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16 जुलाई 2011

यूपीःपटरी से उतरी बीएड की काउंसलिंग,सरकारी व एडेड कालेजों की सीटें पहले ही दिन फुल

बीएड की काउंसलिंग शुरू होने के एक दिन बाद ही पटरी से उतर गयी। गुरुवार की काउंसलिंग शुक्रवार को सुबह आठ बजे तक चली। इसके बाद कई घण्टे तक सीटों के एलाटमेंट की प्रक्रिया में लग गये और सुबह नौ बजे से टोकन लेकर काउंसलिंग का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों का पूरा दिन गुजर गया। शुक्रवार को काउंसलिंग शाम चार बजे से शुरू हो पायी तो बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय केन्द्र के निकट ट्रक ने ओएफसी काट दी और काउंसलिंग फिर साढ़े पांच बजे से डेढ़ घण्टे तक ठप हो गयी। राजधानी के सभी केन्द्रों पर इस दौरान छात्रों को तमाम दुारियों का सामना करना पड़ा। बीएड काउंसलिंग में लगे शिक्षक दो दिनों में ही पस्त हो गये हैं। बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय केन्द्र पर पहले ही दिन पूरी रात काउंसलिंग चली तो इलाहाबाद में छात्र पूरी रात काउंसलिंग सेंटरों पर बैठे अपनी बारी का इंतजार करते रहे गये। यहां शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक काउंसलिंग चली। अव्यवस्था का आलम यह है कि दूर-दराज से काउंसलिंग में शामिल होने आये छात्रों के अभिभावकों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है। इंटरनेट लगातार परेशानी में डाल देता है और सर्वर जॉम हो जाने से काउंसलिंग बार-बार रुक रही है। गुरुवार को सीट लॉक करने वाले करीब 200 छात्रों के एलाटमेंट खारिज हो गये थे, उन्हें मनमाफिक संस्थान नहीं मिल सके। ऐसे छात्रों को काउंसलिंग में दोबारा शामिल होने का मौका मिल सकता है। काउंसलिंग के प्रभारी डा. पवन अग्रवाल ने बताया कि एनआईसी के सुस्त इंटरनेट सर्वर से तमाम व्यवधान आ रहे हैं। घण्टों इंतजार के बाद छात्र कम्प्यूटर पर सीट लॉक करने पहुंचे तो सर्वर ठप हो गया। इसको लेकर उनमें आक्रोश है और अभिभावकों ने कई केन्द्रों पर विरोध भी दर्ज कराया। कालीचरण डिग्री कालेज के सेंटर एक पर गुरुवार को सीट लॉक करने वाले 455 छात्रों में 51 के दावे रिजेक्ट हो गये, उन्हें सीट नहीं मिल पायी। शुक्रवार को काउंसलिंग केन्द्रों पर टोकन तो सुबह नौ बजे ही बांट दिये गये थे, लेकिन छात्रों को पूरे दिन इंतजार में ही काटना पड़ा। शुक्रवार को रात दस बजे तक 1680 छात्रों के पंजीकरण हो सके थे और 1117 ने सीट लॉक कर दी थी और बाकी के छात्र अपनी बारी का इंतजार में थे। काउंसलिंग पूरी रात चलने की उम्मीद है और इसमें लगे शिक्षक भी अब किनारा काटने लगे हैं। शुक्रवार को काउंसलिंग के नोडल प्रभारी अधिकारियों ने पांचों सेंटरों का निरीक्षण किया और केन्द्र समन्वयकों से दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। उधर जिन छात्रों को सीट एलाट हो गयी है, उन्हें अलग काउंटर लगाकर महाविद्यालय के लिए आवंटन पत्र देकर फीस जमा करने का निर्देश दिया गया है, तथा सीट कन्फर्म कराने के लिए अलग से हिदायत दी गयी है।
बीएड काउंसलिंग में भले ही सर्वर ने छात्रों को छकाया। काउंसलिंग कुछ केन्द्रों पर पूरी रात चली, लेकिन सरकारी व एडेड सभी महाविद्यालयों में बीएड की सीटें फुल हो गयी हैं। काउंसलिंग से लगे सूत्रों का कहना है कि कला वर्ग की शत-प्रतिशत सीटें भर गयी हैं, सिर्फ विज्ञान वर्ग में ही राजकीय व एडेड महाविद्यालयों में कुछ सीटें ही बाकी रह गयी हैं। इनके शुक्रवार को भर जाने की पूरी संभावना थी। बीएड प्रवेश प्रक्रिया की ऑन लाइन काउंसलिंग के सूत्रों का कहना है कि अब छात्रों की प्राथमिकता पुराने बीएड महाविद्यालयों को विकल्प देने की है, भले ही वे निजी क्षेत्र के होंगे(राष्ट्रीय सहारा,लखनऊ,16.7.11)।

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