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08 जुलाई 2011

प्रतियोगी छात्रों के आगे झुका उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को आखिरकार छात्रों की मांग के आगे झुकना पड़। आयोग ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2010 में सवालों की गलती का मामला स्वीकार करते हुए बुधवार को संशोधित परिणाम जारी किया है। संशोधित परिणाम में 122 नए अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए मौका मिला, जबकि 111 अभ्यर्थी जो पहले जारी परिणाम में सफल घोषित किए गए थे, उन्हें फेल घोषित कर दिया गया। सफल घोषित करने के बाद असफल बताने को लेकर अभ्यर्थियों में खासी नाराजगी है।
पीसीएस प्री 2010 का परिणाम एक जून को घोषित किया गया था। इसमें 408 पदों के लिए 8415 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया था। कई अभ्यर्थियों ने परिणाम पर आपत्ति जताई थी। उनका आरोप कुछ सवालों को लेकर था। अभ्यर्थियों ने तर्क सहित आरोप लगाया था कि आयोग ने जिस जवाब के आधार पर उनके नंबर काटे, वह गलत है। आयोग ने इसके लिए विशेषज्ञों का पैनल बैठाया। बुधवार को संशोधित परिणाम जारी होने से साफ हो गया कि छात्रों की आपत्ति सही थी।

आयोग की ओर से घोषित संशोधित परिणाम में सामान्य अर्हता ग्रुप में 119 और विशेष अर्हता गु्रप में तीन अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। आयोग ने गोपनीयता के नाम पर छात्रों के प्रश्नों का जवाब नहीं दिया। इस मामले में प्रतियोगी छात्रों ने हाईकोर्ट में मामला दायर किया। न्यायालय ने आयोग को इस बारे में नोटिस जारी करते हुए 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने को कहा था। 
लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2010 मुख्य परीक्षा एक अगस्त से कराने की घोषणा कर रखी है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी संशोधित परिणाम में सफल अभ्यर्थियों को 20 जुलाई तक आवेदन भेजने को कहा गया है। आयोग की प्रारंभिक परीक्षा केपरिणाम और मुख्य परीक्षा के बीच कम से कम दो महीने का समय मिलता रहा है। ऐसे में आयोग एक अगस्त से परीक्षा करा पाएगा इस पर सवाल खड़ हो गया है(अमर उजाला,इलाहाबाद,7.7.11)।

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