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05 जुलाई 2011

डीयू और आईपी में कन्फ्यूजन!

डीयू का क्रेज स्टूडेंट्स के चढ़कर बोलता है लेकिन इसकी कट ऑफ साल दर साल नए रेकॉर्ड बना रही है। पिछले कुछ सालों में दिल्ली की आईपी यूनिवर्सिटी के कोर्सेज भी काफी पॉपुलर हुए हैं। डीयू में जहां ज्यादातर एकेडमिक कोर्स हैं वहीं आईपी प्रफेशनल कोसेर्ज के लिए जानी जाती है। डीयू और आईपी के बारे में स्टूडेंट्स क्या सोचते हैं, पता लगाया मोहित कुमार और साक्षी किचलू ने:

डीयू और आईपी में से अगर मुझे कोई एक चुनना हो तो मैं आईपी को चुनूंगा। आईपी में डीयू के मुकाबले प्रफेशनल कोर्सेज पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। डीयू में फीस कम है और पर प्रफेशनल कोर्स न के बराबर हैं। आईपी में भले ही फीस ज्यादा हो पर अच्छे प्रफेशनल कोर्सेज की कोई कमी नहीं है। -संजय

मैं डीयू प्रेफर करूंगी क्योंकि डीयू में फीस भी कम है और प्लेसमेंट भी अच्छा रहता है। यहां की फैकल्टी भी बेस्ट है। इसके साथ यहां स्टूडेंट्स पढ़ाई के साथ एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में भी अपना टैलंट दिखा सकते हैं। थिएटर से लेकर कल्चरल सोसायटीज तक सभी डीयू की ही बेस्ट हैं। डीयू स्टूडेंट की पर्सनैलिटी को डिवलेप करने में काफी मदद करती है। -नेहा


मुझे लगता है कि डीयू की अपनी अलग ही एक दुनिया है। डीयू का फैशन, फेस्ट, कैंपस, फैकल्टी और स्टूड़ेंट्स का किसी से कोई मुकाबला नहीं है। मैं डीयू में ही एडमिशन लेकर पढ़ाई करना चाहती हूं। अगर मुझे इस दुनिया का हिस्सा बनने का मौका मिले तो मैं अपने आप को बहुत लकी मानूंगी। -रेखा 

मैं लॉ करना चाहती हूं। डीयू और आईपी दोनों ही यह कोर्स करवाते हैं। अगर मेरा दोनों में ही नंबर आ जाता है तो मैं डीयू की जगह आईपी को प्रेफर करूंगी। आईपी में डीयू के मुकाबले फीस तो काफी ज्यादा है लेकिन मुझे लगता है कि आईपी में मुझे ज्यादा प्रफेशनल माहौल मिलेगा जो कि लॉ जैसे कोर्स के लिए जरूरी है। -नेहा सिंह 
(नवभारत टाइम्स,दिल्ली,5.7.11)

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