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19 जुलाई 2011

सेरामिक इंजीनियर के तौर पर करिअर

इंजीनियरिंग की समृद्ध और प्रगतिशील शाखा में से एक है सेरामिक इंजीनियरिंग। सेरामिक इं जीनियरिं ग के क्षेत्र में सेरामिक (मिट्टी) मैटीरियल्स के निर्माण और उसके प्रयोग के लिए विभिन्न तकनीक का इस्तेमाल होता है। कई इंजीनियरिंग एप्लीकेशंस को मैटीरियल्स के रूप में सेरामिक गुणों से फायदा मिलता है

सेरामिक्स, फाइन आर्ट तो है ही, साथ ही सिरामिक मैटीरियल्स की और भी कई खूबियां होती हैं। अगर किसी नये ऑफिस के बिल्डिंग का डिजाइन तैयार करना हो या बेडरूम के लिए नया वास बनवाना हो, तो हमें सेरामिक इंजीनियर की जरूरत पड़ती है। यह ऐसा इंजीनियर है, जो हमारी कल्पना को रेखांकित करके उसे हकीकत में बदलता है। कई अरब डॉलर वाला सिरामिक इंडस्ट्री प्रोसेस्ड मैटीरियल्स और रॉ मैटीरियल्स को, जिन्हें वह सीधे धरती (मिट्टी, बालू आदि) से लेता है, उपयोगी वस्तुओं जैसे स्पार्क प्लग्स, ग्लास, इलेक्ट्रॉनिक कम्पो नेंट्स, न्यूक्लियर मैटीरियल्स, रॉकेट कम्पोनेंट्स यहां तक कि टेबलवेयर तक में बदल देता है।

