मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

19 जुलाई 2011

केपीओ का बढ़ता स्कोप

चूंकि केपीओ भारत में बतौर करियर ऑप्शन के तौर पर उभर रहा है इसलिए संस्थान कार्य की जरूरतों के हिसाब से स्किल डेवलप करने के लिए फॉर्मल ट्रेनिंग प्रदान नहीं देते। बावजूद इसके, कई संस्थान शॉर्ट-टर्म ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्सेज और ट्रेनिंग प्रोग्राम डिप्लोमा लेवल पर प्रदान करते हैं। ऐसे संस्थानों का मुख्य उद्देश्य प्रोफेशनल्स को ट्रेन करना है ताकि इस फील्ड में वे बेहतर कर सकें।


क्या है केपीओ- केपीओ यानी ‘नॉलेज प्रोसेस आउटसोर्सिग’ एक नया कॉन्सेप्ट या प्रोसेस है, जो भारत में तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है। केपीओ आउटसोर्सिग की ही प्रक्रिया है, जिसमें ज्ञान, जानकारियों से संबंधित कार्य या अलग-अलग कंपनियों के ट्रेंड प्रोफेशनल्स द्वारा जानकारियों को संचालित किया जाता है। आमतौर पर कार्य देश से दूर विदेशों से संचालित होते हैं, ताकि खर्च बचाया जा सके। केपीओ कॉस्ट सेविंग्स, हाइली स्किल्ड मै नपावर की उपलब्धता, परिचालन-संबंधी कुशलता व कार्यक्षमता, मौजूदा रिलेशनशिप और इंडियन डोमेस्टिक मार्केट के विस्तार के कारण भारत में तेजी से बढ़ने वाला इंडस्ट्री बनता जा रहा है। केपीओ आउटसोर्सिग सर्विसेज का मु ख्य फायदा कॉस्ट रिडक्शन, स्टैंर्डड ऑपरेशनल एफिशिएंसी, एक्सपर्ट मैनपावर, टाइम सेविंग, प्रॉफिट इन्क्रिमेंट्स है। सरल शब्दों में कहें तो वैल्यू चेन में बीपीओ का यह अपवॉर्ड शिफ्ट है। पुरानी बीपीओ कंपनियां जो कस्टमर केयर सपोर्ट प्रोवाइड कराती थीं, अब वही इस वैल्यू चेन को ऊपर की ओर ले जाने में जुट गई हैं। बीपीओ में जहां प्रोसेस एक्सपर्टीज पर फोकस होता है वहीं केपीओ में नॉ लेज एक्सपर्टीज पर फोकस किया जाता है। केपीओ में बड़े स्तर पर स्पेसिफिक डॉमेन स्किल्ड टैलेंटेड इंजीनियर्स, लॉयर्स, कंप्यूटर लिटरेट्स, सीए, डॉक्टर्स और अन्य प्रोफेशनल्स भी अट्रैक्ट हो रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 3 लाख से भी अधिक जॉब भविष्य में केपीओ सेक्टर में उपलब्ध होंगी। जहां बीपीओ अपनी ऊंचाइयों पर है वहीं अब केपीओ का भविष्य उज्ज्वल है, जो आउटसोर्सिग सेक्टर में बहुत बड़ी क्रांति है। ऐसे में कह सकते हैं कि केपीओ नया सेक्टर है, जो इन्टेलेक्चुअल, एनालिटिकल और बुद्धिमान लोगों के लिए लॉन्ग-टर्म जॉब प्रोवाइड करता है, जिसमें बीपोओ सेक्टर के मुकाबले पे-स्केल काफी हाई होती है। इस फील्ड में सफलता हासिल करने के लिए आपको डाटा आउटसोर्सिग और इनफॉम्रेशन के प्रति रुझान, योग्यता होनी चाहिए। साथ ही, बेहतर कम्युनिकेशन स्किल्स, आत्मविास और अंग्रेजी पर बेहतर कमांड भी जरूरी है। बीपीओ की ही तरह केपीओ की कार्य प्रक्रिया है जैसे दोनों ही फील्ड में बतौर टीम वर्क काम करने के साथ लगातार कई घंटों और रोटेशनल शिफ्ट में भी कार्य करना पड़ता है।
केपीओ हाई एंड प्रोसेसेज- जैसे वैल्यूएशन, रिसर्च, इनवेस्टमेंट रिसच्रेज, पेटेंट फिलिंग, लीगल और इंश्योरेंस क्लेम, प्रोसेसिंग आदि सर्विसेज में शामिल होता है। इन सभी टास्क को पूरा करने के लिए केपीओ में बेहतर एजुकेशनल बैकग्राउं ड वाले कैंडिडेट्स की जरूरत होती है। जिन कैंडिडेट्स की एजुकेशन और एनालिटिकल एबिलिटीज बेहतर होती है, वे इस फील्ड में आगे बढ़ने का सोच सकते हैं। फिलहाल भारत में चेन्नई औ र बेंगलू रू ही इस फील्ड के मुख्य सेंटर्स हैं। फार्मा, बायोटेक, डाटा इंटिग्रेशन (एकीकरण) और मैनेजमेंट सर्विसेज, फाइनेंशियल सर्विसेज, रिसर्च और एनालिटिक्स, टेक्नोलॉजी रिसर्च, कंप्यूटर-एडेड सिम्युलेशन और इंजीनियरिंग में भी केपीओ के लिए ढेरों संभावनाएं हैं। साथ ही, यह प्रोफेशनल सर्विसेज जैसे बिजनेस रिसर्च, लीगल सर्विसेज, फाइनेंशियल एनालिसिस और मैनेजमेंट कंसल्टिंग को भी शामिल करता है। केपीओ मार्केट्स, कॉम्पटीशन, प्रोडक्ट्स और सर्विसेज पर रिसर्च प्रदान करने के अलावा बिजने स एडमिनिस्ट्रेशन में ऑर्गनाइजेशन एफेक्टिवनेस को एन्हैंस करता है, जिसमें ये सभी तेजी से विकसित हो रहे बिजनेस दायरे में डील करने में सहायता करते हैं।

