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08 जुलाई 2011

पंजाब यूनिवर्सिटीःरिजल्ट घोषित नहीं के विरोध में छात्राएं भूख हड़ताल पर

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन पर चार साल से धोखे में रखने का आरोप लगाते हुए बीए-बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स के छात्र-छात्राएं वीरवार देर शाम वीसी दफ्तर के सामने जोरदार नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। इस दौरान वाइस चांसलर आर सी सोबती से छात्र-छात्राओं की तीखी बहस भी हुई। देर रात पांच छात्राओं के भूख हड़ताल पर बैठने के बाद कैंपस में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। ये विद्यार्थी अभी तक उनका रिजल्ट घोषित नहीं करने और इस कारण किसी अन्य कोर्स के लिए आवेदन नहीं कर पाने को लेकर विरोध जता रहे थे। धरने में बीए-बीएड की 26 छात्राएं और 6 छात्र शामिल हैं। कई छात्राओं के अभिभावक भी देर रात खबर लिखे जाने तक वीसी दफ्तर के बाहर डटे हुए थे।

पीयू में चार वर्षीय बीए-बीएड (इंटीग्रेटेड) कोर्स के इन विद्यार्थियों का आरोप है कि अभी तक रिजल्ट घोषित नहीं किए जाने के कारण वे अन्य कोर्स के लिए आवेदन तो कर ही नहीं पा रहे हैं, पीयू के इस कोर्स को अभी तक भी एनसीईटी से मान्यता नहीं मिल पाई है। अभिभावकों का कहना था कि जब कोर्स को मान्यता ही नहीं थी तो पीयू ने कोर्स शुरू ही क्यों किया। अब हमारे बच्चे कहां जाएं। एक छात्र ने कहा कि चार साल का कोर्स करने में लाखों रुपये फीस दी है लेकिन भविष्य का कुछ ठिकाना नहीं। 

इस दौरान वीसी और डीएसडब्ल्यू से अभिभावकों और छात्राओं की तीखी कहासुनी हुई। छात्राएं बिना रिजल्ट घोषित किए धरने से नहीं उठने पर अड़ी थीं। पीयू अधिकारी देर रात तक उन्हें मनाने में लगे थे। डीएसडब्ल्यू प्रो.नवल किशोर और अन्य हॉस्टल वार्डन भी वहां पहुंचे। प्रो.नवल किशोर ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है।रिजल्ट घोषित करने को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। 
क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठीं दीपिका, प्राची, आशीम, सविता और रजनी सहित अन्य छात्राओं और अभिभावकों के रोष के बाद वीसी चार-पांच अभिभावकों को लेकर मामले की पैरवी करने वाले एडवोकेट सिब्बल के पास भी पहुंचे। एक अभिभावक ने कहा कि वीसी ने सोमवार तक मामले में कुछ फैसला आने का भरोसा दिलाया है।
इससे पहले भी पीयू प्रशासन के खिलाफ लड़कियों को धरना देना पड़ा था। यूबीएस चेयरमैन के खिलाफ छात्राओं ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने पर वीसी दफ्तर के सामने रात भर धरना दिया था। आखिर में पीयू प्रशासन को छात्राओं के सामने झुकना पड़ा था।
एक छात्रा का कहा था कि बीए बीएड कोर्स को मान्यता नहीं मिलने के कारण सभी अन्य यूनिवर्सिटी ने हमारे फार्म रिजेक्ट कर दिए हैं। रिजल्ट रुके होने से स्टूडेंट पीयू में भी दाखिले से वंचित रह जाएंगे। एक छात्र ने कहा कि वीसी ने आश्वासन दिया है कि रिजल्ट के कारण किसी का दाखिला नहीं रुकेगा। चाहे पीयू को इन स्टूडेंट के लिए अतिरिक्त सीट ही क्यों न देनी पड़े(अमर उजाला,चंडीगढ़,8.7.11)।

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