मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

13 जुलाई 2011

यूपी पॉलिटेक्निक काउंसिलिंगःसरकारी में केमिकल इंजीनियर बनने की होड़,निजी में छात्रों का टोटा

पिछले वर्ष सीतापुर के एक निजी पॉलीटेक्निक में मात्र दो छात्रों का ही प्रवेश हुआ था। 240 से अधिक क्षमता वाली इस पॉलीटेक्निक में इस वर्ष भी छात्र आएंगे कि नहीं इसे लेकर संशय बरकरार है। कुछ ऐसा ही हाल राजधानी समेत मिर्जापुर, आजमगढ़ व बलिया समेत कई जिलों के निजी पॉलीटेक्निकों का है। अब जबकि काउंसिलिंग शुरू हो गई है और वे एक बार फिर से छात्रों के इंतजार में संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की ओर से बीते वर्ष आयोजित हुई प्रवेश परीक्षा में दो लाख से अधिक अभ्यर्थी पास हुए थे इसके बावजूद प्रदेश के 134 निजी पॉलीटेक्निकों में से अधिकतर संस्थानों में सीटें खाली रह गई थीं। प्रदेश में 231 सरकारी व सहायता प्राप्त व निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में 64,628 अभ्यर्थियों के प्रवेश की क्षमता है। इसके बावजूद निजी पॉलीटेक्निकों में छात्रों का टोटा रहा। निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने इसके लिए परिषद को ही जिम्मेदार बताया है। उनका कहना है कि लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद पॉलीटेक्निक संस्थानों को काउंसिलिंग में शामिल नहीं किया जाता। इस बार 3.12 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। नौ जुलाई से काउंसिलिंग शुरू हो गई है। अब तक 5000 से अधिक विद्यार्थी सीटें लॉक कर चुके हैं जबकि अभी निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों का खाता तक नहीं खुला है। प्रदेश के सभी 134 निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में 32,000 से भी अधिक प्रवेश क्षमता है। प्राइवेट पॉलीटेक्निक फेडरेशन की ओर से बीते महीने आयोजित हुई खाली सीटों के लिए परिषद को ही जिम्मेदार ठहराया गया था।
उधर,पॉलीटेक्निक काउंसिलिंग के तीसरे दिन जहां राजधानी समेत प्रदेश के सभी 13 केंद्रों पर 2087 सीटें लॉक हुई। वहीं सोमवार को काउंसिलिंग में शामिल हुए 1820 अभ्यर्थियों को मंगलवार को आवंटन पत्र दे दिया गया। अब तक आवंटित हुई 3588 सीटों में सबसे ज्यादा कैमिकल इंजीनियरिंग की सीटें आवंटित हुई हैं। कंप्यूटर इंजीनियरिंग व आइटी क्षेत्र को को पीछे छोड़ अभ्यर्थी अब सिविल, मैकेनिकल और इलेक्टि्रक इंजीनियर बनना चाहते हैं। फैजाबाद रोड स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक में हो रही काउंसिलिंग में सुबह से ही अभ्यर्थियों का जमावड़ा लग गया था। काउंसिलिंग में 5001 से 8000 रैंक वाले अभ्यर्थियों को शामिल किया गया था। छात्रों के साथ ही अभिभावकों का भी केंद्र पर जमावड़ा लगा रहा। 210 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग देर शाम समाप्त हो गई थी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव एसके गोविल ने बताया कि इलाहाबाद में व गोरखपुर को छोड़कर सभी केंद्रों पर सायं सात बजे तक काउंसिलिंग समाप्त हो गई थी। देर रात तक सभी केंद्रों पर काउंसिलिंग के लिए पंजीकृत सभी 2087 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग पूरी हो गई थी। बुधवार को आवंटन पत्रों के वितरण के साथ ही 8001 से 12000 रैंक वाले अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होगी। अब तक आवंटित 3588 सीटों में सबसे ज्यादा केमिकल इंजीनियरिंग की ओर अभ्यर्थियों ने दिलचस्पी दिखाई है जबकि सिविल, मैकेनिकल व इलेक्टि्रक इंजीनियरिंग छात्रों की प्राथमिकता में शामिल है। डिजीटल की के माध्यम से सभी पॉलीटेक्निक संस्थानों के प्रधानाचार्यो को आवंटन पत्र डाउन लोड करने की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि छात्रों के साथ ही आवंटन पत्र की एक प्रति स्पीड पोस्ट से प्रधानाचार्यो को भेजी जा रही है(जितेंद्र कुमार उपाध्याय,दैनिक जागरण,लखनऊ,13.7.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।