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21 जुलाई 2011

डीयू में आज फ्रेशर्स का पहला दिन

दिल्ली विश्वविद्यालय में आज से नया सत्र शुरू हो रहा है। ज्यादातर कॉलेजों में पहला दिन ओरिएंटेशन के नाम कर दिया गया है। कई जगहों पर गुヒवार से ही क्लास शुरू होगी। इन कॉलेजों ने बुधवार को ही ओरिएंटेशन की औपचारिकता पूरी कर ली। नए छात्रों में रैगिंग का हौवा न हो इसको लेकर पुलिस और प्रशासन भी मुस्तैद हो गई है।

कॉलेजों में सभी कोर्स में इस बार सेमेस्टर लागू कर दिया गया है। इसके तहत नवम्बर के आखिरी सप्ताह से लेकर दिसम्बर में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा होगी। नए कैलेंडर के मद्देनजर कॉलेजों ने भी पहले दिन से ही क्लास चलाने पर जोर है। इस कारण से हिन्दू, एसआरसीसी, स्टीफंस, खालसा, रामानुजन कॉलेज आदि ने सत्र शुरू के एक दिन पहले ही ओरिएंटेशन का कार्यक्रम रखा था। बुधवार को इन कॉलेजों में काफी संख्या में छात्र और अभिभावक पहुंचे। हिन्दू कॉलेज में इतिहास विभाग की प्रभारी सुचित्रा गुप्ता ने बताया कि गुヒवार से छात्रों की क्लास शुरू हो जाए इसलिए एक दिन पहले ही सभी को टाइम टेबल दे दिया गया। बुधवार को नए छात्रों से शिक्षकों ने इंटरएक्शन का काम भी पूरा कर लिया। एसआरसीसी में भी बुधवार को नए छात्र छात्राओं के साथ ओरिएंटेशन का कार्यक्रम रखा गया था। प्राचार्य पीसी जैन ने बताया कि यहां गुヒवार से विधिवत क्लास शुरू होगी। टाइमटेबल और शिक्षकों और छात्रों के बीच आपसी परिचय का काम बुधवार को ही गया।


गुヒवार को रामजस, केएमसी और अन्य दूसरे कॉलेजों में ओरिएंटेशन रखा गया है। अभिभावकों को भी बुलाया गया है। सभी को पहचान पत्र या फीस की रसीद आदि के साथ आने को कहा गया है। कॉलेजों ने एंटी रैगिंग को लेकर स्क्वाड कमेटी और एंटी रैगिंग कमेटी भी बना ली है। रैगिंग के नुकसान के बारे में भी छात्रों को आगाह किया जा रहा है।


कैंपस में पहले दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राष्ट्रीय छात्र संगठन ने अपने अपने अंदाज में छात्रों के बीच जाने का कार्यक्रम बनाया गया है। परिषद के पदाधिकारी रोहित चहल ने बताया कि गुヒवार को कॉलेज के प्रवेश द्वार पर छात्रों का फूल और रो़ड़ी लगाकर स्वागत किया जाएगा। उनसे मिलने मिलाने का भी कार्यक्रम होगा। छात्र संगठन एनएसयूआई भी नार्थ कैंपस में रैगिंग के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकालेगा।

कॉलेजों में रैगिंग से अप्रिय वारदात न हो इसको लेकर प्रशासन और पुलिस दोनों की ओर से तैयारी कर ली गई है। पहले दिन से ही कैंपस के कोने कोने में पुलिस और सुरक्षा गार्ड मुस्तैद होंगे। नार्थ और साउथ कैंपस में छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी भी है। वेंकटेश्वर, रामजस, केएमसी और कई दूसरे कॉलेजों में भी सीसीटीवी से छात्रों की गतिविधि पर नजर रखी जाती है। विश्वविद्यालय में प्रोक्टोरियल कमेटी की बैठक में सभी कॉलेजों और हॉस्टलों को रैगिंग रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। कुलपति प्रो दिनेश सिंह पहले दिन कॉलेजों के चक्कर भी लगाएंगे। उनके साथ उच्च अधिकारियों की टीम भी रहेगी। वे नए छात्रों से रूबरू होने के साथ ही साथ कॉलेजों में प़ढ़ाई के इंतजाम का भी जायजा लेंगे। नए छात्रों कॉलेज कैंटीन या क्लास रूम में शिक्षक की जगह कुलपति भी मिल सकते हैं(नई दुनिया,दिल्ली,21.7.11)। 

