नेशनल पैंथर्स स्टूडेंट्स यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लगातार 18वें दिन सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हो रही के विरोध में प्रदर्शन किया। एनएसएफ के कार्यकर्ताओं ने जीजीएम साइंस कॉलेज, एसपीएमआर, पलौड़ा कॉलेज में जाकर कक्षाओं को लगने नहीं दिया। एनएसएफ ने जम्मू में केन्द्रीय विवि जल्द स्थापित करने की मांग की।
इससे पहले सुबह जीजीएम साइंस कॉलेज में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यूनियन के साहिल चौधरी और शिव देव ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर पता नहीं क्यों खामोश है।
जब कश्मीर में इसका काम पूरी तरह से चल रहा है तो यहां पर क्यों नहीं। वैसे भी सरकार ने हमेशा से जम्मू के साथ भेदभाव किया है। लेकिन अब फिर से ऐसा किया जा रहा है। इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि अभी तो सिर्फ कक्षाओं का बहिष्कार करवा रहे हैं। आने वाले समय में वे लोग सड़कों पर उतर कर उग्र रूप से प्रदर्शन करेंगे। सरकार उन्हें उकसाने पर मजबूर कर रही है।
केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया
जम्मू। सेंट्ल यूनिवर्सिटी जम्मू में वीसी की नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर एनएसएफ कार्यकर्ताओं ने फोरम के प्रधान विकास शर्मा की अगुवाई में प्रदर्शन किया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने यूपीए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
विकास शर्मा का कहना था कि जिस जगह पर यूनिवर्सिटी बननी है वह फारेस्ट डिपार्टमेंट की है तथा उन्होंने 20 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर यूनिवर्सिटी विपरीत हालातों के बावजूद कार्य कर रही है जबकि जम्मू में इसका कोई अतापता ही नहीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य और केंद्र सरकार जानबूझ कर इस मामले को लटका रही है। यह सब कश्मीरी हुक्मरानों के इशारों पर किया जा रहा है।
अगर सरकार चाहती तो कुछ ही माह के अंदर यूनिवर्सिटी को बनाया जा सकता। लेकिन ऐसा जानबूझ कर नहीं किया जा रहा है। इस मौके पर सुरजीत चौधरी, रवि चौधरी, पुरुषोत्तम सिंह, अनिल कुमार व अन्य मौजूद थे(दैनिक भास्कर,जम्मू,20.7.11)।
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