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01 जुलाई 2011

आउट ऑफ कैंपस में दाखिले कम, रद्द अधिक

दिल्ली विश्वविद्यालय की तीसरी कटऑफ ने आउट ऑफ कैंपस कॉलेजों में दाखिले का गणित बदला है। अब तक जहां पहली और दूसरी कटऑफ में इन कॉलेजों में कैंपस में स्थित कॉलेजों के बराबर ही दाखिले हो रहे थे, वहीं अब यहां दाखिलों से ज्यादा या करीब-करीब उतने ही दाखिले रद्द भी हो रहे हैं।


जानकारों की मानें तो कटऑफ की अधिकता को देखते हुए पहली दो कटऑफ में छात्रों ने कोर्स को अहमियत देते हुए अपनी सीट पक्की की। लेकिन अब कैंपस और अपने पसंदीदा कॉलेजों में स्थान मिलते ही वह दूसरे कॉलेजों में दाखिला ले रहे हैं। दयाल सिंह कॉलेज के प्राचार्य डा. आई.एस. बख्शी ने बताया कि हमारे कॉलेज में दाखिले के तीसरे चरण में अब तक केवल 50 दाखिले ही हुए हैं। वहीं इनकी तुलना में 60 दाखिले रद्द हुए हैं। तीसरी कटऑफ में दाखिला प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो गई है। साउथ के दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स के प्राचार्य डा. एम. एस. रावत ने बताया कि तीसरी कटऑफ में अब तक 92 दाखिले रद्द हुए हैं। वहीं कमला नेहरू की शिक्षिका गीतेश निर्वाण ने बताया कि पिछले दो दिनों में 10 दाखिले वापस लिए गए हैं। इसके अलावा राजधानी कॉलेज में अब तक करीब 100 और कालिंदी कॉलेज में 86 दाखिले रद्द हुए हैं।
इस बार ऊंची कटऑफ के चलते आउट ऑफ कैंपस कॉलेजों में भी ज्यादातर कोर्सो में पहली दो कटऑफ में ही सीटें फुल हो गई थीं लेकिन अब रद्द दाखिलों की संख्या को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि जिन कॉलेजों में दाखिले कैंसिल होने की वजह से कुछ सीटें खाली हो जाएंगी उनमें फिर से चौथी कटऑफ निकालनी होगी। इसके अलावा जिन कॉलेजों में पहले से ही सीटों से ज्यादा दाखिले हुए थे उनमें दाखिले रद्द होने से स्थिति संतुलित हो जाएगी(हिंदुस्तान,दिल्ली,1.7.11)।

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