नवभारत टाइम्स की रिपोर्टः
कॉलेज में फर्स्ट डे पर अपना सिक्का जमाने के लिए फच्चे पूरा जोर लगा रहे होंगे। नए कपड़ों से लेकर नए फोन तक की प्लानिंग चल रही होगी। लेकिन बेस्ट फर्स्ट इंप्रेशन के लिए स्टाइल के अलावा भी बहुत कुछ चाहिए होता है। तो जानते हैं, इसके लिए एक्स्ट्रा पॉइंट्स कैसे स्कोर करें : 

यह बात यूं ही नहीं कही जाती कि फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन। दरअसल, जो इंप्रेशन आप पहली बार में देते हैं, वह लंबे समय तक लोगों को याद रहता है, इसलिए यह जरूरी है कि पहली ही बार में सभी के आगे खुद को अच्छी तरह प्रजेंट किया जाए। बेशक इसके लिए आपको तमाम छोटी-बड़ी चीजों का ध्यान रखना होगा। तभी आप अपना अपना सुपर इंप्रेशन जमा सकते हैं। 

जरूरी है तारीफ 

तारीफ को अगर कमाल की चीज कहा गया है, तो इसका मतलब यही है कि इसका जादू सभी पर चलता है। कॉम्प्लिमेंट्स लड़कियों पर तो काम करते ही हैं, लड़कों पर भी इनका असर खूब दिखता है। बेशक इस तरह आप अपनी डीम गर्ल या ड्रीम बॉय से अपने लिए बोनस पॉइंट्स जीत सकते हैं। उनके स्टाइल स्टेटमेंट की तारीफ करें, लेकिन ऐसा न लगे कि आप चापलूसी कर रहे हैं या जबरन उनके लिए अच्छा बोल रहे हैं। आपकी की गई तारीफ में एक फ्लो व सच्चाई होनी चाहिए। और आपकी ये बातें जब उनके चेहरे पर स्माइल लाएंगी, तो आपको अपने एर्फट्स की पूरी कीमत मिल जाएगी। 

बातों पर ध्यान दें 

लड़कियां इस बात से बहुत नफरत करती हैं, जब लड़के उनकी बात ठीक से नहीं सुनते। इसलिए उनकी बातों पर पूरा ध्यान दें। उनकी पसंद और नापसंद के बारे में जानें। किसी भी लड़की के साथ होने पर यह क्वॉलिटी आपको पूरा सपोर्ट देगी। बात सुनते हुए गर्दन हिलाने और बीच में स्माइल देने से यही लगेगा कि आप उसकी बात सुन रहे हैं और आपका ध्यान आजू-बाजू की लड़कियों की ओर बिल्कुल नहीं है। यही नहीं, उसकी बात को बीच में न काटें। वहीं, लड़कियों को भी लड़कों की बात आराम से सुननी चाहिए, फिर चाहे टॉपिक उसका रीसेंट क्रिकेट मैच हो या फिर उसकी बाइक। दूसरे शब्दों में कहें, तो फोकस कम्यूनिकेशन पर होना चाहिए, ताकि आप लोग एक-दूसरे को अच्छी तरह समझ सकें। 

स्टाइल है जरूरी 

अगर कोई आपको यह कहे कि बोरिंग कपड़ों के बावजूद आप लोगों की नजरों में छा सकते हैं, तो समझ जाएं कि वह आपका वेल-विशर नहीं है। र्फस्ट इंप्रेशन में बेशक सबसे पहले आपका स्टाइल नोटिस किया जाता है, इसलिए यह बहुत जरूरी है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि कपड़ों पर आप बिना सोचे एक साथ हजारों रुपये खर्च कर दें। लेकिन आपका एटिट्यूड आपके कपड़ों से जरूर झलकना चाहिए और यही बात एक पॉजिटिव स्माइल के साथ आपके फेस पर भी होनी चाहिए। और हां, बॉडी ऑडर कंट्रोल करना जरूरी है। इसके लिए आप अच्छा डियो या कोलोन यूज करें। 

