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07 जुलाई 2011

यूपीपीसीएस(प्री) रिजल्ट संशोधित

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा परिणाम 2010 पर छात्रों की आपत्तियां उस समय सही साबित हो गई जब सुनवाई से महज एक सप्ताह पहले आयोग ने संशोधित परीक्षा परिणाम घोषित किया। पूर्व में मुख्य परीक्षा के लिए अर्ह 107 छात्र अब मुख्य परीक्षा नहीं दे पाएंगे वहीं 122 ऐसे छात्रों को परीक्षा देने का मौका मिलेगा, जिन्हें पूर्व में अनर्ह पाया गया था। उल्लेखनीय है लोक सेवा आयोग ने 1 जून को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2010 का परिणाम घोषित किया था। विभिन्न ऐच्छिक विषयों में आयोग द्वारा जारी किए गए उत्तर पत्रक से असंतुष्ट कई विषयों के छात्रों ने परिणाम को लेकर उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की थी। इस मामले में अगली सुनवाई 14 जुलाई को होनी थी। इससे पूर्व ही आयोग ने संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया। अब कुल 8730 छात्र परीक्षा देंगे। पूर्व में अर्ह पाए गए 107 छात्र अब मुख्य परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। मालूम हो कि संजय मिश्र व दो अन्य प्रतियोगियों ने इस मामले पर एक याचिका दाखिल की थी। इस पर न्यायमूर्ति सुनील अम्बवानी तथा न्यायमूर्ति सभाजीत यादव की खण्डपीठ ने 17 जून को आयोग से जवाब तलब करते हुए सुनवाई की तिथि 14 जुलाई निर्धारित की थी। याचिका पर अधिवक्ता अनिल तिवारी ने प्रतियोगी छात्रों की ओर से बहस की थी। इस संबंध में प्रतियोगी छात्र मोर्चा के राजेश सिंह ने कहा कि इस निर्णय के आलोक में आयोग को अपनी प्रक्रिया और पारदर्शी बनाने के कदम उठाने चाहिए(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,7.7.11)

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