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28 जुलाई 2011

दिल्ली में में हर महीने खुलेगा एक नया स्कूल

शिक्षा मंत्री अरविन्दर सिंह लवली ने कहा है कि सरकार दिल्ली में स्कूलों की कमी को पूरा करने के लिए हर माह एक नया स्कूल खोलेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार के प्रति सरकार संकल्पबद्ध है और किसी भी बच्चे को स्कूल से वंचित नहीं रहने दिया जायेगा। श्री लवली ने बुधवार को अम्बेडकर नगर के दक्षिणपुरी एक्सटेंशन इलाके में नवनिर्मित सवरेदय विद्यालय भवन का उद्घाटन किया । समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के हर बच्चे को हर हाल में स्कूलों में दाखिला मिलेगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दाखिला चाहने वाला कोई भी बच्चा नामांकन से वंचित न हो। यदि किसी बच्चे की उम्र ज्यादा हो तो भी उन्हें दाखिला से वंचित नहीं किया जा सकेगा। तय उम्र से ज्यादा उम्र वाले बच्चों को उनकी उम्र के अनुपात के अनुसार उचित कक्षा में दाखिला दिया जायेगा । उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का पहला राज्य है जहां शिक्षा का अधिकार कानून पूर्ण रूप से लागू किया गया है। शिक्षा का अधिकार कानून के मद्देनजर 13000 शिक्षकों के नये पद सृजित किये गये हैं जिससे शिक्षक और छात्र अनुपात को मानक स्तर तक बनाये रखा जा सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार आया है जिसकी वजह से परीक्षा का परिणाम विगत कुछ वर्षो में 50 प्रतिशत से बढ़कर 99 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम से स्पष्ट है कि हमारे सरकारी स्कूल पब्लिक स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के हितों को देखते हुए सरकार ने पब्लिक स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में छात्रों की बढ़ती संख्या एवं नये स्कूलों की बढ़ती मांग को देखतेहुए सरकार ने यह फैसला किया है कि प्रत्येक माह एक नया स्कूल दिल्ली को समर्पित किया जायेगा। आज जिस स्कूल भवन का उद्घाटन उन्होंने किया उसकी लागत लगभग 6 करोड़ है और इस भवन में लगभग 70 कमरे हैं । विद्यार्थियों में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक आधुनिक एवं उन्नत आडिटोरियम बनाया गया है(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,28.7.11)।

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