मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

14 जुलाई 2011

पश्चिमी दिल्लीःराजकीय स्कूलों में दाखिला, निजी संस्थानों में पढ़ाई

आजकल पश्चिमी दिल्ली के राजकीय विद्यालयों में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वाले छात्रों की यही स्थिति है। उनके पास दो ही विकल्प है या तो निजी संस्थानों से कंप्यूटर विषय की तैयारी करें या फिर कंप्यूटर छोड़ दें। ऐसे में मौजूदा सत्र में स्कूल प्रशासन भी इच्छुक छात्रों को कंप्यूटर का चयन न करने की ही सलाह दे रहे हैं। यही हाल इंजीनियरिंग ड्राइंग विषय में भी है।पश्चिमी दिल्ली में कुल 210 राजकीय स्कूल हैं। पश्चिमी जिला ए में 57 और पश्चिमी जिला बी में 70 स्कूल हैं। जबकि दक्षिणी पश्चिमी जिला बी के अंतर्गत द्वारका, पालम व नजफगढ़ देहात के स्कूल आते हैं। इस जिले में कुल 83 स्कूल हैं। वैसे तो कंप्यूटर की पढ़ाई सभी कक्षाओं में होती है, लेकिन 11वीं व 12वीं में कंप्यूटर का स्तर बढ़ जाता है। आ‌र्ट्स, कॉमर्स व विज्ञान के छात्रों के लिए दो तरह के कोर्स संचालित किए जाते हैं। आ‌र्ट्स व कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर की पढ़ाई इंफारमेटिक प्रैक्टिस विषय के नाम से पढ़ाई जाती है। कोई भी छात्र इसका चयन कर सकता है। वहीं नान मेडिकल संकाय के छात्र भौतिकी, रसायन व गणित के साथ कंप्यूटर, इंजीनियरिंग ड्राइंग या अर्थशास्त्र में से एक विषय का चयन करते हैं।शिक्षकों के मुताबिक आज का समय कंप्यूटर का है, इसलिए नान मेडिकल संकाय के ज्यादातर छात्र कंप्यूटर लेना चाहते हैं। पिछली बार भी लिया था, लेकिन 12वीं में छात्रों की संख्या आधी रह गई है। क्योंकि स्कूलों में कंप्यूटर पढ़ाने के लिए विशेषज्ञ शिक्षक नहीं हैं। वह भी तब जब नान इंजीनियरिंग संकाय में कंप्यूटर विषय में लैंग्वेज की पढ़ाई भी होती है(रणविजय सिंह,दैनिक जागरण,दिल्ली,14.7.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।