हंसे और हंसाएं 

लोग आपके बारे में क्या और कैसा सोचते हैं, इसे आप बहुत हद तक अपने बातचीत के स्टाइल और सेंस ऑफ ह्यूमर से सेट कर सकते हैं। अगर आप हंसी-मजाक करने वाले और सोशल सर्कल में रहने वाले स्टूडेंट साबित होंगे, तो बेशक सभी आपको नोटिस करेंगे और आप पॉपुलर हो जाएंगे। 

टाइम चेक 

मोबाइल एरा में घडि़यों की अहमियत भले ही कम हुई हो, लेकिन इंप्रेशन के मामले में अभी तक कोई रूल नहीं बदला है। टाइम पर पहुंचना आपके पॉजिटिव पॉइंट्स के लिए एक्स-फैक्टर साबित होगा। अगर आप लड़के हैं, तो कभी किसी लड़की को इंतजार न करवाएं। वरना मान लें कि आपका खराब टाइम शुरू हो चुका है। मानकर चलें कि समय और दिलचस्प लोग कभी किसी का इंतजार नहीं करते। कम से कम देर से आने वालों के लिए तो बिलकुल नहीं! 

थोड़ा राज भी रहने दें 

पहली मुलाकातों में अपनी सारी बातें सभी के सामने न रखें। बेहतर होगा कि कुछ बातों को राज भी रहने दें। अपना अच्छा इंप्रेशन छोड़ें और कुछ ऐसी बातें कहें कि दूसरे आपके बारे में सोचने को मजबूर हो जाएं। इस तरह लोग आपमें दिलचस्पी लेंगे और आपसे खुद आकर बात करेंगे।


दैनिक भास्कर की रिपोर्ट भी देखिएः
ग्रेजुएशन के सभी पाठच्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम के साथ डीयू गुरुवार से अपने नए सत्र का आगाज करने जा रहा है। ग्रेजुएशन की 54 हजार सीटों के लिए करीब डेढ़ माह से ज्यादा चली दाखिला प्रक्रिया के बाद फिर से 21 जुलाई को कॉलेज खुलने जा रहे हैं। नए सत्र की शुरुआत को लेकर जहां नए छात्र उत्साह से लबरेज नजर आ रहे हैं, वहीं पुराने छात्र भी उनके स्वागत के लिए तैयार दिख रहे हैं।


हालांकि रैगिंग को लेकर फंसने का डर उनके मन में कहीं न कहीं जरूर देखने को मिल रहा है। डीयू प्रशासन ने इस बार भी रैगिंग रोकने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। उनकी कोशिश है कि ऐसी किसी भी घटना को दबाया न जा सके। यही कारण है कि इस बार प्रॉक्टर प्रो.एचपी सिंह दिल्ली पुलिस, दिल्ली परिवहन निगम व मेट्रो के माध्यम से शिकायत व उसके बाद होने वाली कार्रवाई को नए छात्रों के बीच प्रचारित करने में जुटे नजर आ रहे हैं।


दाखिले की दौड़ के बाद डीयू प्रशासन भी नए छात्रों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रशासन ने अपने स्तर पर छात्रों के स्वागत की पूरी तैयारी की है।


डिप्टी प्रॉक्टर डा. मनोज अरोड़ा ने बताया कि प्रशासन की तैयारी पूरी तरह सुरक्षा व्यवस्था पर ही केंद्रित है। डीयू प्रशासन ने नए छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कैंपस में जगह-जगह पुलिस टीम का बंदोबस्त किया है। यह पुलिसकर्मी सादी वर्दी में भी लगातार कैम्पस में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा में जुटे नजर आएंगे।


