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13 जुलाई 2011

लॉजिस्टिक में करिअर

लॉजिस्टिक मैनेजर्स का कार्य सही प्रोडक्ट को उचित मात्रा, बेहतर स्थिति, मूल्य, सही समय और प्रॉपर कस्टमर तक पहुंचाना (डिलीवर) होता है। लॉजिस्टिक कस्टमर की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी गुड्स, इन्फॉम्रेशन और अन्य रिसोर्सेज को उसके ओरिजन से लेकर सप्लाई तक के प्रॉसेस को कहते हैं। यह पूरी प्रक्रिया सप्लाई चेन का ही हिस्सा है।

लॉजिस्टिक यूनिवर्सल थ्रेड या पाइपलाइन है, जो पूरी दु निया में कस्टमर तक प्रोडक्ट और सर्विसेज को डिलीवर करने की योजना बनाने के साथ ही उसे कोऑर्डिनेट भी करता है। लॉजिस्टिक में कस्टमर सर्विस, ट्रांसपोर्टेशन, पच्रेजिंग, वेयरहाउसिंग, मैटीरियल हैंडलिंग, स्ट्रैटेजिक प्लानिंग, इन्वेंटरी कंट्रोल, फोरकास्टिंग आदि एक्टिविटीज शामिल होती हैं। इन सभी लॉजिस्टिक एक्टिविटीज का उद्देश्य कंज्यूमर की जरूरतों को पूरा करने के साथ उन्हें संतुष्टि प्रदान कराना है। लॉजिस्टिक मैनेजर्स का कार्य सही प्रोडक्ट को उचित मात्रा, बेहतर स्थिति, उचित मूल्य, सही समय और प्रॉपर कस्टमर तक पहुंचाना(डिलीवर) होता है। लॉजिस्टिक कस्टमर की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी गुड्स, इन्फॉम्रेशन और अन्य रिसोर्सेज को उसके ओरिजन से लेकर सप्लाई तक के प्रॉसेस को कहते हैं। साथ ही उपार्जन (प्रोक्योरमेंट), ट्रांसपोर्टेशन, स्टो रेज, गुड्स और मटीरियल के डिस्ट्रिब्यूशन को सावधानी से मैनेज करने का कार्य भी इसमें शामिल होता है। यह पूरी प्रक्रिया सप्लाई चेन का ही हिस्सा है, जिसमें इन्फॉम्रेशन, ट्रांसपोर्टेशन, इन्वेंटरी, वेयरहाउसिंग, मैटीरियल हैंडलिंग और पैकेजिंग के एकीकरण (इंटिग्रेशन) का कार्य शामिल होता है। लॉजिस्टिक्स कई प्रकार के होते हैं जैसे र्थड पार्टी लॉजिस्टिक्स, बिजनेस लॉजिस्टिक, प्रोडक्शन लॉजिस्टिक और प्रोफेशन लॉजिस्टिक। किसी भी लॉजिस्टिक मैनेजर के ऊपर कंपनी के अन्य कर्मचारियों से इंटरैक्शन करने के साथ-साथ प्रोडक्ट के प्रोडक्शन और सप्लाई को मॉनिटर करने की भी जिम्मेदारी होती है। इन दिनों, बिजनेस ऑर्गनाइजेशन के सप्लाई चेन मैनेजमेंट में भी लॉजिस्टिक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है इसलिए इस फील्ड में जॉब ऑपरच्युनिटी पहले से अधिक बढ़ी है। इसमें जहां चुनौतियां, जिम्मेदारियां, ट्रैवल ऑपरच्युनिटी है, वहीं संतोषजनक वेतन भी प्रदान करता है। बिजनेस स्किल्स का वृहद आधार, लॉजिस्टिक प्रॉसेस की नॉलेज, रिलेवेंट इंटर्नशिप/वर्क एक्सपीरियंस मैनुफैक्चर, रिटेलर, र्थड पार्टी लॉजिस्टिक फर्म या अन्य ऑर्गनाइजेशन में कॅरियर की शुरुआत करने की ऑपरच्युनिटी देगा। चाहें तो आप मैनेजमेंट ट्रेनी, एनालिस्ट या फिर फस्र्ट लाइन सुपरवाइजर के तौर पर भी कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। यदि आप अपने मैनेजेरियल कैपेबिलिटीज को शो करेंगे तो महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से भरा लॉजिस्टिक पोजिशन भी हासिल कर सकते हैं। इस फील्ड में सफलता की कुंजी है फ्लैक्सिबिलिटी। कंपनी जितनी बड़ी होगी उसी आधार पर आपकी शुरुआती जिम्मेदारियां भी एक या उससे अधिक लॉजिस्टिक फंक्शन में डील करने वाली होगी।

