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23 जुलाई 2011

हिमाचल में विद्या उपासकों का हल्ला बोल

हिमाचल प्रदेश ग्रामीण विद्या उपासक संघ ने 1322 ग्रामीण विद्या उपासकों को नियमित न किए जाने पर आपत्ति जताई है। संघ ने चेतावनी दी है कि ग्रामीण विद्या उपासकों को यदि कैबिनेट की आगामी बैठक में नियमित न किया गया तो एक अगस्त से सांकेतिक धरना दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश ग्रामीण विद्या उपासक संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी उनकी मांग का समर्थन किया है। इस मौके पर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुशील चंदेल और महासचिव लाल चंद मेहता के अलावा अन्य शिक्षक नेता मौजूद थे।
प्रमोशन में मिले छूट

ग्रामीण विद्या उपासक संघ ने 600 शिक्षकों के जमा दो कक्षा में 50 फीसदी से कम अंक होने पर प्रमोशन रोके जाने संबंधी निर्णय का कड़ा विरोध किया है। संघ का कहना है कि ग्रामीण विद्या उपासक बीए, एमए, बीएड, एमफिल और पीएचडी भी हैं, मगर इसके बावजूद सिर्फ इसी वर्ग पर जमा दो में 50 फीसदी से कम अंक होने पर प्रमोशन न दिए जाने संबंधी निर्णय को लेना सही नहीं है।
इसी तरह सभी शिक्षकों ने 50 फीसदी अंक के साथ जेबीटी कंडेंस कोर्स पूरा किया है। संघ ने जमा दो में 50 फीसदी अंक की शर्त को वापस लेने की मांग की है। संघ ने दस साल का कार्यकाल करने वाले 1322 ग्रामीण विद्या उपासकों को नियमित न किए जाने पर एतराज जताया है। संघ का कहना है कि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में उनको नियमित करने की बात कही थी, लेकिन अब तक कोई निर्णय न लिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। संघ ने आठ साल से नियमितिकरण लाभ देने की मांग की।
कहां गए बीस करोड़?
हमीरपुर. पीटीए शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष विवेक मेहता का कहना है कि शिक्षकों को तीन माह से वेतन न मिलना चिंतनीय है। उधारी की व्यवस्था कब तक चलेगी। सरकार 20 करोड़ रुपए जारी करने की बात कर रही है, लेकिन अभी वेतन नहीं मिला(दैनिक भास्कर,शिमला,23.7.11)।

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