पीयू प्रशासन ने अपने सभी विभागों में आनलाइन अटेंडेंस सिस्टम लागू करने की तैयारी कर ली है। इस सिस्टम के लागू हो जाने के बाद स्टूडेंट्स हर सप्ताह अपनी अटेंडेंस आनलाइन चेक कर सकेंगे। इस सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सत्र के अंत में अटेंडेंस में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जा सकेगा।
पीयू के डीयूआई प्रो. बीएस बराड़ ने मंगलवार को पीयू के शिक्षकों के साथ हुई दो अलग-अलग बैठकों में उन्हें आनलाइन अटेंडेंस सिस्टम 15 अगस्त तक लागू करने को कहा। इस सिस्टम को लागू करने से पहले शिक्षकों और विभागाध्यक्षों के लिए वर्कशाप भी आयोजित की जाएगी। शिक्षकों के साथ-साथ नान टीचिंग स्टाफ को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। पीयू ने दो साल पहले भी आनलाइन अटेंडेंस सिस्टम शुरू करने की कोशिश की थी, लेकिन उस समय कुछ ही विभाग इस सिस्टम को लागू कर सके थे।
इस सिस्टम के लिए पीयू ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसके तहत शिक्षकों क्लास में रोज हाजिरी लेंगे। इसके बाद अटेंडेंस का रिकार्ड रोज कंप्यूटर पर अपडेट किया जाएगा। जो छात्र क्लास में उपस्थित नहीं होंगे उन्हें एबसेंट मार्क कर दिया जाएगा। अगर कोई शिक्षक किसी दिन अटेंडेंस अपडेट नहीं कर सका तो वह अगले दो तीन दिन में इसे अपडेट कर सकते हैं। एक सप्ताह बाद छात्र अपनी अटेंडेंस चेक कर पाएंगे और अगर किसी छात्र को कोई आपत्ति है तो वह तीन दिन में अपनी आपत्ति दर्ज करा सकेगा। इसके बाद हर स्टूडेंट की अटेंडेंस लॉक हो जाएगी। विभाग के हर छात्र और शिक्षक को लाग इन आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा।
इस सिस्टम को लागू करने का उद्देश्य सत्र के अंत में छात्र नेताओं की ओर से शिक्षकों या विभागाध्यक्षों पर अटेंडेंस को पूरा करने के बनाए जाने वाले दबाव को खत्म करना है। हर सत्र के अंत में छात्र संगठन लेक्चर पूरे करवाने के लिए धरना भी देते हैं, लेकिन अब हर सप्ताह छात्रों की अटेंडेंस लॉक होने के बाद सत्र के अंत में इससे छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी। पीयू के डीयूआई प्रो. बीएस बराड़ ने कहा कि उनकी कोशिश है कि यह सिस्टम हर विभाग में 15 अगस्त से लागू हो जाए। इस सिस्टम के लागू हो जाने से छात्र और शिक्षकों के संबंध में सुधार आएगा। साथ ही पारदर्शिता बढ़ेगी। अभी छात्र सत्र के अंत में शिक्षक पर लेक्चर पूरा करने का जो दबाव डालते हैं उससे शिक्षकों को मुक्ति मिल जाएगी(अमर उजाला,चंडीगढ़,28.7.11)।
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