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28 जुलाई 2011

राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज में एडमिशन पर रोक के बावजूद प्री-वेटरनरी टेस्ट

राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज ने वेटरनरी कॉलेजों में दाखिला बंद होने की जानकारी के बावजूद इस बार प्रदेश स्तर पर प्री-वेटरनरी टेस्ट (पीवीटी) करा दिया। अब पीवीटी की मैरिट जारी की जा चुकी है, लेकिन कॉलेजों में दाखिले पर रोक कब हटेगी, किसी को पता नहीं है। प्रदेश में अलग से पीवीटी पहली बार हुई है।


88 फीसदी वेटरनरी कॉलेजों में प्रवेश व रजिस्ट्रेशन पर वेटरनरी काउंसिल ऑफ इंडिया (वीसीआई) ने एक साल पहले रोक लगा दी थी, लेकिन औपचारिक पत्र 22 जुलाई को संबंधित यूनिवर्सिटी को भेजा। पीवीटी में बैठे 1757 छात्र कॉलेजों में प्रवेश पर रोक के कारण खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी और राजस्थान वेटरनरी काउंसिल का कहना है कि जब तक वीसीआई रोक नहीं हटाएगी, तब तक कॉलेजों में दाखिला देना उनके हाथ में नहीं है। देश में सर्वाधिक पशु धन राजस्थान में है। सर्वाधिक वेटरनरी डॉक्टर की जरूरत भी यहीं है, लेकिन वेटरनरी डॉक्टर बनाने वाली संस्थाओं को कॉलेजों के संचालन से कोई सरोकार नहीं लगता। प्रदेश में बीकानेर वेटरनरी कॉलेज को छोड़कर सभी निजी व सरकारी वेटरनरी कॉलेजों में दाखिले पर वीसीआई ने रोक लगा रखी है। परीक्षा आयोजक यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि प्रवेश व रजिस्ट्रेशन पर रोक के कारण एक साल पहले ही कई कॉलेज संचालक न्यायालय की शरण ले चुके हैं।


पहले आरपीएमटी से होता था दाखिला
पिछले साल तक वेटरनरी कॉलेजों में दाखिला भी आरपीएमटी से ही मिलता था। मेडिकल, डेंटल कॉलेजों की सीटें भरने के बाद वेटरनरी कॉलेजों में मैरिट के आधार पर दाखिला मिलता था। इस बार पहली बार अलग से प्री वेटरनरी टेस्ट कराया गया।

रोक के बावजूद यूं चली प्रक्रिया
पीवीटी की तारीख : 19 जून, 2011 को
परिणाम व मैरिट जारी : 30 जून को 
प्री टेस्ट में बैठे : 1757 
प्रथम वर्ष की सीटें : 315(डूंगरसिंह राजपूरो,दैनिक भास्कर,जयपुर,28.7.11)

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