कोर्स -


भारत के कई संस्थान इस फील्ड में डिफरेंट कोर्स ऑफर कराते हैं। आमतौर पर यह कोर्स पार्टटाइम मोड जैसे डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, पोस्ट- ग्रेजुएट डिग्री और पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा लेवल के होते हैं। इन कोसरे को करने के दौरान स्टूडेंट्स को सप्लाई चेन मैनेजमेंट, ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट, एनालिसिस डाटा और अन्य बिजनेस रिलेटेड इशू से संबंधित फील्ड में भी ट्रेनिंग दी जाती है। कैंडिडेट को 10अ2 के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विविद्यालय से ग्रेजुएट होना जरूरी है।

कार्य संभावनाएं-

लॉजिस्टिक में कई प्रकार के क्रिटिकल बिजनेस एक्टिविटी शामिल होते हैं। चाहे दुनिया की किसी भी छोटी-बड़ी पब्लिक, प्राइवेट कंपनीज हो या लाज्रेस्ट ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चर्स या स्मॉलेस्ट जिप प्रोडय़ूस करने वाली कंपनी, जो भी प्रोडक्ट की खरीद/बिक्री करता है, उसे लॉजिस्टिक प्रोफेशनल्स की जरूरत इसलिए पड़ती है ताकि वह प्रोडक्ट के साथ इन्फॉम्रेशन को भी लोकली, नेशनली और इंटरनेशनली फ्लो करने में मै नेज कर सके। आप मैनुफैक्चरिंग र्फम्स- इंडस्ट्रियल और कंज्यूमर गुड्स, मच्रेडाइजिंग र्फम्स- रिटे लर्स , होलसेलर्स, डिस्ट्रिब्यूटर, कंसल्टिंग र्फम्स- स्ट्रैटजी, टेक्नोलॉजी आदि, र्थड पार्टी लॉजिस्टिक र्फम्स- वेयरहाउसिंग डेडिकेटेड करियर्स, ट्रांसपोर्टेशन र्फम्स- फ्रेट और पैसें जर, सर्विस इंस्टीटय़ूशन-बैंक्स, हॉस्पिटल आदि, एजुकेशन ऑर्गनाइजेशन- यूनिवर्सिटी और ट्रेनिंग र्फम्स आदि में अनेक कार्य संभावनाएं मौजूद हैं।

करियर प्रॉस्पेक्टस-

कई छोटी-बड़ी बिजनेस ऑर्गनाइजेशन और कंपनियां टैलेंटेड लॉजिस्टिक मैनेजर की डिमांड करते रहते हैं। जिन छात्रों में मैनेज करने, सप्लाई चेन मैनेजमेंट में कोऑर्डिनेशन, एनालिटिकल, न्यूमेरिकल और ज्योग्राफिकल लोकेशन का ज्ञान, इलेक्ट्रॉ निक कम्युनिकेशन डिवाइसेज का ज्ञान हो, इस फील्ड में सफल हो सकते हैं ।

वेतन-

शुरुआती स्टेज में आप 10 से 15 हजार प्रत्येक महीना कमा सकते हैं। जिनके पास दो से तीन साल का अनुभव है, वे 20 से 25 हजार तक प्रत्येक महीना इस फील्ड में सैलरी पा सकते हैं।

जॉब प्रोफाइल-

एनालिस्ट, कंसल्टेंट, कस्टमर सर्विस मैनेजर, इंटरनेशनल लॉजिस्टिक मैनेजर, इन्वेंटरी कंट्रोल मैनेजर, लॉजिस्टिक इंजीनियर, लॉजिस्टिक्स मैनेजर, लॉजिस्टिक्स सर्विस सेल्सपर्स न, लॉजिस्टिक सॉफ्टवेयर मैनेजर, मैटीरियल्स मैनेजर, प्रोडक्शन मैनेजर, सप्लाई चेन मैनेजर, सिस्टम सपोर्ट मैनेजर, ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर, वेयरहाउस ऑपरेशन मैनेजर आदि के पद पर कार्य कर सकते हैं।

फोकसिंग फील्ड

लॉजिस्टिक प्लानिंग और एनालिसिस ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट वेयरहाउस ऑपरेशन मैनेजमेंट इंवेंटरी प्लानिंग और कंट्रोल पच्रेजिंग और मैटीरियल्स मैनेजमेंट इंटरनेशनल लॉजिस्टिक मैनेजमेंट प्रोडक्शन प्लानिंग और ऑपरेशन सप्लाई चेन मैनेजमेंट कस्टमर सर्विस मैनेजमेंट इन्फॉम्रेशन सिस्टम और कंट्रोल लॉजिस्टिक सर्विस मार्केटिंग और सेल्स लॉजिस्टिक इंजीनियरिंग
(अंशुमाला,राष्ट्रीय सहारा,12.7.11)

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