कोर्स- चूंकि केपीओ भारत में बतौर करियर ऑप्शन के तौर पर उभर रहा है इसलिए संस्थान कार्य की जरूरतों के हिसाब से स्किल डेवलप करने के लिए फॉर्मल ट्रेनिंग प्रदान नहीं देते। बावजूद इसके, कई संस्थान शॉ र्ट -टर्म ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्सेज और ट्रेनिंग प्रोग्राम डिप्लोमा लेवल पर प्रदान करते हैं। ऐसे संस्थानों का मुख्य उद्देश्य प्रोफेशनल्स को ट्रेन करना है ताकि इस फील्ड में वे बेहतर कर सकें। कोर्स करने के लिए छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी फील्ड में ग्रेजुएट होना होगा।

करियर प्रॉस्पेक्ट्स- केपीओ इंडस्ट्री के ग्रोथ करने से भारत में अधिक से अधिक युवा इस फील्ड में करियर संवारने के लिए इसका चुनाव कर रहे हैं। उचित व उपयुक्त कोर्स करने के बाद आप चाहें तो केपीओ फर्म के साथ रिसर्च और डेवलपमेंट, एडवांस वेब एप्लीकेशन, फाइनेंशियल, कंसल्टेंसी और सर्विसेज, बिजनेस और टेक्निकल एनालिसिस, बिजनेस और मार्केट रिसर्च, लीगल सर्विस, ट्रेनिंग और कंसल्टेंसी, डाटा एनालिटिक्स आदि में कार्य कर सकते हैं। भारत में कार्यानुभव प्राप्त करने के बाद आपको विदेशों में भी कार्य करने के बेहतर मौके प्राप्त हो सकते हैं।

वेतन- भारत में केपीओ इंडस्ट्री के बढ़ने का मुख्य कारण इसकी अट्रैक्टिव सैलरी पैकेज भी है। इसलिए, यदि आप कहीं जॉब करते हैं तो शुरुआत में कहीं भी 8 से 12 हजार के बीच सैलरी पा सकते हैं। अनुभवी प्रोफेशनल्स इस क्षेत्र में 4 से 6 लाख सालाना कमा सकते हैं।

संस्थान- चूंकि केपीओ अभी ग्रोथ ही कर रहा है इसलिए कुछ ही संस्थान भारत में कोर्स उपलब्ध कराते हैं ताकि ट्रेंड प्रोफेशनल्स इस क्षेत्र में बेहतर काम कर सकें। बेंगलूरू में एकसेलॉन संस्थान इस फील्ड में कोर्स उपलब्ध कराती है।

(अंशुमाला,राष्ट्रीय सहारा,19.7.11)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।