डॉ.अरोड़ा ने बताया कि रैगिंग करने वालों और बाहरी मनचलों पर भी डीयू प्रशासन की पैनी नजर है। प्रशासन ने सभी कॉलेजों और पुलिस को भी इस बाबत निर्देश दे दिए हैं कि यदि कोई इस तरह के मामले में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा कॉलेज और हॉस्टल प्रशासनों को भी रैगिंग रोकने संबंधी निर्देश जारी कर दिए हैं।


सभी कॉलेजों में अनुशासन समितियां बनाई गई हैं। वहीं सभी कॉलेजों और हॉस्टलों में कभी भी बिना सूचना दिए औचक निरीक्षण करने की योजना बनाई गई है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना रोकी जा सके।


डीयू प्रशासन व पुलिस प्रबंधन के साथ कॉलेजों ने भी अपने-अपने स्तर पर नए सत्र के लिए खास इंतजाम किए हैं। चाहे वह कैम्पस कॉलेज हो या फिर ऑफ कैम्पस एंट्री आईकॉर्ड देखकर ही होगी। बाहरी छात्रों का प्रवेश कॉलेज व हॉस्टल परिसर में प्रतिबंधित रहेगा। छात्रों के लिए ओरियेंटेशन प्रोग्राम का सिलसिला लगातार जारी है और बुधवार को सेंट स्टीफंस कॉलेज, हिन्दू कॉलेज व श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में नए छात्रों को अपने कॉलेज व शिक्षकों को जानने का मौका मिला।


कॉलेज प्रशासन की तैयारियों की बात करें तो अनुशासन बनाए रखने व रैगिंग रोकने के उद्देश्य से जहां तमाम कॉलेजों में एंट्री रैगिंग कमेटी बना दी गई, वहीं दूसरी ओर कई कॉलेजों ने अपने यहां सीसीटीवी रिकॉर्डिग का भी इंतजाम किया है। इनमें रामजस, किरोड़ीमल, हंसराज व श्री वेंकेटेश्वर कॉलेज के नाम प्रमुख हैं।


रैगिंग कंटोल रूम: उत्तरी परिसर -011-27667221, दक्षिणी परिसर -011-24119832


फ्रेशर्स का स्वागत तो वरिष्ठ छात्रों को सीख


नए सत्र की शुरुआत के मौके पर कुलपति प्रो. दिनेश सिंह ने जहां फ्रेशर्स का स्वागत किया है, वहीं सीनियर्स को सीख दी है कि वह नए साथियों के आगे सहयोग का हाथ बढ़ाएं। यदि भूल से भी रैगिंग की घटना हुई तो उसके साथ सख्ती से निबटा जाएगा।


छात्र संगठन भी रहेंगे सक्रिय


नए सत्र में नए छात्रों के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए छात्र संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। पहले ही दिन से नए छात्रों को प्रभावित करने और उन्हें अपने से जोड़ने के लिए इन संगठनों ने भी खूब तैयारी की है। एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रोहित चहल ने बताया कि संगठन सभी कॉलेजों में तिलक लगाकर और मिसरी खिलाकर नए छात्रों का स्वागत करेगा।


संगठन की ओर से नए छात्रों की मदद के लिए हर कॉलेज में छात्रों का एक एंटी रैगिंग स्क्वॉयड भी उपलब्ध है और पहला दिन इसे छात्रों के बीच प्रचारित करने में लगाया जाएगा। वहीं नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के दिल्ली प्रदेश मोहित शर्मा ने बताया कि गुरुवार को छात्रों का फूलों और चॉकलेट से स्वागत किया जाएगा। इसके अलावा कैंपस में एक एंटी रैगिंग रैली भी निकाली जाएगी।


डूसू पदाधिकारी भी अपनी-अपनी तरह से छात्रों के बीच पहुंचने की जुगत में जुटे नजर आएंगे। संयुक्त सचिव अक्षय कुमार ने जहां उत्तरी परिसर में छात्रों के लिए फ्री बस सेवा उपलब्ध करने की तैयारी की है तो डूसू उपाध्यक्ष प्रिया डबास छात्रों के बीच पहुंचकर उनका कैम्पस में स्वागत करने जा रही हैं। 

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