मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

05 जुलाई 2011

यूपीःआठ दिन स्कूल नहीं गए, आठवीं पास

केस एक- सोतवा जूनियर हाईस्कूल से आठवीं पास छात्र आकाश केसरी ने नौवीं में दाखिले के लिए मातादीन सुरेश राम इंटर कालेज में टेस्ट दिया। नाम, पिता का नाम छोड़ कापी में कुछ भी सही नहीं था। आकाश के पिता ने प्रधानाचार्य से कई बार निवेदन किया तो उन्होंने छात्र की काउंसलिंग कराई। पूछताछ में आकाश ने बताया कि आठवीं में उसने पूरे साल में छह से सात दिन क्लास ली और एक भी परीक्षा नहीं दी। वह कैसे पास हो गया, उसे नहीं पता। आठवीं की पास की मार्कशीट और काउंसलिंग के रिजल्ट की प्रति स्कूल ने डीआईओएस और माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेज दिया है।

केस दो-जूनियर हाईस्कूल बसहरा से आठवीं पास 22 छात्रों ने सरस्वती इंटर कालेज में दाखिले के लिए परीक्षा दी। आठवीं के कोर्स के सामान्य सवाल पूछे गए। किसी ने एक सवाल तो किसी ने कुछ नहीं किया। सबका एक सा हाल देख शिक्षकों ने बच्चों से बातचीत की। छात्रों ने बताया कि पूरे साल विज्ञान, गणित के शिक्षक नहीं पहुंचे और बाकी की कक्षाएं उन्होंने खुद नहीं की। दो विषय की परीक्षा दी, सबमें पास हो गए। शिक्षकों की रिपोर्ट पर प्रधानाचार्य ने विद्यालय के बच्चों के बारे में माध्यमिक शिक्षा परिषद को जानकारी दी है।


मामला केवल दो विद्यालयों का नहीं है। प्रदेश के कई जिलों से रिपोर्ट है कि नौवीं कक्षा में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार में ऐसे कई छात्र सामने आए जिन्होंने आठवीं कक्षा में क्लास अटेंड नहीं किया या परीक्षा नहीं दी, वे भी पास हो गए हैं। 

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इस बार दाखिले में गुणवत्ता के तहत हर छात्र की पड़ताल को कहा था। अब तक 448 स्कूलों की रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा विभाग को मिल चुकी है जिसमें यह तथ्य सामने आया कि बेसिक शिक्षा परिषद में आठवीं में पंजीकृत सभी विद्यार्थियों को पास का अंकपत्र पकड़ा दिया। कई विद्यार्थी साक्षात्कार में गणित, साइंस के पहले चैप्टर का शीर्षक भी नहीं बता सके। उन्होंने माना कि साल भर कक्षा में न के बराबर रहे। 

माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन ने बताया कि इस वर्ष को शिक्षा गुणवत्ता वर्ष के रूप में चुनौती के तौर पर लिया गया है। दाखिले में जांच का निर्देश शासन का है। पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। आगे जो भी निर्देश होगा, उसका पालन किया जाएगा(अमर उजाला,इलाहाबाद,5.7.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।