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03 जुलाई 2011

डीयूःफर्जी मार्कशीट व ओबीसी प्रमाण पत्र से दाखिले की कोशिश

दिल्ली विविद्यालय के भगत सिंह कॉलेज(सांध्य) में वीआईपी कोटे से एडमिशन दिलाने का वायदा कर एक दलाल ने छात्र के नाम पर फर्जी मार्कशीट व ओबीसी प्रमाण पत्र के आधार पर दाखिला दिलाने के लिए कॉलेज में आवेदन भी कर दिया लेकिन एडमिशन स्टॉफ ने दस्तावेजों की जांच में फर्जीवाड़े को पकड़ लिया। दलाल ने इस छात्र से एक लाख रुपये में दाखिला दिलाने का वायदा किया था। खास बात यह कि डीयू में दाखिलेके लिए कोई वीआईपी कोटा नहीं है। इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल की शिकायत मालवीय नगर थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने नाबालिग छात्र को पकड़ ज्यूविनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया। उसे पर्सनल बांड पर छोड़ दिया गया। पुलिस उस युवक को तलाश रही है जिसने छात्र को एडमिशन दिलाने का झांसा दिया था। पुलिस के मुताबिक 23 जून को शहीद भगत सिंह कॉलेज(सांध्य) में फरीदाबाद क्षेत्र निवासी एक नाबालिग का दाखिले का फार्म व दस्तावेज जमा कराए गए थे। कॉलेज प्रशासन ने जांच की तो उनमें मार्कशीट व ओबीसी प्रमाण पत्र फर्जी पाये गए। इस बाबत कॉलेज एडमिशन स्टॉफ ने नाबालिग छात्र से बातचीत की तो मालूम हुआ कि उसे हर्ष नामक युवक ने एक लाख रुपये में कॉलेज में दाखिला कराने का वायदा किया था। इसके लिए उसने अपने सारे दस्तावेज हर्ष को दे दिये थे। बाद में कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ओ.पी.शर्मा की शिकायत पर तीस जून को मालवीय नगर थाने में आईपीसी की धारा 419, 420, 468, 471 व 34 के तहत केस दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने नाबालिग छात्र से पूछताछ की तो पता चला कि हर्ष उसे पिछले दिनों भगत सिंह कॉलेज के बाहर ही मिला था। वह दाखिले के लिए कॉलेज आया था। हर्ष ने उससे बहाने सिर बात की और एडमिशन दिलाने का वायदा कर दिया। इस काम के लिए उससे एक लाख रुपये की डिमांड की गई। पुलिस के अनुसार हर्ष ने इस नाबालिग को वीआईपी कोटे से कॉलेज में दाखिल दिलाने का आासन दिया था। छात्र से सारे दस्तावेज लेकर हर्ष ने खुद कॉलेज जाकर फार्म जमा करवाया था। पुलिस का कहना है कि एडमिशन के सिलसिले में हर्ष को अभी कोई रकम अदा नहीं की गई थी। इस मामले के तार फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर डीयू में दाखिला दिलाने वाले रकैट से जुड़े होने की आशंका जाहिर की गई है। हर्ष के दोनों मोबाइल फोन बंद हैं। पुलिस सर्विलांस टैक्नोलॉजी की मदद से उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जी प्रमाण पत्र की मदद से डीयू के अलग-अलग कॉलेजों में दाखिला दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर एससी/एसटी सेल के दो कर्मचारियों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था(नीरज आर्या,राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,3.7.11)।

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