कार्य की प्रकृति


सेरामिक इंजीनियर कई तरह के प्रोडक्ट्स डेवलप करता है- जैसे स्पेस शटल के लिए प्रोटेक्टिव टाइल्स, दांतों के लिए सेरामिक फीलिंग, अनब्रेकेबल डिनर सेट और टेलिस्कोप लेंसेस आदि। सेरामिक वचरुअली कई इंडस्ट्री में काम आता है, जहां तापरोधी चीजों की मांग ज्यादा होती है। सेरामिक इंजीनियर्स सेरामिक मैटीरियल्स के अध्ययन, उनके व्यवहार, कार्य और प्रयोग के विशेषज्ञ होते हैं। ये नॉनमैटेलिक इनऑग्रेनिक मैटीरियल्स को कई तरह के सेरामिक प्रोडक्ट्स में बदलने की विधि का विकास करते हैं- जैसे ग्लासवेयर, फाइबर ऑप्टिक्स प्रोडक्ट्स, सीमेंट और ईटों से लेकर स्पेस व्हीकल की कोटिंग, माइक्रो-इले क्ट्रॉनिक्स, न्यूक्लियर फ्यूल के कम्पोनेंट और पॉल्युशन कंट्रोल डिवाइस आदि तक। सेरामिक इंजीनियर का मुख्य कार्य रिसर्च , प्रोडक्ट डेवलपमेंट और प्रोडक्शन इंजीनियरिंग होते हैं। इस क्षेत्र के इंजीनियर्स लगातार नये-नये आइडियाज के साथ ही डिफिकल्ट प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने के उपाय भी बताते हैं। वे अपने वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग मौजूदा उत्पादों की जगह नये उत्पादों के अनुप्रयोग के लिए करते हैं। प्रोडक्शन के लिए तैयार किये गये सैम्पल को कलर, सर्फेस फिनिश, टेक्सचर, स्ट्रेंथ और यूनिफॉर्मिटी और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस के करेक्शन के लिए इंजीनियर्स द्वारा ही लेबोरेटरी में टेस्ट किया जाता है। जहां तक जिन रॉ मैटीरियल्स का प्रयोग किया जाता है, उन्हें भी लैब में टेस्ट किया जाता है। सेरामिक इंजीनियर्स सेल्स विभाग में भी कार्य करते हैं, जहां उन्हें कस्टमर्स की आवश्यकताओं के आधार पर भविष्य के रिसर्च का मार्गदर्शन मिलता है। मात्र एक केमिकल सोर्स के जरिये सेरामिक इंजीनियर उपयोग की कई चीजें तैयार कर लेता है, जैसे स्पेस शटल की रक्षा करने वाले हीट टाइल को डेवलप करना और भविष्य के सुपरसोनिक स्पेस प्लेन को दोबारा धरती के वातावरण में समायोजित होते वक्त मिलने वाले जबर्दस्त हीट से बचाने का उपाय खोजना। मनुष्य के शरीर में रिप्लेस करने के लिए से रामिक टीथ, बोन्स और ज्वाइंट्स बनाना या फिर किसी डिजीज पर चल रहे शोध को लगातार चलाने के लिए एडवांस मेडिकल इक्युपमेंट्स को इम्प्रूव करना। फाइबर ऑप्टिक्स केबल्स को इम्प्रूव करना, जिसके जरिये डॉक्टर्स मानव शरीर के अंदर देखते हैं और मनुष्य की आवाज को बिना किसी रुकावट के समुद्र के अंदर से हजारों मील की दू र तय करने की सुविधा देना। जॉब प्रॉस्पेक्टस सेरामिक इंजीनियर्स इस प्रोफेशन के साइंटिफिक और प्रोडक्शन जैसे दोनों पहलुओं का अनुभव करता है। साथ ही, ये एडमिनिस्ट्रेटर्स, प्रो जेक्ट सुपरवाइजर्स, सेल्स इंजीनियर्स या सेरामिक मै टीरियल्स प्रयो ग करने वाली फर्म में टेक्निकल कंसल्टेंट के रूप में करियर बना सकता है। सेरामिक इंजीनियर्स के लिए करियर के कई ऑप्शन मौजूद होते हैं जैसेकर्इ सेरामिक इंजीनियर न्यूक्लियर फील्ड में भी काम करते हैं क्योंकि सेरामिक फ्यूल मैटीरियल्स न्यूक्लियर पावर जेनरेशन को संभव बनाता है। इस टेक्नोलॉजी के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री विकसित क्षेत्र है, क्योंकि यहां ट्रांजिस्टर और इंटीग्रेटेड सर्किट के लिए इंसुलेटर के रूप में सेरामिक का प्रयोग किया जाता है। रिफ्रैक्टरी सेरामिक की आवश्यकता आयरन और एल्युमीनियम को रिफाइन करने के लिए पड़ती है , इसलिए इस इंडस्ट्री में खासतौर पर इस तरह के इंजीनियर्स की आवश्यकता पड़ती है। नया क्षेत्र है- फाइबर ऑ प्टिक्स, जिसकी टेलीकम्युनिकेशन औ र मेडिकल इंडस्ट्री में प्रभावशाली पकड़ है और जब से विज्ञान में सेरामिक कम्पोनेंट्स का प्रयोग शुरू हुआ है, तब से सेरामिक इंजीनियर्स यहां मुख्य भूमिका निभाने लगे हैं। कोर्स और योग्यता सेरामिक टेक्नोलॉजी के बै चलर्स प्रोग्राम में भाग लेने के लिए न्यूनतम योग्यता फिजिक्स, कैमेस्ट्री और मैथ्स विषय के साथ बारहवीं में हाई परसेंटेज है। कई इंजीनियरिंग कॉलेज चार वर्षीय बीई, बीटेक इन सेरामिक्स कोर्स भी ऑफर करते हैं। इंजीनियरिंग की किसी भी शाखा के समान ही सेरामिक इंजीनियरिंग में भी दाखिला लिखित परीक्षा के आधार पर ही होता है। पे-पैकेज सेरामिक इंजीनियर की शैक्षिक योग्यता और अनुभव के साथ ही कार्य स्थल और कार्य के प्रकार के आधार पर वेतन में भिन्नता पाई जाती है। फ्रेशर्स को कम से कम 25,000 से 40,000 प्रतिमाह तक मिल सकता है। 

(सपना,राष्ट्रीय सहारा,19.7.11)

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