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16 जुलाई 2011

भोपालःआईआईटी-बी पसंद और कोर ब्रांच में रुचि बरकरार

मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन ऐसी बेसिक ब्रांच हैं जिन्हें शहर के अधिकांश आईआईटी और एआईईईई परीक्षा में सफल हो चुके छात्र पसंद कर रहे हैं। नई ब्रांचों की ओर शहर के युवाओं का रुझान फिलहाल बना नहीं है।


कुछ ही छात्र हैं जो भविष्य में कोर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए शुरूआत से ही एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और मटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच चुनते हैं। गौरतलब है कि इस साल भोपाल शहर के आईआईटी के लिए लगभग 150 सलेक्शन और एआईईईई के लिए लगभग 200 सलेक्शन हुए हैं। आईआईटी और एनआईटी दोनों में ही पारंपरिक कोर ब्रांच की ओर शहर के युवा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वहीं कैंपस की बात करें तो आईआईटी-बी शहर के छात्रों की पसंद हैं। 

इसलिए भी चुनते हैं कोर ब्रांच 
यूपीएससी द्वारा आयोजित इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस में सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग ब्रांच से ग्रेजुएट छात्र ही हिस्सा ले सकते हैं। पीएसयू में अधिकांश भर्तियां भी इन्हीं ब्रांच के लिए निकलती हैं। इसके जरिए इंडियन रेलवे, मिल्रिटी इंजीनियरिंग सर्विस, सेंट्रल इंजीनियरिंग सर्विस, सेंट्रल वॉटर सर्विस सहित कई शासकीय उपक्रमों में नौकरी के अवसर होते हैं।

इसलिए चुनते हैं आईआईटी-बी 
यहां अपनी पसंद के मुताबिक कोर्स डिजाइन करने की सुविधा है। कैंपस में एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी भी अन्य आईआईटी के मुकाबले ज्यादा होती हैं। प्लेसमेंट और पैकेज भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भोपाल से आईआईटी-बी को चुनने वाले छात्रों का कहना है, मुंबई चुनने का कारण सांस्कृतिक तौर पर लगभग भोपाल जैसा ही और कैंपस में पर्सनालिटी डेवलपमेंट के ज्यादा मौके होना है।

क्या है कोर इंजीनियरिंग
विशिष्ट क्षेत्रों में कॅरियर बनाने के लिए इंजीनियरिंग की विशेष ब्रांचेज उपलब्ध हैं, ज्यादातर छात्र इनमें सीधे जाने की बजाए पहले बेसिक ब्रांचेज में प्रवेश लेते हैं। इनमें दो-चार सेमेस्टर पढ़कर विशिष्ट ब्रांचेज में अपग्रेड कर लेते हैं। विशिष्ट ब्रांचेज में एयरोनॉटिकल साइंस, बायो मेडिकल साइंस, केमिकल, कंप्यूटर एंड सिस्टम्स, एनवायरमेंटल साइंस, इंडस्ट्रियल एंड सिस्टम्स, न्यूक्लियर साइंस, मटेरियल साइंस आदि शामिल हैं(प्रीति शर्मा,दैनिक भास्कर,भोपाल,16.7.11)।

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