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01 जुलाई 2011

बिहारःआइजीआइएमएस में मेडिकल कालेज को मंजूरी

मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (एमसीआइ) ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) को एमबीबीएस की पढ़ाई आरंभ करने की मंजूरी दे दी है। इस नये मेडिकल कालेज में 100 सीटों पर इसी सत्र से नामांकन होगा। एमसीआइ की मंजूरी मिलने से वर्षो बाद सूबे में एक नया मेडिकल कालेज खुला है।
आइजीआइएमएस के निदेशक डा.अरुण कुमार ने गुरुवार को बताया कि एमसीआइ ने उन्हें शाम में लेटर आफ परमीशन(एलओपी) भेजा है। बुधवार को लेटर आफ इंटेंट(एलओआइ) भेजा था। यह शपथ पत्र भी मांगा था कि संस्थान को अगर राशि की जरूरत पड़ेगी तो राज्य सरकार उसे उपलब्ध करायेगी। शपथ पत्र भेजने के बाद एलओपी मिला है। इसी सत्र से हर साल सौ सीटों पर नामांकन होगा। नए मेडिकल कालेज का नाम भी इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान(आइजीआइएमएस) रहेगा। एमसीआइ के शासी निकाय ने यह अनुमति एक वर्ष के लिए दी है। हर साल इस अनुमति का नवीकरण उपलब्धियों के आधार पर होगा। उपलब्धियों के संबंध में डा.कुमार ने बताया कि मेडिकल कालेज के विकास के लिए आइजीएमएस ने आधारभूत संरचना और शिक्षकों की उपलब्धता को लेकर प्रोजेक्ट रिपोर्ट दी है। हर वर्ष इस प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कार्यो को उपलब्धि मानकर नवीकरण उस समय तक किया जाएगाजबतक कालेज एवं अस्पताल इंडियन मेडिकल काउंसिल(आइएमसी) के मानक के अनुरूप नहीं हो जाए। आइजीआइएमएस में नया मेडिकल कालेज खुलने को मंजूरी मिलने के साथ ही सूबे में सरकारी मेडिकल कालेजों की संख्या सात हो गयी है। दो निजी मेडिकल कालेज भी चल रहे हैं। 2006 में आइजीआइएमएस में मेडिकल कालेज खोलने को लेकर कार्रवाई आरंभ की गयी, परन्तु 2008 से गंभीर प्रयास हुए। एमसीआइ ने 4 एवं 5 अप्रैल, 2011 और फिर 3 जून, 2011 को आइजीआइएमएस का निरीक्षण किया था(दैनिक जागरण,पटना,1.7.11)।

राष्ट्रीय सहारा की रिपोर्टः
आखिरकार ‘मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया’ ने बृहस्पतिवार को आईजीआईएमएस को मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति प्रदान कर दी। राजधानी के शेखपुरा स्थित ‘इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान’ (आईजीआईएमएस) के निदेशक डॉ. अरुण कुमार को बृहस्पतिवार की शाम एमसीआई का इस संबंध में पत्र मिला तो वे खुशी से उछल पड़े। मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए राज्य सरकार और आईजीआईएमएस प्रशासन पिछले काफी दिनों से संघषर्रत था। इस नये मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक साल एक सौ विद्यार्थियों का नामांकन होगा। एमसीआई द्वारा बृहस्पतिवार को आईजीआईएमएस को भेजे गए पत्र में सूचित किया गया है कि एमसीआई की बोर्ड ऑफ गवन्रेस 25 अप्रैल, 2011 एवं तीन जून, 2011 की निरीक्षण रिपोर्ट एवं आईजीआईएमएस के पत्र के आलोक में संस्थान को मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति प्रदान करता है। इस कॉलेज का नाम ‘इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, पटना’ होगा। इसमें नामांकन 2011-12 सत्र के लिए शुरू होगा। इस कॉलेज में प्रत्येक साल एक सौ छात्रों का नामांकन लिया जाएगा। पत्र के अनुसार प्रारंभ में यहां एक वर्ष के लिए अनुमति प्रदान की गयी है। एमसीआई की टीम प्रत्येक साल कॉलेज का मुआयना करेगी तथा यह देखेगी कि संस्थान ने मेडिकल कॉलेज के लिए जो प्रोजेक्ट दिया है, उसके अनुरूप कार्य हो रहा है या नहीं। प्रत्येक वर्ष की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर इसका रिन्युवल किया जाएगा। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक कि यह संस्थान एमसीआई के सभी मानकों को पूरा नहीं कर लेता। एमसीआई जब इस बात से संतुष्ट हो जाएगा कि संस्थान ने एमसीआई द्वारा मेडिकल कॉलेज के लिए तैयार सभी मानकों को पूरा कर लिया है, तब उसे स्थायी मान्यता प्रदान कर दी जाएगी। आईजीआईएमएस में नया मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मान्यता मिलने के साथ ही शैक्षणिक क्षेत्र में इस संस्थान को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुयी है। यह आईजीआईएमएस के लिए ही नहीं, पूरे बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

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