेश या छत्तीसगढ़ में?
रिपोर्टर- छत्तीसगढ़ में ठीक है..
पंकज- बता, चंदन क्या करना है। काम तो करवाना है?
चंदन- जहां करवाना है वहां हो जाएगा, छत्तीसगढ़ में भी हो जाएगा। एडमिट कार्ड दिखाओ न मेरे को..
रिपोर्टर- अभी तो नहीं है, वह मैं पंकज की ई-मेल आई.डी. में मेल कर दूंगा..
चंदन- ठीक है, कल कर देना, जल्दी देखना होगा।
पंकज- बता दे कितना क्या लगेगा?
चंदन- एग्जाम का खर्च देना पड़ेगा सर.. 25 हजार रुपए लगेगा।
पंकज- बाकी..
चंदन- काम होने के बाद आठ लाख लगेंगे।
पंकज- छत्तीसगढ़ में न..
चंदन- कहीं भी.. हम काम तो एक ही जगह से करवाते हैं।
रिपोर्टर- मैं तो आपको जानता नहीं, इसे जानता हूं इतनी जल्दी यकीन करना..
चंदन- मैं इन्हें जानता हूं इसलिए वरना सारे ओरिजनल डाक्यूमेंट रख लेता हूं(प्रशांत गुप्ता,दैनिक भास्कर,रायपुर,11.7.11)।
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