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21 जुलाई 2011

आईपी में मैनेजमेंट के दाखिले इस माह के अंत से

गुरु गोविंद सिंह इंदप्रस्थ (आईपी) यूनिवर्सिटी के सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूटों में मैनेजमेंट कोटे के एडमिशन जुलाई के अंत में शुरू होंगे। यूनिवर्सिटी जल्द ही इस बारे में गाइडलाइंस जारी करेगी। आईपी से जुड़े सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूटों में 10 पर्सेंट सीटें मैनेजमेंट कोटे के जरिए भरी जाती हैं। इन एडमिशन में 12वीं के मार्क्स की अहमियत ज्यादा होती है। अगर पीजी लेवल के कोर्स हैं तो फिर ग्रैजुएशन में मार्क्स को देखा जाता है।

यूनिवर्सिटी के जॉइंट रजिस्ट्रार (ऐकडेमिक) कर्नल प्रदीप कुमार उपमन्यु का कहना है कि सेल्फ फाइनैंसिंग इंस्टिट्यूटों में हर कोर्स में 10 पर्सेंट सीटें मैनेजमेंट कोटे की होती हैं और दिल्ली सरकार की पॉलिसी के हिसाब से ये सीटें भरी जाती हैं। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट कोटे के एडमिशन को लेकर गाइडलाइंस जारी करेगी और यूनिवर्सिटी देखेगी कि नियमों के मुताबिक ही इंस्टिट्यूट ये सीटें भरें।


यूनिवर्सिटी जो काउंसलिंग कंडक्ट करती है, उसमें एडमिशन केवल एंट्रेंस टेस्ट की रैंक के आधार पर होता है और मैनेजमेंट कोटे के एडमिशन में इंस्टिट्यूट मेरिट लिस्ट तैयार करते हैं, जिसमें रैंक के साथ-साथ 12वीं या ग्रैजुएशन का रिजल्ट भी देखा जाता है। मैनेजमेंट कोटे की सीटों को भरने के लिए इंस्टिट्यूट का फॉर्म्युला अलग-अलग हो सकता है लेकिन यूनिवसिर्टी की गाइडलाइंस के मुताबिक ही उन्हें सीटें भरनी होती हैं। जो स्टूडेंट मैनेजमेंट कोटे में अप्लाई करना चाहते हैं, उन्हें इंस्टिट्यूट की वेबसाइट पर नजर रखनी चाहिए और इंस्टिट्यूट से संपर्क में रहना चाहिए। 

यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक, इंस्टिट्यूटों को मैनेजमेंट कोटे की सीटों पर अप्लाई करने के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम दो हफ्ते का समय दिया जाना जरूरी है। यूनिवर्सिटी अप्लाई करने के लिए कितने दिन तय करती है, इसके बारे में गाइडलाइंस में डिटेल दी जाएगी। 

इंस्टिट्यूटों को अपनी वेबसाइट, नोटिस बोर्ड पर भी सीटों का ब्यौरा और एडमिशन प्रोसेस डिस्प्ले करना होगा। साथ ही दो अखबारों में ऐड देना होगा। मैनेजमेंट कोटे में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट भी यूनिवसिर्टी को भेजनी होगी। इस कोटे में भी वही स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं, जो यूनिवर्सिटी की ओर से कंडक्ट किए गए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (कैट) में शामिल हुए हों और क्वॉलिफाइड हों। 

आईपी यूनिवर्सिटी से जुड़े कमल इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड एडवांस्ड टेक्नॉलजी, मोहन गार्डन के चेयरमैन डॉ. वी. पी. टंडन ने बताया कि सेकंड काउंसलिंग शुरू होने के बाद मैनेजमेंट कोटे के एडमिशन का प्रोसेस शुरू होगा। उन्होंने बताया कि रैंक के साथ-साथ यह भी देखा जाएगा कि स्टूडेंट्स ने स्कूल या कॉलेज लेवल पर किस तरह का प्रदर्शन किया है। 

अगर किसी स्टूडेंट की एंट्रेंस टेस्ट में रैंक 100 है और दूसरे स्टूडेंट की 10 है लेकिन 100 रैंक वाले स्टूडेंट के 12वीं में मार्क्स ज्यादा हैं तो उस स्टूडेंट को एडमिशन में प्राथमिकता दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि एडमिशन प्रोसेस के बारे में स्टूडेंट्स को पूरी जानकारी दी जाएगी। इंस्टिट्यूट की वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर भी शेडयूल जारी किया जाएगा(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,20.7.11)।

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