घर व दफ्तर की साज-सज्जा के प्रति बढ़ती अभिरुचि के कारण इंटीरियर डिजाइनिंग के विशेषज्ञों की मांग बढ़ी है। गृह निर्माण में जितना महत्व आर्किटेक्ट का है, उतना ही इंटीरियर डिजाइनरों का भी होने लगा है। इसकी वजह यह है कि अब सिर्फ कंक्रीट कंस्ट्रक्शन में रहने की इच्छा लोगों की नहीं होती, बल्कि वे चाहते हैं घर खूबसूरत और आरामदायक हो, जिसमें उन्हें फ्रेशनेस का अहसास हो सके। घर के अलावा दफ्तर को लेकर भी लोगों का कुछ ऐसा ही सोचना है। ऐसे में इंटीरियर डिजाइनरों की मांग बढ़ी है।
कैसे-कैसे पाठ्यक्रम
इंटीरियर डिजाइनिंग के अंतर्गत सर्टिफिकेट/डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग, बीएससी इन इंटीरियर डिजाइनिंग, बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स आदि कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा चार वर्षीय बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) प्रोग्राम में भी प्रवेश लिया जा सकता है। आप चाहें तो अहमदाबाद के सेंटर फॉर इनवॉयरमेंटल प्लानिंग ऐंड टेक्नोलॉजी (सीईपीटी) में इंटीरियर डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं, जिसके लिए अभ्यर्थी का साइंस स्ट्रीम से 12वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है।
मौके कम नहीं
इंटीरियर डिजाइनिंग से संबंधित कोर्स करने के बाद किसी आर्किटेक्चर या कंस्ट्रक्शन कंपनी में जॉब के मौके मिल सकते हैं। इसके अलावा इंटीरियर डिजाइनिंग कंसल्टेंसी फर्म, होटल, रिजॉर्ट्स, स्टूडियो आदि में भी अवसर मिलते हैं। संबंधित फील्ड में टीचिंग का काम भी कर सकते हैं। खुद का काम भी शुरू किया जा सकता है।
मुख्य संस्थान
-सृष्टि स्कूल ऑफ आर्ट, डिजाइन ऐंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु www.saischoolofdesign.com
-एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, दिल्ली www.apeejay.edu
-इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन, चंडीगढ़ www.nifd.net
-स्कूल ऑफ इंटीरियर डिजाइन, अहमदाबाद www.cept.ac.in
-इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली www.iiftindia.net (गणेश कुमार पांडेय,अमर उजाला,29.6.11)
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जवाब देंहटाएंमेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है : Blind Devotion - सम्पूर्ण प्रेम...(Complete Love)